जिलाधिकारी द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी, ओवररेटिंग के कम में कठोर कार्यवाही की गयी। पी०सी०एफ०, मीरजापुर द्वारा दिनांक-25.11.2024 को बी०-पैक्स भरपुरा, विकास खण्ड- पहाड़ी, में 200 बोरी डी०ए०पी० एवं 250 बोरी यूरिया का प्रेषण किया गया। लोलारख नाथ मिश्रा, सचिव बी०-पैक्स भरपुरा द्वारा दिनांक-25.11.2024 को प्रातः 6.00 बजे सहकारी संघ लि० सिन्धोरा, विकास खण्ड-पहाड़ी के गोदाम में 200 बोरी डी०ए०पी० एवं 250 बोरी यूरिया उतरवाया गया। समिति कार्यक्षेत्र के कृषक प्रातः 10.00 बजे संघ के गोदाम पर उर्वरक लेने हेतु आये।
समिति सचिव 12.00 बजे सहकारी संघ के गोदाम पर आये, उनके द्वारा कृषकों की उपस्थिति में गोदाम का ताला खोला गया। डी०ए०पी० उर्वरक के बोरियों को गिनने पर गोदाम में 25 बोरी डी०ए०पी० उर्वरक कम पायी गयी। सहायक विकास अधिकारी (सह०), विकास खण्ड-पहाड़ी एवं खण्ड विकास अधिकारी, विकास खण्ड-पहाड़ी द्वारा 25 बोरी डी०ए०पी० कम होने की पुष्टि की गयी । दिनांक-25.11.2024 को सायं 3.35 बजे सहायक विकास अधिकारी (सह०), विकास खण्ड-पहाड़ी द्वारा बी०-पैक्स भरपुरा एवं सहकारी संघ लि०, सिन्धोरा के गोदामों को सील किया गया।
जिलाधिकारी, मीरजापुर द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में 25 बोरी डी०ए०पी० उर्वरक की कालाबाजारी करने के कारण लोलारख नाथ मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया जाता है। दिनेश कुमार शर्मा, सहायक विकास अधिकारी (सह०), विकास खण्ड-पहाड़ी को अग्रिम आदेश तक बी०-पैक्स भरपुरा समिति के समस्त कार्यों को करने के लिए अधिकृत किया जाता है। रणेन्द्र नाथ द्विवेदी, अपर जिला सहकारी अधिकारी, मुख्यालय को उक्त प्रकरण की जांच हेतु जांच अधिकारी
नामित किया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा सभी सहकारी एवं निजी उर्वरक बिकी केन्द्रों पर उर्वरक बिकी हेतु राजस्व कर्मियो की तैनाती की गयी है। विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी एवं तहसील स्तर पर तहसीलदार को नोडल अधिकारी बनाया गया है।