युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव/ प्रवक्ता व एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश मिश्रा ने मिर्जापुर स्वास्थ विभाग पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाते हुए अपनी आपबीती सुनाई -सतीश मिश्रा ने बताया कि उन्हें दर्शन करने के लिए कहीं बाहर जाना था जिसके लिए 18/09/2020 को मिर्जापुर सदर अस्पताल जाकर अपनी कोरोना की जांच कराई उसके बाद 20 तारीख को जब वह बनारस थे तो उनको सीएमओ कार्यालय से फोन द्वारा सूचना मिली कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसके बाद वह बनारस में ही कि प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर पुनः अपनी कोरोना की जांच कराई और मिर्जापुर स्वास्थ विभाग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए खुद को क्वॉरेंटाइन कर लिए । सतीश मिश्रा ने बताया कि क्योंकि घर में उनकी माताजी जिनकी उम्र 67 साल है और हार्ट व न्यूरो की पेशेंट है वह काफी घबरा गई और पिताजी भी ब्लड प्रेशर के पेशेंट हैं कोरोना पॉजिटिव सुनते ही काफी चिंतित हो गए , परिवार में छोटे-छोटे बच्चे है इसलिए सभी लोग घबरा गए माताजी की तबीयत भी बिगड़ने लगी ।
दिनांक 22 तारीख को बनारस की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो परिवार वालों ने धैर्य की सांस ली लेकिन इसके बाद सतीश मिश्रा ने इसे बड़ी लापरवाही करार देते हुए बताया कि व्यक्ति कोरोना से मरे ना मरे लेकिन स्वास्थ विभाग इस प्रकार की लापरवाही से पेसेंट या उसके परिवार में कोई अगर हार्ट का पेसेंट है तो जरूर मर जायेगा।
और अभी तक न जाने कितने लोग ऐसी लापरवाही के कारण से अपनी जान गवां भी चुके हैं, उन्होंने कहा कि अगर उनकी माताजी या परिवार के किसी अन्य व्यक्ति को कुछ होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ विभाग की होगी।
एक ही व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव और दूसरे दिन नेगेटिव आने से सकते में परिजन
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