समाचारमिर्जापुर में होने वाले सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय निर्यातक भी रहेंगे शामिल

मिर्जापुर में होने वाले सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय निर्यातक भी रहेंगे शामिल


कृषि उत्पाद व स्थानीय उद्योग के निर्यात को बढ़ावा देने हेतु 4 दिसंबर को मीरजापुर में “कृषि निर्यात -सम्मेलन व क्रेता-विक्रेता बैठक” का आयोजन, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल करेंगी उद्धाटन
सम्मेलन में किसान संगठनों के अलावा देश के अंतरराष्ट्रीय कृषि निर्यातक भी होंगे शामिल
मीरजापुर, 3 दिसंबर।
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के किसानों की आय एवं कृषि उत्पादों व स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने एवं उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए 4 दिसंबर को मीरजापुर में राष्ट्रीय स्तर पर “कृषि निर्यात -सम्मेलन व क्रेता-विक्रेता बैठक” का आयोजन होने जा रहा है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल सम्मेलन का उद्धाटन करेंगी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और एपीडा द्वारा संयुक्त तौर पर आयोजित इस सम्मेलन में देश के 15 अंतरराष्ट्रीय निर्यातक शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा पूर्वांचल के 30 कृषि उत्पादक संगठन एवं स्थानायी कारोबारी भी शिरकत करेंगे। सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के अलावा एपीडा के चेयरमैन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। सम्मेलन का आयोजन मीरजापुर के जंगी रोड स्थित रिद्धि वृद्धि बैंक्वेट हॉल में किया जाएगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल का कहना है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभिनव पहल के तहत भारत की आजादी के 75 वर्षों के पूरा होने पर पूरे देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी के तहत मीरजापुर में राष्ट्रीय स्तर पर “कृषि निर्यात -सम्मेलन व क्रेता-विक्रेता बैठक” का आयोजन होने जा रहा है। इसके तहत निर्यात क्षमता वाले उत्पादों को प्रोत्साहन देने, निर्यातकों के समक्ष आने वाली समस्याओं और जिलों से निर्यात परिदृश्यों में सुधार लाने के लिए कार्यनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह सम्मेलन बुलाया जा रहा है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वर्ष 2021-22 में निर्यात के लिए 4000 बिलियन अमेरिकी डॉलर का महात्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में पहले आठ महीनों के दौरान (नवंबर 2021 तक) के दौरान भारत से निर्यात 245.9 बिलियन डॉलर था, जो 2020-21 के दौरान इसी अवधि में 152.5 बिलियन डॉलर था, जिसमें 63.3 परसेंट की वृद्धि दर्ज की गई। श्रीमती पटेल का कहना है कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एपीडा ने इस क्षेत्र को कृषि – निर्यात हब के रूप में विकसित करने के लिए अनूठी पहल की है। पूर्वांचल के क्षेत्र अर्थात मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, संत रविदास नगर में ताजे फल और सब्जियों के उत्पादन में काफी अच्छी क्षमता है। इसी के तहत पूर्वांचल क्षेत्र से कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए “कृषि निर्यात -सम्मेलन व क्रेता-विक्रेता बैठक” का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन के जरिए उत्तर प्रदेश के किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि एवं उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किसानों की उपज की अच्छी कीमत उपलब्ध कराने हेतु राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने की एक सकारात्मक पहल है। इस बाबत किसानों एवं कृषि उत्पादों के निर्यातकों व कारोबारियों के बीच एक बेहतर सामंजस्य स्थापित किया जाएगा। श्रीमती पटेल ने कहा कि इस पहल से पूर्वांचल विशेष तौर पर वाराणसी एवं मिर्जापुर मंडल के किसानों की आय दोगुनी करने एवं उद्योग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
सम्मेलन में भाग लेने वाले संगठन:
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कृषि उत्पाद निर्यात करने वाले देश के प्रमुख निर्यातक, कृषि उत्पादक समूह, प्रगतिशील किसान के अलावा डीजीएफटी, आईसीएआर संस्थान, एनएचबी, नाबार्ड, नेफेड, यूपी मंडी परिषद, राज्य कृषि विश्वविद्यालय, बागवानी विभाग, कृषि विभाग, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशालय इत्यादि संगठन भाग लेंगे।

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