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लालगंज थाना क्षेत्र में घटित घटना के मामले में पीड़ित परिजनों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रेस वार्ता मिर्जापुर

वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर 94 53 82 1310 ,
मिर्जापुर जिला कलेक्ट्रेट में मंगलवार के दिन रहीसा बेगम पत्नी स्वर्गीय शकील अहमद निवासी ग्राम मांडा थाना मांडा जनपद प्रयागराज से अपनी बाकी बचे तीन बेटियों और अन्य परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर व जिला अधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा । कलेक्ट्रेट में पत्रकार वार्ता के दौरान बेटी पर हुए अत्याचार शारीरिक प्रताड़ना मानसिक प्रताड़ना के बाद हत्या कर लाश को फांसी के फंदे पर लटकाने के बाद नाटकीय ढंग से लोगों को गुमराह करने का रहीसा बेगम व उनकी अन्य बेटियों ने ससुराल पक्ष के ऊपर आरोप लगाया है।
रहीसा बेगम उनकी अन्य बेटियों का कहना है कि लालगंज थाना पुलिस ने दिनांक 6 सितंबर 2020 को बेटी के हत्यारे ससुराल पक्ष के मेहरूननिशा, इरफान अहमद, देवर फैजान अहमद व शमशुद्दीन उर्फ ताऊ के नाम पर f.i.r. सेक्शन 304 बी 498 ए दहेज अधिनियम 3 व 4 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था । पीड़ित परिजनों का कहना था कि थाना लालगंज के द्वारा घटना के 20 दिन से ऊपर बीतने के बावजूद भी नाम दर्ज मुकदमा में पंजीकृत मेहरूननिशा और फैजान को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है । परिजनों का कहना था कि अंतिम संस्कार के पूर्व जब बेटी के शरीर पर चोट के निशान देखा गया तो लोगों के होश फाख्ता हो गए ।लोगों के पैरों के तले जमीन खिसक गई ।इतनी बेरहमी से बिटिया के शरीर पर चोट के निशान देख हर कोई हे अल्लाह के शब्द कहने लगा। शरीर पर लगी चोट के निशान के वीडियो भी मौके पर उपस्थित पत्रकारों को पीड़ित परिवार के द्वारा उपलब्ध कराया गया। वीडियो में देखने पर स्पष्ट प्रतीत होता है कि मार कर बेरहमी से पहले पीटा गया होगा उसके बाद जब लड़की ने दम तोड़ दिया होगा तब उसको बनावटी फांसी के फंदे पर लटका दिया गया होगा। पीड़ित परिवारों का कहना है कि यदि मेरी बेटी के साथ न्याय व पुलिस के द्वारा अपराधियों को सजा दिलाने में हीला हवाली की जाएगी तो हम लोग लखनऊ और दिल्ली एक कर देंगे ।अपराधियों को सख्त सजा दिलाने का मांग करते हुए पीड़ित परिजनों ने लालगंज पुलिस को किसी भी दशा में अपराधियों के साथ नरमी बरतने का विरोध किया है ।और मांग किया है कि तत्काल बचे हुए अपराधियों को गिरफ्तार करके सख्त सजा के साथ जेल भेजा जाए ताकि मृतक बेटी की आत्मा को शांति मिल सके और मृतक के परिजनों को न्याय मिल सके। बताते चलें कि मृतक बिटिया के शरीर पर कई जगह चोट के निशान स्पष्ट देखे जा सकते हैं।

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