मिर्जापुर ,
कई बार की तरह इस बार भी खेतों से भटक कर नीलगाय शहर के अंदर प्रवेश कर गई ।
प्राय; नीलगाय खाली मैदानों में पहाड़ों पर जंगली एरिया में या खेतों में रहते हैं। लेकिन कभी-कभार नील गाय के बच्चे या परिपक्व नीलगाय भी भटक कर शहर में आ ही जाते हैं।
ऐसी ही एक घटना आज घटित हुई मिर्जापुर के महुआरिया स्थित मधुशाला में स्थानीय लोगों के मुताबिक चौथी बार नीलगाय आ पहुंची ।
भीड़ को देखकर नीलगाय कभी भड़कती कभी भागती उसकी तेज चाल देख भगदड़ के भी चलते लगभग 3 लोगों को हल्की चोटें आने की भी खबर है ।
फिलहाल स्थानीय लोगों के मुताबिक महुअरिया और आसपास के इलाकों में पांचवी बार नीलगाय के भटक के पहुंचने को लोग तरह-तरह की कहानियों से भी जोड़कर देख रहे हैं ।
कुछ लोग इसको इत्तेफाक मान रहे हैं तो कुछ लोग एक दूसरे से प्रश्न के तौर पर पूछ रहे हैं, कि अखिल लगातार इसी एरिया में नीलगाय क्यों और कैसे पहुंचती है ।
फिलहाल वन विभाग की टीम नीलगाय को मधुशाला से रेस्क्यू करते हुए जंगल में छोड़ दिया है देर तक मधुशाला में ही उसको बाहरी दरवाजा बंद करके लोग राहत की सांस ले रहे थे आने जाने वाले लोगों में भी कौतूहल जबरदस्त दिखाई दिया।