मिर्जापुर महिलाओं के लिए तमाम हेल्प डेस्क उत्तर प्रदेश की सरकार ने खोल रखने का दावा किया है। कई महिला थानों का भी निर्माण कराया गया है इसमें महिला अधिकारियों की भर्ती के अलावा महिलाओं के लिए विशेष तौर पर कई व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की तरफ से भी दी गई है ,लेकिन उसके बावजूद महिलाओं के पीड़ित होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
गीता देवी पत्नी राजबहादुर पुत्री शीतल प्रसाद व रवि यादव पुत्र राजबहादुर अपनी पीड़ा पर मरहम की गुहार लगाते दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है ।
सबरी मोहल्ला निवासी थाना कोतवाली कटरा के उपरोक्त मां और बेटे को कटरा थाना क्षेत्र की पुलिस से उम्मीदें और अपेक्षाएं कई गुना बढ़ गया है ।गीता देवी ने बताया कि उनके पति राजबहादुर ने उन्हें छोड़ दिया है और उनके पति ने दूसरी शादी भी कर ली है, लेकिन आज भी राजबहादुर की पत्नी गीता देवी राजबहादुर के प्रति अपनी कृतज्ञता ईमानदारी निष्ठा में कोई कमी नहीं रखती है।
गीता देवी के पिता शीतल प्रसाद ने बताया कि गीता अपने बच्चे के साथ रह जरूर रही है लेकिन महंगाई के इस दौर में मानसिक प्रताड़ना के साथ-साथ आर्थिक रूप से भयंकर जूझ रही गीता देवी ने जब न्यायालय का शरण लिया तो न्यायालय के आदेश के बावजूद भी उसको न्यायालय के द्वारा जारी आदेश का लाभ नहीं मिल पाया है, जिसके चलते वह आज भी न्याय से वंचित है ।
गीता देवी के पिता शीतल प्रसाद ने बताया कि न्यायालय के द्वारा गीता देवी को ₹8000 मासिक भत्ता भरण-पोषण भत्ता उसके पति के द्वारा दिए जाने का आदेश भी जारी किया गया लेकिन आज दिनांक तक गीता देवी के पति के द्वारा भरण पोषण गुजारा भत्ता नहीं दिया गया।
गीता देवी ने स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन से अपेक्षा किया है मांग किया है कि उनके पक्ष में कोर्ट के द्वारा जारी आदेश का अनुपालन कराया जाए ।
गीता देवी ने बताया कि प्रतिमाह रकम न दिए जाने की वजह से उनको भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उपरोक्त आदेश के अनुपालन कराए जाने की मांग करने के साथ-साथ गीता देवी ने कहा कि उनकी स्थिति जर्जर और खतरनाक अवस्था में पहुंच चुकी परिस्थितियों को देखते हुए उनके पति के विरुद्ध 1000000 रुपए के ऊपर हो चुके रकम की वसूली के लिए उनके पति को गिरफ्तार करके वसूली वारंट जारी किया जाए जिससे उनके साथ न्याय हो सके।