VIRENDRA GUPTA – मीरजापुर। 14फरवरी 2020, जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरण समिति, जिला बांस विकास अभिकरण, जिला गंगा समिति, जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए सर्वप्रथम जिला पर्यावरण समिति की समिक्षा की। इस दौरान उन्होंने जल, वृक्ष, प्रदुषण आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सरकार के मंशानुरूप कार्य करने को निर्देशित किया जिसमें पर्यावरण को किस प्रकार बचायी जाय इसको लेकर जमीनी स्तर पर काम करने को कहा। जिलाधिकारी को बताया गया कि नगर में कुल 38 वार्ड है। जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि इन स्थानों से एकत्रित कुड़े को कहा डंप किया जाय इसके लिए स्थान चिन्हिंत किया जाय। जिलाधिकारी को बताया गया कि चुनार में 25 वार्ड हैं जहां कुल 110 सफाईकर्मी है, और यहां कुल 5,545 करदाता हैं।
जिलाधिकारी ने नालियों के एक्शन प्लान पर चर्चा करते हुए कहा कि जहां नालियां खुलीं है वहा जाली लगाकर बंद करें जिससे कोई खतरा ना हो। उन्होंने यह भी कहा कि मानसुन शुरू हो या खतम हो उससे पहले नालियों की सफाई हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कछवां में जहां डमप कर रहे है वहां पर कम से कम ढाई एकड़ जम़ीन देखकर खरीदें और कूड़ा डम्प करने की व्यवस्था करें और सुनिश्चित करें की आसपास कोई घर न हों।
जिला बांस विकास अभिकरण पर जिलाधिकारी को डीएफओं के द्वारा बताया गया कि मड़िहान क्षेत्र में बास के कारीगर अधिकतर पाए जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बास के कारीगरों के लिए मशीन लगाया जाना है जिससे वे आसानी से काम कर सकेंगे। यह भी बताया गया कि जो किसान मजदूर अपने से मशीन लगायेगा उसका 50 प्रतिशत सरकार अपने तरफ से सरकारी सहायता दी जायेगी। इसके उपरांत जिला गंगा समिति पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी को बताया गया कि जनपद में कुल 27 नालें है जिनमें 10 पैक हैं, 17 में जाली लगायी गयी है। जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि जो 17 नालों में जाल लगायी गई है उसे भी बंद कराने की प्रक्रिया शुरू करें ताकि नमामि गंगे परियोजना में सहायता मिले और गंगा को निर्मल बनाया जा सके। गंगा किनारे बसंे 67 गावों में प्रशिक्षण दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा के किनारे गावों में नगर पंचायत की जम़ीन देखें जिसमे गौशाला बनाया जाय। जिलापंचायत राज अधिकारी के द्वारा बताया गया कि गंगा के किनारें मौजूद गावों में कुल 13 तालाबों का निर्माण कराया गया है, गंगा चबुतरे बनाए गए हैं। उसके उपरांत जिला वृक्षरोपण समिति पर चर्चा की गई जिसमें जिलाधिकारी को बताया गया कि 2020-21 में आवंटित लक्ष्य 56,76 884 है। जिसमें 27 विभाग काम कर रहा है। जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जायं जिसमें स्कूल , आगनवाड़ी, सड़क के किनारें आदि जगहों को चिन्हित कर वृक्षारोपण करें। उन्होंने कहा कि विन्ध्यक्षेत्र में बन रहे रोप-वे दोनों रास्तों पर वृक्षारोपण किए जाय। डीएफओ के द्वारा बताया गसया कि 25 स्थानों को चयनीत किया गया है जो 2019-20 का निर्धारित वृक्षारोपण के लक्ष्यों के प्रगति हेतू ग्राम पंचायत स्त्र पर माइक्रो प्लान कराया जायेगा। जिसमें शासन से टीम को आना है और वे उसकी जांच करेंगें।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह, अपर लिाणिकारी यूपी सिंह, सीएमओं ओ पी तिवारी, डीएफओ व सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।