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डॉ संजीत कुमार की अध्यक्षता में केंद्र पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया गया




*आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, अमिहित, जौनपुर-2 पर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आज़ादी दिवस*
आचार्य नरेंद्र कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, अमिहित, जौनपुर-2 के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ संजीत कुमार की अध्यक्षता में केंद्र पर आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज़ादी दिवस/ स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षों-उल्लास के साथ मनाया गया। नव निर्माण हो रहे केन्द्र के प्रशासनिक भवन के सामने ध्वजारोहण, प्रभात फेरी, केंद्र के प्रक्षेत्र पर भृमण के बाद केंद्राध्यक्ष डॉ संजीत कुमार ने देश के अमर शहीदों को शत-शत नमन करते हुये केन्द्र पर उपस्थित सभी किसानों, अतिथियों एवं वैज्ञानिकों का स्वागत करते किया। उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी को पाने के लिए न जाने कितने वीरों एवं वीरांगनाओ ने अपने जीवन की आहूति देकर आज़ादी पाई है। इस आज़ादी को कायम रखना हम सभी देश वासियों के परम धर्म एवं प्राथमिक कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखते हुए हम सभी मिलकर अपने जीवन के अंतिम पल तक देश हित मे कार्य करके एक विकसित भारत का निर्माण कर सकते है जो हम सभी प्रथम लक्ष्य है। केंद्र के वैज्ञानिको के साथ सैंकड़ों प्रगतिशील किसानो ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। केंद्र के अध्यक्ष ने किसानो के बीच एकीकृत खेती के तरीक़ों एवं इससे होने वाले लाभों पर विशेष चर्चा की। इस उपलक्ष पर कृषि विज्ञान केंद्र, चंदौली से आए हुए उद्यान वैज्ञानिक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने सब्ज़ियों और फल फूलों की खेती पर विस्तृत चर्चा की। केंद्र के पादप रोग वैज्ञानिक डॉ संदीप कुमार ने बताया की किस प्रकार सही तरह से मशरूम की खेती कर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं जिससे अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं। मृदा वैज्ञानिक डॉ दिनेश कुमार ने किसानो को सम्बोधित करते हुए मृदा परीक्षण के महत्व और तरीक़े को बताया। उन्होंने जीवामृत के ऊपर विस्तृत जानकारी दी । केंद्र के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ अमित कुमार सिंह ने वैज्ञानिक पद्धति पशुपालन के द्वारा आय को बढ़ाने के तरीक़ों की वृहद् जानकारी किसानो के साथ साझा की। डॉ सिंह ने बताया की बकरी का दुग्ध क्यों लाभकारी है । डॉ सिंह ने पशुओं के सही प्रबंधन की रणनीतियों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी । कृषि अभियांत्रिकी वैज्ञानिक अभियंता बरूण कुमार ने खेती किसानी में यंत्रो के सही उपयोग के बारे में बताया। केंद्र के शश्य वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार ने मेड़ पर बुवाई करने के तरीक़े एवं फ़ायदों पर विशेष चर्चा की एवं ख़रीफ़ की फसलों में वैज्ञानिक विधि से खरपतवार प्रबन्धन पर विस्तृत जानकारी दी। केंद्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक श्री विजय कुमार सिंह ने किसानो से व्यवसायिक खेती अपनाने की अपील की तथा प्रक्षेत्र प्रबन्धन पर विस्तृत चर्चा की।
इस अवसर पर जनपद के जाने माने प्रगतिशील किसान श्री इंदरसेन सिंह, श्री आकाश मौर्या, श्री महेन्द्र सिंह, श्री रविन्द्र नाथ सिंह, श्री ओम प्रकाश (पूर्व ग्राम प्रधान), श्री संजय सिंह आदि किसानो ने अपने खेतों पर किये गये खेती के अनुभवो को साझा किया और अन्य किसानो का हौसला वर्धन किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर डॉ संजीत कुमार ने कार्यक्रम के समापन के दौरान कहा कि किसान भाई एकीकृत कृषि प्रणाली के विभिन्न आयामों जैसे फसलोत्पादन, सब्जियों की खेती, फलदार वृक्षों की खेती, पशुपालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन , मछली पालन, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, मेड़ों पर पेड़ो को लगाकर बदलते हुई जलवायु परिस्थितियों के चलते अपने कृषि व्यवसाय की उत्पादन लागत को कम करते हुये अधिक आय प्राप्त कर सकेंगे। डॉ कुमार ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि एकीकृत कृषि प्रणाली को अपनाकर वातावरण सन्तुलन को बनाये रखते हुये किसान अपनी शुद्ध आय को बढ़ाते हुये, देश की कृषि आय को बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान करे, जिससे खुद किसान एवं देश आत्मनिर्भर हो सके। किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के लिये यही सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक के आयोजन पर डॉ संजीत कुमार ने सभी किसानों, अतिथियों, प्रेस तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकार बन्धुओ तथा वैज्ञानिको का आभर व्यक्त करते हुये सभी को स्वतंत्रता दिवस / आज़ादी दिवस की शुभकामनाएं एव बधाई दी । इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आये सैकड़ो किसानो अंगवस्त्र एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया तथा किसानों एवं वैज्ञानिको द्वारा केन्द्र पर आंवला एवं सहजन का वृक्षारोपण किया गया । कार्यक्रम के आयोजन में केंद्र के सभी वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों; प्रदीप कुमार यादव, सचिन यादव, विवेक सिंह, अजय शंकर प्रजापति (कृषि विभाग) एवं विश्वजीत सिंह आदि का अमूल्य योगदान रहा।

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