जनपद मिर्जापुर में राष्ट्रीय छय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक्टिव केस फाइंडिंग a c f योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 के प्रथम चरण में जनपद की कुल जनसंख्या का 10% जनसंख्या लक्ष्य करते हुए स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों द्वारा घर-घर जा कर छुपे नए टीबी रोगियों की खोज करने का कार्य दिनांक 11 जून 2018 से 29 जून 2018 के बीच किया गया। इस अभियान के विषय में जिला क्षय रोग अधिकारी एल0 एस0 मिश्रा एवं डॉ अरुण कुमार उप जिला छय रोग अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद को टीबी मुक्त जिला बनाने हेतु विभाग द्वारा 142 टीम (तीन सदस्यी). व 28 सुपरवाइजर. तथा 9 सेक्टर m o. एवं 6 जोनल m o.के साथ-2 तीन जिला स्तरीय अधिकारी भी जिले में टीबी रोग जैसी भयानक बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को खोज निकालने हेतु लगाए गए थे। उपरोक्त लगे कर्मचारियों द्वारा इस दस दिन के चले अभियान में जनपद के चयनित क्षेत्रों में घर-घर जाकर टीबी रोग के लक्षणों से एवं सरकार द्वारा दी जाने वाली निशुल्क जांच और दवा कि सुविधा से अवगत कराते हुए कुल 1700 संदिग्ध टीबी रोगियों की जांच कराई गई जांचोपरांत इस संपन्न दस दिवसीय कार्यक्रम में जनपद में कुल 102 नए टीबी के छिपे रोगी खोज निकाले गए. जिनका तत्काल दवा इलाज भी प्रारंभ करा दिया गया उपरोक्त क्रम में ही डॉक्टर मिश्रा द्वारा बताया गया कि आगामी समय में विभाग द्वारा इन प्राप्त टीबी रोगियों के घर के अन्य सदस्यों का भी कांटेक्ट स्लाइड बनाया जाएगा. जिससे यह देखा जाएगा कि इन मरीजों के संपर्क में रहने वाले घर के अन्य सदस्य भी तो नहीं प्रभावित हो चुके हैं। यदि प्रभावित पाए जाते हैं तो उनको भी तत्काल दवा इलाज की पूरी सुविधा प्रदान कराई जाएगी। उपरोक्त अवसर पर डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव तथा अश्वनी कुमार दुबे. संध्या गुप्ता. तथा दुर्गेश रावत मौजूद रहे।
जनपद को टीबी मुक्त जिला बनाने हेतु विभाग द्वारा-MIRZAPUR
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