उत्तराखंड से चलकर जनपद मिर्जापुर में सरकार के द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में भाग लेने आए धीरज मिश्रा उस वक्त हैरान रह गए जब उनके साथ भारतीय स्टेट बैंक शाखा डांकीनगंज में न सिर्फ दुर्व्यवहार किया गया बल्कि उनके द्वारा जमा किए गए रुपए की जिम्मेदारी लेने से भी बैंक कर्मचारी बेपरवाह नजर आए ।
धीरज मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बिक्री के ₹54000 बैंक के अंदर लगाए गए मशीन में जमा कर दिया लगभग ₹45000 जमा करने के बाद मशीन ने शेष रुपए को वापस कर दिया वापस आए रुपए को पुनः उसी मशीन में धीरज मिश्रा के द्वारा जमा कर दिया गया ।उसके बाद मशीन लॉक हो गई घबराए युवा उद्यमी धीरज मिश्रा ने इसकी सूचना तत्काल बैंक में मौजूद अधिकारियों को दे दी ।
अधिकारियों ने कहा लिखित सूचना दीजिए लिखित सूचना दिया गया बैंक की तरफ से आश्वस्त किया गया कि उनके खाते में रुपया चला जाएगा समय बीतने के बाद खाते में रुपया जमा नहीं हुआ तो बैंक से संपर्क करने के बाद बैंक कर्मचारियों के द्वारा स्टांप पर लिख कर दिए जाने की बात कही गई व्यापारी के द्वारा पुनः स्टांप पर अपनी समस्त बातों को लिखकर दे दिया गया लेकिन 13 फरवरी तक व्यापारिक के खाते में रुपया क्रेडिट नहीं हुआ जिसके चलते व्यापारी के पैरों तले जमीन खिसक गई ।
व्यापारी उत्तराखंड से जनपद मिर्जापुर में व्यापार करने आए थे , व्यापारी का कहना है कि बैंक के द्वारा किया गया आचरण कदाचित अनुचित है ।
युवा उद्यमी ने जिलाधिकारी मिर्जापुर खादी ग्रामोद्योग अधिकारी व अन्य लोगों को इसकी सूचना दी है ।रुपए को तत्काल उनके खाते में क्रेडिट किया जाए और बैंक कर्मचारियों के द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के बदले ऐसे कर्मचारियों को सस्पेंड किया जाए। जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने इस बाबत बनारस हेड ऑफिस स्टेट बैंक में भी शिकायत दर्ज करा दी है।