समाचारविद्युत सप्लाई बंद होने से जनपद में मचा हाहाकार, मिर्जापुर

विद्युत सप्लाई बंद होने से जनपद में मचा हाहाकार, मिर्जापुर

वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर 94 53 82 1310,

जनपद मिर्जापुर में पिछले दिनों से विद्युत कर्मचारियों के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते जनपद की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है ।कल कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति की जा रही थी लेकिन ज्यादातर भागों में विद्युत आपूर्ति बंद थी। देर रात होते-होते जिन इलाकों में विद्युत सप्लाई दी जा रही थी उसको भी बंद कर दिया गया। कल जिलाधिकारी मिर्जापुर द्वारा तमाम फीडर का दौरा कर तैयारी पूरी कर लिए जाने की प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया था। लेकिन विद्युत विभाग के द्वारा हाथ खड़ा कर दिए जाने से सारा इंतजाम धारा साही हो गया ।लोग मोबाइल चार्ज करना, पानी भरना व्यवसायिक व दैनिक दिनचर्या के साथ साथ पीने के लिए पानी के लिए भी दर-दर भटकते देखे गए। जिन इलाकों में चापाकल था वहां लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिला। लोगों ने कहा कि स्थिति घबराने वाली महसूस होने लगी ।कोई बताने को तैयार नहीं कि बिजली कब आएगी। जनपद का यक्ष प्रश्न बन चुका यह सवाल कि कब बिजली आएगी। जानकार बताते हैं कि इस बार विद्युत विभाग सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है ।विद्युत कर्मचारियों का मांग है कि सरकार विद्युत विभाग को निजी करण ना करें ।विद्युत कर्मचारियों ने इसके पूर्व कई बार सांकेतिक धरना व प्रदर्शन किया है ।निजीकरण के विरोध में विभाग को लगा की सुनवाई नहीं हो रही है तो इस बार सर्वाधिक कड़े कदम विद्युत कर्मचारियों के द्वारा लिए गए। कड़े निर्णय के बाद चारों तरफ से दबाव सरकार के तरफ बढ़ना लाजिमी हो गया है ।पक्ष विपक्ष हर दल के लोग बिजली आपूर्ति के बाधित होने से बुरी तरीके से प्रभावित हैं ।प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ विद्युत विभाग के द्वारा तमाम पंपलेट बांटे जा रहे जिसमें लिखा है कि निजीकरण के विरोध में तमाम संगठनों को विद्युत विभाग का मदद करना चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में यदि निजी करण हो जाता है तो फिर बिजली महंगी हो जाएंगे ,जैसे तमाम दलीलें देकर विद्युत कर्मचारी अपने पक्ष में तमाम संगठनों को जोड़ना चाहते हैं ।मिर्जापुर ऊर्जा मंत्री का क्षेत्र रहा है ऐसे में कई संगठनों के द्वारा भी व्यवस्था के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगाए जा रहे हैं ।फिलहाल आम उपभोक्ता तो पीस ही रहा है ।पहले से ही कल कारखाने बुरी तरीके से प्रभावित हो चुके थे किसी तरीके से पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही थी तो वहीं विद्युत विभाग के द्वारा हड़ताल किए जाने के निर्णय से व्यापारियों का कमर टूट सकता है ।किसी भी सूरत में लोगों का जीवन रेखा बन चुका विद्युत सप्लाई को बंद करके दबाव बनाने की विधि अत्यंत डरावना व भयावह है ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि 21वीं सदी में किसी भी विवादित मुद्दे का निपटारा एक मंच पर एक टेबल पर बैठ के होना चाहिए ।सेवा बाधित करके मांग बनवाना अनुचित है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जिसकी जो भी मांगे हैं उसके अधिकारियों और सरकार के नुमाइंदों को एक टेबल पर बैठ कर बात करना चाहिए । जनता को परेशानी ना हो प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था प्रभावित ना हो इसका ध्यान देते हुए इस मामले में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण होना चाहिए । जनपद मिर्जापुर में तमाम अस्पतालों में भी विद्युत व्यवस्था बाधित होने का बुरा असर पड़ रहा है।तो राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि उत्तर प्रदेश की सरकार मजबूत सरकार है। सरकार जनहित में फैसला लेने पर स्वतंत्र है ।सरकार जो चाहेगी वही फैसला लेगी ,क्योंकि सरकार पूर्ण बहुमत पर है ।सरकार को जनता का पूरा समर्थन प्राप्त है । लोगों ने भरोसा जताया है कि सरकार जो भी निर्णय लेगी जनहित में निर्णय लेगी।कुछ जानकारों ने बताया कि ऐसी विषम परिस्थितियों में जब विद्युत व्यवस्था चरमरा जाती है तो पेट्रोल पंप पर भी भीड़ बढ़ जाती है।

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