सामाजिक परिवर्तन में साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान- शरद मेहरोत्रा
अधिदर्शक जी का लेखन उनके संघर्षों का गवाह- भोलानाथ कुशवाहा
अधिदर्शक जी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है- गणेश गंभीर
मीरजापुर।शहीद उद्यान नारघाट में साहित्य चेतना समाज के तत्वावधान में आयोजित समारोह में वरिष्ठ कवि अधिदर्शक के काव्य संग्रह ‘दोस्त! आनंद भवन रोता है’ का विमोचन मुख्य अतिथि डॉ शरद मेहरोत्रा (अध्यक्ष विज्ञान विभाग, के बी पी जी कॉलेज, मीरजापुर) एवं अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा समेत मंचासीन विशिष्ट अतिथियों ने किया।इस दौरान मुख्य अतिथि शरद मेहरोत्रा ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के लिए अपनी लेखनी के माध्यम से साहित्यकारों ने अपना भरपूर दायित्व निभाया है।अधिदर्शक चतुर्वेदी भी उसी कड़ी के एक सशक्त रचनाकार हैं।भोलानाथ कुशवाहा ने कहा कि अधिदर्शक का लेखन उनके संघर्ष का गवाह है। उन्होंने अपने उन नायकों पर कलम चलाई है जिनके बडे़ और महत्वपूर्ण अवदान को आज भुला दिया गया है या नकारा जा रहा है।गणेश गंभीर ने कविता लेखन की प्रक्रिया पर सार्थक वक्तव्य देते हुए अधिदर्शक को उनके काव्य संग्रह के लिए बधाई दी और कहा इनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। पूर्व विधायक भगवती चौधरी ने पं नेहरू,इंदिरा गांधी,राजीव गांधी पर कविताएँ लिखने के लिए अधिदर्शक की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने अपने लेखन में सच को उजागर किया है। केदारनाथ सविता और सारिका चौरसिया ने ‘दोस्त ! आनंद रोता है’ संग्रह के लिए अधिदर्शक को शुभकामनाएँ दी।राजेंद्र तिवारी,डा एस एन पाठक, शिवलाल अवस्थी,अमरनाथ तिवारी,मुहिब मिर्जापुरी,विनोद उपाध्याय ने भी अपने विचार रखेे
कार्यक्रम दो सत्रों में सम्पन्न हुआ। काव्यगोष्ठी सत्र की अध्यक्षता प्रसिद्ध नवगीतकार गणेश गंभीर ने किया। संचालन वरिष्ठ कवि अरविंद अवस्थी ने किया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मंचासीन अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और सृष्टि राज की सरस्वती वंदना से हुआ।पुस्तक के रचयिता अधिदर्शक ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने अपने जीवन के अनुभवों को लिखा है।
मिलन कुमार ने मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। आनंद केसरी ने मंचासीन अतिथियों को अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न भेंट किया। जनपद की चर्चित कवयित्री डॉ सुधा सिंह और नंदिनी वर्मा को सम्मानित किया गया।
काव्य गोष्ठी सत्र में गणेश गंभीर, अधिदर्शक चतुर्वेदी, भोलानाथ कुशवाहा, अरविंद अवस्थी, भगवती प्रसाद चौधरी, मुहिब मिर्जापुरी, डॉ सुधा सिंह, हसन जौनपुरी, शुभम श्रीवास्तव ओम, केदारनाथ सविता, नंदिनी वर्मा, आनंद अमित,गफ्फार नियाजी , सारिका चौरसिया, प्रमोद गुप्ता, गुमनाम मिर्जापुरी, कुलभूषण पाठक, नंदिनी वर्मा, नंदलाल सिंह चंचल, सृष्टि राज आदि ने काव्यपाठ किया।
इस अवसर पर इंदु गुप्ता, अम्बुज पाण्डेय, हौसला प्रसाद मिश्र, जगत नारायण मिश्रा, राम सिंह एडवोकेट, विजय कुमार, चुन्नी पाण्डेय, हिमांशु चतुर्वेदी एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।