समाचारजनपद मिर्जापुर में कुल 87 गाॅव चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित है

जनपद मिर्जापुर में कुल 87 गाॅव चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित है



चकबन्दी कार्य में तेजी लाते हुये पारदर्शिता के साथ गाॅव का करे निस्तारण

चकबन्दी वादो के निस्तारण में तेजी लाने के साथ ही 05 साल से ऊपर के लम्बित वादो को पाथमिकता पर करे निस्तारण

मीरजापुर 01 दिसम्बर 2021- जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में चबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित ग्रामो की लक्ष्स के सापेक्ष धारावार प्रगति व चकबन्दी वादो के निस्तारण आदि कार्यो की समीक्षा सम्बन्ध में आज कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आहूत की गयी। बैठक में प्राशासनिक टास्क सेंटिंग/कार्यरत स्टाफ के बारे में जानकारी, लम्बित आपत्ति, अपील, निगरानी का निस्तारण/अवशेष वादो का विवरण, चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित तहसीलदार ग्रामो एवं धारावार प्रगति की समीक्षा, भौतिक लक्ष्यो के सापेक्ष मासिक प्रगति तथा चकबन्दी अधिकारी/सहायक बन्दी अधिकारियो के क्षेत्रवार ग्रामो की लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। प्राशसनिक टास्ट फोर्स सेंटिंग के सम्बन्ध में बताया गया कि 06 पदो के सापेक्ष 06 चकबन्दी अधिकारी तथा 17 सहायक चकबन्दी अधिकारी के सापेक्ष 11 सहायक चकबन्दी अधिकारी कार्यरत हैं। इसी प्रकार 140 चकबन्दी लेखपालो के सापेक्ष 89 तैनात है। 34 चकबन्दीकर्ता के सापेक्ष 19 कर्मचारी कार्यरत है। चकबन्दी में निस्तारित अवशेष वादो के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि आपत्ति, अपील तथा निगरानी को मिलाकर एक वर्ष से कम अवधि के कुल 1461 लम्बित वाद, 01 वर्ष से अधिक 905 वाद लम्बित हैै। समीक्षा के दौरान माहवार वादो के निस्तारण की प्रगति कम होने पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी चकबन्दी अधिकारी व सहायक चकबन्दी अधिकारी निर्धारित तिथि में अपने कोर्ट बैठकर वादो का निस्तारण सुनिश्चित करे। बैठक में प्रत्येक चकबन्दी अधिकारी, सहायक चकबन्दी अधिकारी तथा बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी के द्वारा देखे जाने वाले मुकदमो की समीक्षा प्रत्येक अधिकारीवार कियाa गया। चकबन्दी वादो के निस्तारण के सम्बन्ध में समीक्षा में पाया गया कि जनपद में कुल 87 गाॅव चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित है जिनमें से 10 गाॅव 10 वर्ष से अधिक चकबन्दी प्रक्रियाधीन हैं। जिसमें जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि गाॅव में ही चैपाल लगाकर लोगो की आपत्तियाॅ सुनी जाय तथा उसका निस्तारण कर चकबन्दी प्रक्रिया को समाप्त किया जाय। बैठक में चकबन्दी न्यायालयो में वादो की सुनवाई/निस्तारण की मासिक समीक्षा भी की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी कोर्ट में बैठकर वादो को माहवार लक्ष्य निर्धारित करते हुये सुनवाई कर निस्तारण करे तथा चकबन्दी न्यायालयो में 05 वर्ष से अधिक समय से लम्बित वादो के गुण दोष के आधार पर निस्तारण किया जाय। चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रचलित तहसीलवार/ग्रामो एवं धारावार तथा वार्षिक लक्ष्यो सापेक्ष मसिक प्रगति की समीक्षा की गयी। बताया गया कि ग्राम अमोई, अनुरूद्धपुर, पूरबपट्टी, चन्द्रगढ़, बबुराकला, बेड़वन मुड़ेल व मवैया धारा-3(25) प्रभावित तथा ग्राम गौरा, गयासपुर, चैराही एवंस सरसा मा0 उच्च न्यायालय स्थगनादेश एवं ग्राम पचोखरा में धारा-6(1) से चकबन्दी प्रक्रिया प्रभावित हैं। बन्दोबस्त अधिकरी के द्वारा यह भी बताया गया कि लक्ष्य से अतिरिक्त ग्राम सोठियाकला में सर्वे का कार्य एवं ग्राम गढ़वार में धारा-8 का कार्य पूर्ण करा लिया गया हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम गोहानी, पथरहा, बंघरा तिवारी व बौड़रा में धारा-27 की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है तथा अन्य ग्राम बेदौर में धारा-27 की कार्यवाही मार्च 2022 तक पूर्ण कर ली जायेगी। ग्राम गोहानी में धारा-22 की प्रगति प्राप्त की गयी है तथा ग्राम पथरहा, बघरा तिवारी, बैदौर व बौड़रा में धारा-52 की कार्यवाही मार्च 2022 तक पूर्ण कर ली जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा लम्बित ग्रामो प्रत्येक चकबन्दी/सहायक चकबन्दी अधिकारी के क्षेत्रवार लक्ष्य एवं प्रगति की विस्तृत जानकारी ली गयी। बैठक में बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी संयज श्रीवास्तव के अलावा सभी चकबन्दी अधिकारी व सहायक चकबन्दी अधिकारी उपस्थित रहें।

आज ही डाउनलोड करें

विशेष समाचार सामग्री के लिए

Downloads
10,000+

Ratings
4.4 / 5

नवीनतम समाचार

खबरें और भी हैं