
मिर्जापुर ,आईपीएस बताने वाला सिपाही पहुंचा पत्रकार के घर, की अभद्रता पत्रकारों में रोष
उपरोक्त मामले में पीड़ित पत्रकार मिथिलेश अग्रहरि पडरी संवादाता हिंदुस्तान ने बताया कि विगत 13 दिन पूर्व मेरे पटीदार नान्हक कबाड़ी से मेरे छत पर लोहे का पोल लगाकर विजली दौड़ाने के सम्बंध में मामूली कहा सुनी हुआ था।जिसमें दोनों पक्ष को बुलाकर थानाध्यक्ष महोदय पड़री ने दोनों पक्ष को संतुष्ट कराते हुए मामले को शांत करा दिए थे।उसके बावजूद भी नान्हक कबाड़ी ने संभवतः किसी अधिकारी के यहाँ लिखित दरखास दिया था।जिस प्रकरण में उक्त दोनो आरक्षियों अल्ताब खान व दीपक यादव ने घर पहुँचकर मेरे न रहने पर मेरे पत्नी से मेरे विषय में जानकारी हासिल की और मुझसे मोबाइल पर वार्ता किया जिसका आडियो रिकॉर्डिंग आप लोगो के समक्ष प्रस्तुत है। बताया गया कि 2 सिपाही पत्रकार के घर पहुंच कर जिस लहजे में बात किया है वह अशोभनीय है। उपरोक्त घटना के बाद जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने घटना की कड़ी निंदा की है और कहां की पुलिसकर्मियों को मालूम था कि यह घर पत्रकार का है उसके बावजूद इस तरीके से बातचीत करना और पत्रकारों को धमकाने का जीता जागता उदाहरण है। संगठन ने मांग किया है कि तत्काल दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए।