मिर्ज़ापुर -अभी भी समय है, जनपदवासियों के लिए सुनहरा मौका क्योंकि जिले का ब्यूरोकेट्स ने अपनी सर्वाधिक ताकत लगा दी है कि मिर्ज़ापुर जनपद का नाम सिर्फ रंगोली या नाव के माध्यम से रिकार्ड कायम करना नही था ।इसका जो मूल उद्देश्य है ,उसकी पूर्ति सिर्फ और सिर्फ जनपद की जनता कर सकती है ।अब गेंद जनता के पाले में है ,यदि सर्वाधिक वोटिंग होती है तो पूरे भारत में मिर्ज़ापुर का नाम रोशन हो सकता है ,ये सम्भव है ,यदि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी (नैतिक)समझेगा तो यह गौरव मिर्ज़ापुर के नाम हो सकता है।जिस क्षेत्र में ज्यादा मतदाता अपने मताधिकारी का प्रयोग करते है वो क्षेत्र अन्य क्षेत्रों की तुलना में विशेष महत्व रखता है।वहाँ के लोग बुद्धिमान व् सजग कहे जा सकते है ।यह गौरव की बात है कि मिर्ज़ापुर जनपद का मत प्रतिशत सर्वाधिक हो इसके लिए दो युवा अधिकारी का नेतृत्व मिल रहा है ।यह संयोग भी है कि महिला अधिकारी के तौर पर जिलाधिकारी कंचन वर्मा जो पहले भी अपनी कार्यशैली (अनूठी)को लेकर पुरस्कृत हो चुकी है और दूसरा पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी इन्होंने भी जिस जनपद को पूर्व में छोड़ा वंहा के लोग आज भी उनके द्वारा कराए गए कार्य की न सिर्फ सराहना करते है बल्कि लोगो के साथ उनका आत्मीय लगाव हो जाने के कारण उनके विदाई समारोह में लोगो के आखो में आंसू तक देखा गया था ।
कहने का आशय ये है कि जनपद को लीड करने वाले ऐसे अधिकारी हमारे जिले की शोभा बढ़ाने में ही नही पुरे विश्व में जनपद मिर्ज़ापुर का नाम दर्ज कराने में सफलता पा चुके है ।अतः हम यह कह सकते है कि अब एक मौका और है जिससे हम सर्वाधिक लोकप्रिय हो सकते है और मिर्ज़ापुर जिला को सर्वाधिक मतदान करने का “ताज” पहनाया जा सकता है ।हम सभी को मतदान का महत्व समझते हुए अपने कर्तव्य को करने का मौका 8 मार्च को मिलने जा रहा है।
सबसे बड़ा सवाल क्या हम अपने जनपद का नाम सर्वाधिक जागरूक क्षेत्र की श्रेणी में रख पाएंगे ।यदि हाँ तो इसके लिए 8 मार्च छुट्टी का दिन न बनाते हुए क्षेत्र में विकास ,राष्ट्र के लोकतंत्र को मजबूत व् अपना हिसाब पूरा करने के उद्देश्य से अपने मताधिकार का प्रयोग करना नहीं भूलना चहिये |
सर्वाधिक वोटिंग होती है तो पूरे भारत में मिर्ज़ापुर का नाम रोशन हो सकता है-MIRZAPUR
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