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मिर्जापुर का लोहंदी नदी और उसका उदगम स्थल पाताल तोड़ स्थान पर पड़ी डीएम दिव्या मित्तल की नजर, बदले का नदी का नजारा

प्राकृतिक लोंहदी नदी का होगा जीर्णोद्धार

जिलाधिकारी ने फावड़ा चलाकर व मंत्रोच्चार के साथ किया शुभारम्भ

11 ग्राम पंचायतो से होते हुये 14.8 किलोमीटर तक बहने वाली नदी की 40 दिन में होगी सफाई

मीरजापुर 21 जून 2023- ग्राम पंचायत बरकछा खुर्द के अटारी बार्डर के पास से भोकवा नाला से निकली हुयी प्राकृतिक लोेंहदी नदी का जीर्णोद्धार जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देश पर प्रारम्भ किया गया। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने नदी में पूजन अर्चन व मनरेगा मजदूरो के साथ फावड़ा चलाकर जीर्णोद्धार कार्य का शुभारम्भ किया। 11 ग्राम पंचायतो यथा

छीतपुर, नकहरा, सिरसी बघेल, सिरसी गहरवार, चन्दईपुर, लोंहदी खुर्द, लोहंदी कला, गोपालपुर, राजापुर, बसही व कंतित से होते हुये यह नदी लगभग 18.8 किलोमीटर की दूरी तय करते हुये गंगा नदी में जाकर मिलती हैं। नदी का प्राकृतिक जल स्रोत भोकवा नाला के अतिरिक्त विकास खण्ड के सामने पाताल तोड़ कूप व लोहंदी महावीर के पास 11 तख्वा पुल के पास स्थित कूप से अनवरत पानी भारी मात्रा में निकलते हुये नदी में जल स्रोत बनाये रखने की अहम भूमिका थी, परन्तु जल स्तर नीचे चले जाने के कारण प्राकृतिक रूप से जल स्रोत कम होने के फलस्वरूप नदी में पाट, झाड़ी आदि होने जाने के कारण नदी के पानी का बहाव नही हो पा रहा था। कतिपय

ग्राम वासियों व विभिन्न सूत्रो से जिलाधिकारी को इस नदी के बारे में जानकारी प्राप्त होने पर जल स्रोत को बनाये रखने एवं नदी की साफ सफाई के लिये जिलाधिकारी द्वारा इस नदी के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया गया तत्पश्चात जीर्णोद्धार का कार्य मनरेगा, पंचम राज्य वित्त, श्रमदान व जन प्रतिनधियों आदि के सहयोग से लांेहदी नदी के विस्तार व पूर्व में स्थित प्राकृतिक जल से स्वच्छ बनाये रखने हेतु जीर्णाेद्धार का कार्य प्रारम्भ किया गया।


जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा व पंचम राज्य वित्त के तहत कार्य से कराया जायेगा। जिसमें लगभग रू0 01.25 करोड़ व्यय होने की सम्भावना हैं। जिसमें 46600 मानव दिवस का उपयोग करते हुये 40 दिन में कार्य को पूर्ण करा लिया जायेगा। इस लोंहदी नदी के पुनर्जीवित करने का कार्यक्रम जिला प्रशासन के तत्वाधान में सभी ग्रामीणों के द्वारा किया जायेगा। उन्होने कहा कि हमारा प्रयास है कि सीमित संशाधनों के होते हुये भी ऐसे कार्यक्रमो को चिहिन्त करके कराया जायेगा। उन्होने कहा

कि हमे उम्मीद है लोग ऐसे जुड़ते रहे और अपने संशाधनों से भी श्रमदान करते हुये छोटी-छोटी नदियों को पुर्नजीवित करने का कार्य करें। इसके पूर्व भी कर्णावती नदी को जीर्णोद्धार कराया गया था जिससे उस क्षेत्र के लोगो को लाभ मिल रहा हैं। उन्होने कहा कि हमारे आने वाले पीढ़ी व बच्चों के कल के लिये बहुत आवश्यक हैं कि नदियों को पुर्नजीवित रखें। उन्होने कहा कि नदियों के जीर्णोद्धार का कार्य


पुण्य का भी काम हैं। इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट आलोक प्रसाद, उपायुक्त मनरेगा मो0 नफीस, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, खण्ड विकास अधिकारी सिटी, ब्लाक प्रमुख सिटी व ग्राम प्रधान उपस्थित रहें।

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