समाचारभदोही में आयोजित कारपेट मेला में भारी संख्या में विदेशियों के आने...

भदोही में आयोजित कारपेट मेला में भारी संख्या में विदेशियों के आने से कारपेट व्यवसाय में रौनक बढ़ी

आज दिनांक 15 अक्तूबर 2024 वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से कालीन निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा कारपेट एक्सपो मार्ट, कारपेट सिटी, भदोही में आयोजित चार दिवसीय 15 से 18 अक्तूबर २०२४ तक चलने वाले कालीन मेले का शुभारम्भ मुख्य अतिथि गिरिराज सिंह , कपड़ा मंत्री, भारत सरकार ने दीप जलाकर किया | उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में पवित्रा मार्गेटा , कपड़ा और विदेश राज्य मंत्री , भारत सरकार और प्रदेश के उद्योग मंत्री राकेश सचान भी उपस्थित रहे |
उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहने वाले अन्य गणमान्य अतिथियों में डॉ. विनोद कुमार बिन्द, सांसद, भदोही, दीनानाथ भास्कर, विधायक, औराई, विपुल दुबे, विधायक, ज्ञानपुर, दीपक मिश्रा, आशीष सिंह बघेल, भाजपा प्रान्त मंत्री काशी क्षेत्र, सोहन लाल श्रीमाली, उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग के उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, भदोही, वीरेन्द्र सिंह, पूर्व सांसद भदोही, कुलदीप राज वट्टल , अध्यक्ष, CEPC, एवमं प्रशानिक समिति के सदस्य महाबीर प्रताप शर्मा , मोहम्मद वासिफ अंसारी, अनिल कुमार सिंह , असलम महबूब , बोधराज मेहरोत्रा, संजय गुप्ता , रवि पटोदिया , सूर्यमणि तिवारी, हुसैनी जफ़र हुसैनी, पियूष कुमार बरनवाल, इम्तियाज़ अहमद एवं रोहित गुप्ता, दीपक खन्ना, मेहराज यासीन जान, एकमा अध्यक्ष रजा खान, एकमा उपाध्यक्ष राजेश कुमार, परिषद् के पूर्व प्रसाशनिक समिति के सदस्य उमेश कुमार गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद मिश्र, श्रीराम मौर्या, ओंकार नाथ मिश्रा के साथ अन्य सदस्य निर्यातक के अलावा जगमोहन, कार्यकारी निदेशक सह-सचिव मौजूद रहे |

गिरिराज सिंह, कपड़ा मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि के बाद कपड़ा मंत्रालय ही देश में सबसे बड़ा रोजगार देने वाला उद्योग है | हमारा लक्ष्य 2030 तक 6 करोड लोगों की रोजगार देने का है | वर्तमान में यह उद्योग 170 मिलियन डॉलर का है जिसे 2030 तक 300 बिलियन डॉलर तक लाया जाएगा, उन्होंने कहा कि कपड़ा उद्योग में इस बढ़ोतरी से 20 लाख मिलियन टन यार्न की भी आवश्यकता होगी | अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में प्रतिस्पर्धा के लिए हमें नई तकनिकी पर कार्य करना होगा और मंत्रालय जल्द ही जुट और बम्बो के संयोग द्वारा एक नए फाईबर को बिकसित करने पर कार्य कर रहा है | उद्योग को अन्तराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में रहने के लिए अपनी ट्रांजिसन लागत को कम करने पर ध्यान देना चाहिए, जिसके लिए उन्हें अपने क्षेत्र में ही स्पिनिंग मिल्स लगाने की योजना पर कार्य करना चाहिए, इससे वे अपनी लागत का 15% बचा सकते है और साथ ही क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे | गिरिराज सिंह ने अपने मंत्रालय द्वारा उद्योग के विकाश के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया |
कपड़ा और विदेश राज्य मंत्री पवित्रा मर्गेटा ने कहा कि यह मेला शानदार उत्पादों का प्रदर्शन है इस मेले से भारत की बेहतरीन कला संस्कृति का प्रदर्शन हो रहा है | कालीन पुरे देश को जोड़ने का कार्य कर रहा है | प्रदेश के लघु एवं माध्यम उद्योग मंत्री राकेश सचान ने कहा कि कारपेट एक अलग प्रकृति का उद्योग है, जिसके लिए उन धागे इत्यादि कृषि उत्पाद है और इसकी बुनाई ज्यादातर किसान करते है | इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर एक अलग पालिसी बनाये जाने की आवश्यकता है | सरकार इस उद्योग के लिए हर संभव सहयोग के लिए तत्पर है |

राकेश सचान, उद्योग मन्त्री MSME ने प्रदेश सरकार द्वारा अपने विभाग से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया | इस अवसर पर अन्य उपस्थित अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए उद्योग को सहायता का आश्वासन दिया |
चार दिवसीय मेले में 67 देशों 500 सौ से ज्यादा आयातक प्रतिनिधि और 260 निर्यातक देश के विभिन्न हिस्सों से भाग ले रहे है
सीईपीसी के चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने कहा, “इंडिया कार्पेट एक्सपो अंतर्राष्ट्रीय कालीन खरीदारों, खरीददारों, खरीद एजेंटों, आर्किटेक्ट्स और भारतीय कालीन निर्माताओं और निर्यातकों के लिए एक आदर्श मंच है, जहाँ वे एक-दूसरे से मिलकर दीर्घकालिक व्यापारिक संबंध स्थापित कर सकते हैं। यह प्रदर्शनी हस्तनिर्मित कालीन के भारतीय निर्यात को और अधिक और नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वट्टल ने आगे कहा कि भाग लेने वाले निर्माताओं और निर्यातकों के लिए जबरदस्त व्यावसायिक अवसर हैं, क्योंकि दुनिया भर से हस्तनिर्मित कालीनों के कई प्रमुख खरीदार इस शो में भाग लेंगे और निकट भविष्य में हज़ारों करोड़ से अधिक के ऑर्डर निष्पादित होने की उम्मीद है। कालीन एक्सपो में नए डिज़ाइन प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
इंडिया कार्पेट एक्सपो एशिया के सबसे बड़े हस्तनिर्मित कालीन मेलों में से एक है, जहाँ खरीदारों को एक ही छत के नीचे बेहतरीन हस्तनिर्मित कालीन, गलीचे और अन्य फ़्लोर कवरिंग खरीदने का अनूठा मंच मिलता है। 240 प्रदर्शकों की भागीदारी के साथ, यह हस्तनिर्मित कालीनों के लिए दुनिया भर में एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है।
पहले दिन लगभग 30 देशों से रिकॉर्ड संख्या में 153 विदेशी कालीन खरीदार मुख्य रूप से अर्जेंटीना, आष्ट्रेलिया, ब्राज़ील, फ्रांस, कनाडा, इसराइल, टर्की, जापान, रुष, USA, U.K. इटली, स्वीडेन, जर्मनी, नीदरलैंड, पोलैंड और 185 खरीद प्रतिनिधियों ने इस ग्रामीण आधारित कुटीर क्षेत्र के लिए व्यवसाय उत्पन्न करने के लिए एक्सपो का दौरा किया।

परिषद का प्रयास कालीन आयातकों के साथ-साथ निर्माता-निर्यातकों को विशेष व्यावसायिक वातावरण प्रदान करना है, जिससे अंततः इस अत्यधिक श्रम गहन ग्रामीण आधारित एमएसएमई कुटीर उद्योग में कार्यरत लगभग 2 मिलियन बुनकरों और कारीगरों को लाभ होगा।
कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक श्री जग मोहन ने प्रसन्नता व्यक्त की और आशा व्यक्त की कि यह एक्सपो नए मील का पत्थर स्थापित करेगा और इसका अंतिम लाभ बुनकरों और उनके परिवारों को मिलेगा।

आज ही डाउनलोड करें

विशेष समाचार सामग्री के लिए

Downloads
10,000+

Ratings
4.4 / 5

नवीनतम समाचार

खबरें और भी हैं