खेत खुदाई के वक्त चांदी के सिक्के मिलने से क्षेत्र हुआ चर्चित

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वीरेंद्र गुप्ता 94 53 82 1310 मिर्जापुर
चुनार में खेत के खोदाई में सात विक्टोरिया के सिक्के मिले मौके पर एसडीएम चुनार, क्षेत्राधिकारी व कोतवाल पहुंचे। चुनार पुलिस ने बताया कि कल शाम खेत में ही खुदाई का काम चल रहा था 7 विक्टोरिया के सिक्के एसडीएम चुनार ने बरामद कर लिया है ।संभावना जताई जा रही है कि जिस स्थान से यह सिक्के बरामद हुए हैं वहां पहले किसी का आवास था और उसी का सहेज के रखा गया यह सिक्का आज खुदाई के दौरान प्राप्त हुआ है ।कुल 7 सिक्के ही प्राप्त हुए है। खेत नहीं थोड़ा सा पुराने अच्छे झोपड़ी का अवशेष को हटाने के दौरान इस सिक्के की प्राप्ति हुई है और भी सिक्का निकलने की संभावना को इनकार किया गया।
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मिट्टी का ढुहा हटाते समय, मिट्टी के घड़े में मिले विक्टोरिया काल के सिक्के
* उप जिलाधिकारी चुनार ने सिक्के को कब्जे में लेकर मौके पर तैनात किया पुलिस बल,
चुनार, मीरजापुर। चुनार क्षेत्र में विक्टोरिया काल के सिक्के पाए जाने को लेकर पुरातत्व विभाग एवं प्रशासन तहकीकात करने में जुट गया है। वहीं मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती किए जाने के साथ ही आसपास कड़ी नजर रखी जा रही है। जानकारी के अनुसार चुनार कोतवाली क्षेत्र के सोनपुर गांव में गुरुवार को दोपहर के 12 बजे मोती लाल पुत्र भागा अपने खेत में जेसीबी से ढुहा का मिट्टी निकलवा रहे थे। उसी दौरान मिट्टी के घड़े में ढेर सारा विक्टोरिया समय का सिक्का दिखलाई दे गया। विक्टोरिया के समय का ढेर सारा सिक्का देखते ही जेसीबी चालक चन्दन यादव मिट्टी खुदाई करना बंद कर दिया। जेसीवी मशीन बंद होते ही गांव के कालीचरण, मोती पाल व ज़मीन मालिक मोती लाल मौके पर पहुंच गए जहां विक्टोरिया के समय के सिक्के देख उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। विक्टोरिया काल के मिले सिक्के को लेकर मौके पर झड़प होने लगी उस पर अपना हक जताने लगे वही खेत स्वामी अपनी ज़मीन में सिक्के निकलने की बात कह सभी सिक्के को लेने की बात करने लगा तो वही उनका भतीजा जेसीबी चालक चंदन भी आधा हिस्सा लेने की बात कर उलझ गया फिर क्या था सिक्के को लेने की होड़ में आपस में बात न बनने से घटना आग के तरह पूरे क्षेत्र में फैलने लगी। सूचना होने पर मौके पर चुनार कोतवाली पहुंच पुलिस पहुंचकर पूरे रात ग्राम प्रधान के नेतृत्व में मौके पर डटे रहे वहीं दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह उप जिलाधिकारी चुनार जंग बहादुर यादव दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर जेसीबी से मौके स्थल का खुदाई कराने लगे थे जहां बाद में कुछ और विक्टोरिया समय के सिक्के प्राप्त हुए। बताया जाता है कि सभी सिक्के साल 1862, 1877, 1878, 1900, तथा साल 1904, 1905 के बताए जा रहे हैं । मौके से प्राप्त सभी सिक्कों को उपजिलाधिकारी चुनार ने अपनी सुपुर्दगी में लेने के साथ ही अन्य सिक्के जिन्हें ग्रामीण ले गए हैं की तलाश प्रारंभ करवा दी है। दूसरी ओर जमीन मालिक मोतीलाल ने बताया है कि उनके दादी लखवंती देवी का किसी समय यहां मकान हुआ करता था जो 1936 के गंगा नदी में आई बाढ़ के दौरान पूरा मकान बह गया था। उसी दौरान उनकी दादी का निधन भी हो गया था। संभवत: उन्होंने ही उन सिक्कों को गाड़ रखा हो।