समाचार47वां इंडिया कार्पेट एक्सपो रिकॉर्ड भागीदारी और व्यावसायिक सफलता के साथ संपन्न

47वां इंडिया कार्पेट एक्सपो रिकॉर्ड भागीदारी और व्यावसायिक सफलता के साथ संपन्न

भदोही, 18 अक्टूबर, 2024 – कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (CEPC) द्वारा भदोही स्थित कार्पेट एक्सपो मार्ट में आयोजित 47वां इंडिया कार्पेट एक्सपो आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस चार दिवसीय आयोजन (15 से 18 अक्टूबर, 2024) ने 38 देशों के 235 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और 255 खरीद प्रतिनिधियों को आकर्षित किया। भारतीय हस्तनिर्मित कालीनों की समृद्ध परंपरा और उत्कृष्ट कारीगरी को प्रदर्शित करते हुए इस एक्सपो ने महत्वपूर्ण व्यावसायिक सहयोगों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
भव्य उद्घाटन ने सफलता की नींव रखी
इस एक्सपो का उद्घाटन 15 अक्टूबर, 2024 को भारत सरकार के वस्त्र मंत्री, माननीय श्री गिरिराज सिंह ने दीप प्रज्वलन, रिबन काटने और मेले की निर्देशिका के विमोचन के साथ किया। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में वस्त्र और विदेश राज्यमंत्री श्री पवित्रा मार्गरिटा और उत्तर प्रदेश के माननीय कबिनेट मंत्री राकेश सचान, सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रोमोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरधा एवं वस्त्रोद्योग उद्घाटन समारोह उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों में :-
• डॉ. विनोद कुमार बिंद, सांसद, भदोही
• वीरेंद्र सिंह, पूर्व सांसद, भदोही
• दीनानाथ भास्कर, विधायक, औराई
• विपुल दुबे, विधायक, ज्ञानपुर
• दीपक मिश्रा और श्री आशीष सिंह बघेल, भाजपा क्षेत्रीय सचिव, काशी
• सोहनलाल श्रीमाली, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग
CEPC के अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल, प्रशासन समिति के सदस्य, पूर्व COA सदस्य, प्रमुख निर्यातक, मीडिया प्रतिनिधि और अन्य विशिष्ट अतिथि भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। CEPC के कार्यकारी निदेशक (प्रभारी) श्री जग मोहन ने विश्वास व्यक्त किया कि यह एक्सपो कालीन उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा |
मुख्य अतिथि गिरिराज सिंह ने वस्त्र उद्योग की रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और जूट और बांस जैसे नए फाइबर मिश्रणों के विकास जैसी चल रही पहलों की चर्चा की। उन्होंने उद्योग को इस क्षेत्र में स्पिनिंग मिल्स स्थापित करने पर विचार करने की सलाह दी, जिससे न केवल परिवहन लागत में बचत होगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे और हस्तनिर्मित कालीन उद्योग का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कालीन उद्योग को सरकार से निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया और वैश्विक प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए तकनीकी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
लाइव बुनाई और जेल में बने कालीन: अनोखे आकर्षण
इस संस्करण की प्रमुख विशेषताएं थीं:
• सीईपीसी थीम पैवेलियन में लाइव कालीन बुनाई का प्रदर्शन, जिसमें आगंतुकों को हस्तनिर्मित कालीनों के पीछे की बारीक कारीगरी की झलक देखने को मिली।
• जिला जेल, ज्ञानपुर के कैदियों द्वारा बनाए गए कालीन, जिन्हें उनकी कलात्मक गुणवत्ता और सामाजिक प्रभाव के लिए व्यापक सराहना मिली।
इन अनोखे आकर्षणों ने विदेशी खरीदारों को प्रभावित किया, जिससे एक्सपो के सांस्कृतिक आयाम को बढ़ावा मिला और कला एवं पुनर्वास प्रयासों को प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान किया।
श्रम और रोजगार मंत्री श्री अनिल राजभर का दौरा


उत्तर प्रदेश समन्वय विभाग के माननीय श्रम और रोजगार मंत्री, श्री अनिल राजभर ने इस आयोजन का दौरा किया और कालीन उद्योग के प्रति अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कालीन उद्योग अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और कारीगरों के लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

राजभर ने सरकार और उद्योग के बीच बेहतर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि सतत विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने सभी निर्यातकों और आयातकों को अपनी शुभकामनाएं दीं और यह विश्वास दिलाया कि प्रदेश सरकार कालीन उद्योग को आगे बढ़ाने वाली पहलों का पूरा समर्थन करेगी। उनकी उपस्थिति ने व्यापार विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में सरकारी समर्थन के महत्व को रेखांकित किया।
आर्थिक सलाहकार रेनू लता का दौरा
भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की आर्थिक सलाहकार रेनू लता ने भी एक्सपो का दौरा किया। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की और प्रदर्शित किए गए जीवंत कालीनों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के एक्सपो कालीन उद्योग को नई दिशा देने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी उपस्थिति ने हस्तशिल्प क्षेत्र को समर्थन देने में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
लखनऊ के जिला एवं सत्र न्यायाधीश डी.एन. सिंह का दौरा
लखनऊ के जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डी.एन. सिंह ने भी एक्सपो का दौरा किया और प्रदर्शित किए गए विविध हस्तनिर्मित कालीनों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने भदोही में इस महत्वपूर्ण आयोजन के सफल आयोजन के लिए CEPC के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के एक्सपो स्थानीय शिल्पकला को बढ़ावा देने और उद्योग को समर्थन देने में अहम भूमिका निभाते हैं।
मुख्य उपलब्धियां और व्यावसायिक परिणाम
• 265 प्रदर्शकों ने पारंपरिक और नवीन डिजाइनों का प्रदर्शन किया।
• 235 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और 255 खरीद प्रतिनिधियों ने सार्थक व्यावसायिक चर्चाओं में भाग लिया।
• एक्सपो के दौरान बड़े पैमाने पर निर्यात आदेश प्राप्त हुए, जिससे दीर्घकालिक व्यावसायिक संबंधों की नींव पड़ी।
• यह अनुमान है कि इस एक्सपो से लगभग 450-500 करोड़ रुपये का व्यापार उत्पन्न होगा।
अध्यक्ष, सीईपीसी, कुलदीप राज वट्टल का वक्तव्य:
“अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से मिली शानदार प्रतिक्रिया इस मंच के महत्व को प्रमाणित करती है। हमें विश्वास है कि इस एक्सपो से उत्पन्न व्यापार भारत भर के बुनकरों और कारीगरों को लाभ पहुंचाएगा।”
प्रशासन समिति के सदस्य और एक्सपो के संयोजक मोहम्मद वासिफ अंसारी का आभार:
उन्होंने पूरे कालीन उद्योग का सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद किया और सभी विदेशी खरीदारों का स्वागत करते हुए कहा:
“कालीन समुदाय का समर्थन और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की उपस्थिति इस एक्सपो की सफलता में महत्वपूर्ण रही है। हम इन संपर्कों से उभरे भविष्य के अवसरों को लेकर उत्साहित हैं।”
सीईपीसी के कार्यकारी निदेशक (प्रभारी), श्री जग मोहन का वक्तव्य:
“यह आयोजन हमारे हस्तनिर्मित कालीन क्षेत्र को बढ़ावा देने और ग्रामीण कारीगरों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस एक्सपो की सफलता बुनकरों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी।”
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प्रशासन समिति: नेतृत्व और योगदान
प्रशासन समिति के सदस्यों ने आयोजन की सफलता और निर्बाध संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रमुख सदस्य हैं:
• अनिल कुमार सिंह, सूर्यमणि तिवारी, मोहम्मद वासिफ अंसारी, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, रोहित गुप्ता, पीयूष बरनवाल, हुसैन जफर हुसैनी, संजय गुप्ता, रवि पटोदिया, शेख आशिक अहमद, महावीर प्रताप शर्मा, बोधराज मल्होत्रा, दीपक खन्ना, मेहराज यासीन जान, मुकेश कुमार गोंबर, और शौकत खान।
इनके निरंतर प्रयासों ने एक्सपो की सफलता सुनिश्चित की, जिससे खरीदारों और प्रदर्शकों के बीच प्रभावी बातचीत हो सकी। समिति के सदस्यों ने प्रतिभागियों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क किया, प्रतिक्रिया प्राप्त की, और एक्सपो की रणनीतिक दिशा में योगदान दिया।

मुख्य उपलब्धियां और व्यावसायिक परिणाम
• 265 प्रदर्शकों ने पारंपरिक और नवीन डिजाइनों का प्रदर्शन किया।
• 235 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और 255 खरीद प्रतिनिधियों ने सार्थक व्यावसायिक चर्चाओं में भाग लिया।
• एक्सपो के दौरान बड़े पैमाने पर निर्यात आदेश प्राप्त हुए, जिससे दीर्घकालिक व्यावसायिक संबंधों की नींव पड़ी।
• यह अनुमान है कि इस एक्सपो से लगभग 450-500 करोड़ रुपये का व्यापार उत्पन्न होगा।
अध्यक्ष, सीईपीसी, श्री कुलदीप राज वट्टल का वक्तव्य:
“अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से मिली शानदार प्रतिक्रिया इस मंच के महत्व को प्रमाणित करती है। हमें विश्वास है कि इस एक्सपो से उत्पन्न व्यापार भारत भर के बुनकरों और कारीगरों को लाभ पहुंचाएगा।”
प्रशासन समिति के सदस्य और एक्सपो के संयोजक मोहम्मद वासिफ अंसारी का आभार:
उन्होंने पूरे कालीन उद्योग का सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद किया और सभी विदेशी खरीदारों का स्वागत करते हुए कहा:
“कालीन समुदाय का समर्थन और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की उपस्थिति इस एक्सपो की सफलता में महत्वपूर्ण रही है। हम इन संपर्कों से उभरे भविष्य के अवसरों को लेकर उत्साहित हैं।”
सीईपीसी के कार्यकारी निदेशक (प्रभारी), जग मोहन का वक्तव्य:
“यह आयोजन हमारे हस्तनिर्मित कालीन क्षेत्र को बढ़ावा देने और ग्रामीण कारीगरों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस एक्सपो की सफलता बुनकरों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी।”
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प्रशासन समिति: नेतृत्व और योगदान
प्रशासन समिति के सदस्यों ने आयोजन की सफलता और निर्बाध संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रमुख सदस्य हैं:
अनिल कुमार सिंह, सूर्यमणि तिवारी, मोहम्मद वासिफ अंसारी, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, रोहित गुप्ता, पीयूष बरनवाल, हुसैन जफर हुसैनी, संजय गुप्ता, रवि पटोदिया, शेख आशिक अहमद, महावीर प्रताप शर्मा, बोधराज मल्होत्रा, दीपक खन्ना, मेहराज यासीन जान, मुकेश कुमार गोंबर, और शौकत खान।
इनके निरंतर प्रयासों ने एक्सपो की सफलता सुनिश्चित की, जिससे खरीदारों और प्रदर्शकों के बीच प्रभावी बातचीत हो सकी। समिति के सदस्यों ने प्रतिभागियों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क किया, प्रतिक्रिया प्राप्त की, और एक्सपो की रणनीतिक दिशा में योगदान दिया।
सीईपीसी अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल ने सराहना व्यक्त की
सीईपीसी अध्यक्ष श्री कुलदीप राज वट्टल ने प्रशासन समिति के सदस्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा:
“प्रशासन समिति के सदस्यों की निष्ठा इस एक्सपो की सफलता में महत्वपूर्ण रही है। उनके योगदान ने हमें एक विश्वस्तरीय आयोजन करने में सक्षम बनाया है, जो भविष्य के विकास की नींव रखता है।”
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भारत टेक्स 2025 रोड शो ने उत्साह बढ़ाया
एक्सपो के तीसरे दिन भारत टेक्स 2025 के लिए एक रोड शो का आयोजन वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प आयुक्त कार्यालय के संयुक्त निदेशक श्री शेखर श्रीवास्तव द्वारा किया गया। उन्होंने घोषणा की कि भारत टेक्स 2025, जो विश्व का सबसे बड़ा टेक्सटाइल शो है, 14 से 17 फरवरी, 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली और इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित होगा। उन्होंने प्रदर्शकों से आग्रह किया कि वे इस अवसर का पूरा लाभ उठाकर अपने वैश्विक विस्तार को बढ़ावा दें।
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उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन का आभार
सीईपीसी ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति विशेष धन्यवाद व्यक्त किया, विशेष रूप से एमएसएमई के प्रधान सचिव श्री आलोक कुमार के निरंतर समर्थन के लिए। इस आयोजन की सफलता निम्नलिखित अधिकारियों के सहयोग और मार्गदर्शन से भी संभव हो पाई:
• भदोही के जिलाधिकारी, विशाल सिंह
• मिर्जापुर की जिलाधिकारी, प्रियंका निरंजन
• भदोही के अपर जिलाधिकारी, कुँवर वीरेंद्र मौर्य
• विंध्यांचल मंडल के आयुक्त, मुथुकुमारस्वामी बी
• भदोही की पुलिस अधीक्षक, डॉ. मीनाक्षी कटियार
• अपर पुलिस अधीक्षक, भदोही, तेजवीर सिंह
• बिडा (BIDA) की अपर सीईओ, अनीता कुमारी
इनके योगदान ने पूरे आयोजन के दौरान संचालन और सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया, जिससे व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण बना।
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समापन वक्तव्य
47वें इंडिया कार्पेट एक्सपो ने न केवल भारतीय कालीन उद्योग के व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा दिया बल्कि नवाचार, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक प्रभाव के महत्व को भी रेखांकित किया।
सीईपीसी के अध्यक्ष श्री कुलदीप राज वट्टल ने अपने समापन वक्तव्य में कहा:
“हम भारतीय कालीनों को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने, हमारे कारीगरों को सशक्त बनाने और नए व्यावसायिक संबंधों को प्रोत्साहित करने के इस सफर को जारी रखने के लिए तत्पर हैं। इस एक्सपो की सफलता उद्योग के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।________________________________________
सीईपीसी ने स्थानीय मीडिया का भी धन्यवाद किया, जिनकी व्यापक कवरेज और सहयोग ने इस एक्सपो के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कालीन उद्योग और सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयासों ने इस आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सभी प्रतिभागियों, विदेशी खरीदारों, प्रदर्शकों और हितधारकों को धन्यवाद देते हुए सीईपीसी ने कहा कि इस संस्करण की सफलता सभी के सहयोग से संभव हुई है।
यह संस्करण केवल व्यावसायिक सफलता के लिए नहीं, बल्कि लाइव बुनाई प्रदर्शन और जेल में बने कालीनों जैसे अनूठे तत्वों के लिए भी याद किया जाएगा, जिसने आयोजन को एक विशेष पहचान दी। प्रशासन समिति के सदस्यों के सामूहिक प्रयासों और उत्तर प्रदेश सरकार एवं स्थानीय अधिकारियों के समर्थन ने इस एक्सपो को वैश्विक कालीन व्यापार पर एक स्थायी प्रभाव डालने में मदद की।

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