वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर,
*जनपद मीरजापुर*
*युवती के मोबाइल पर एप्लिकेशन डाउनलोड करा कर अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी करके खाते से निकाले गये कुल 48900(अड़तालीस हजार नौ सौ) रुपयों को साइबर क्राइम सेल, मीरजापुर द्वारा खाते मे वापस कराया गया –*
*घटना का संक्षिप्त विवरण –*
दिनांक 22/01/2020 को आवेदिका शिवानी कुमारी झा निवासी बी0एच0यू0 विन्ध्वासिनी गर्ल्स हास्टल बरकछा थाना कोतवाली देहात मीरजापुर द्वारा पुलिस कार्यालय मीरजापुर मे एक शिकायती प्रार्थना देकर बताया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिनांक- 21/01/2020 को आवेदिका मोबाइल पर लिंक भेज कर एक एप्लिकेशन डाउनलोड (मोबाईल स्क्रीन शेयरिग अप्लीकेशन) कराया गया जिससे उसका मोबाइल हैक हो गया और जबतक वह समझ पाती तब तक उसके खाते से कुल 48900 रुपये दो बार मे निकाल लिया गया ।
तत्काल शिकायत का संज्ञान लेते हुए साइबर सेल द्वारा कार्यवाही करायी गयी, जिसके फलस्वरुप दिनांक 05.02.2020 तक आवेदिका के खाते में कुल 48900 (अड़तालीस हजार नौ सौ) रुपये वापस प्राप्त हुए । आवेदिका शिवानी कुमारी झा द्वारा मीरजापुर पुलिस तथा साइबर क्राइम टीम की प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया गया ।
*साइबर क्राइम पुलिस टीम मीरजापुर*
1. उ0नि0 मानवेन्द्र सिंह प्रभारी साइबर क्राइम सेल, मीरजापुर
2. आरक्षी गणेश प्रसाद गौड़ साइबर क्राइम सेल, मीरजापुर
3. आरक्षी मो0 एहसान खाँ साइबर क्राइम सेल, मीरजापुर
*जनपद मीरजापुर, साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी का संपर्क नम्बर-9451082870*
*आम नागरिकों हेतु ये जानकारी रखना बहुत जरूरी है-*
अगर आपको बैंक या बैंक के कॉल सेंटर से जुड़े होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति का कॉल आता है तो उस डिस्प्ले नंबर पर आंख बंद कर बिल्कुल भी भरोसा न करें, यह जान लें कि न ही रिजर्व बैंक से आपके बैंक से इस तरह के कोई कॉल कस्टमर्स को किए ही नहीं जाते हैं।
अगर बैंकिंग से जुड़ा आपको कोई कॉल आता है या कोई व्यक्ति आपसे कुछ करने या बताने को कहता है तो उस व्यक्ति पर भरोसा न करें, ऐसा कुछ करने से पहले रुकें और सोचें, आप सतर्क रहेंगे तो आप परेशान नहीं होंगे।
अगर कोई व्यक्ति आपको Quicksupport, Anydesk, VNC, Ultra VNC, Teamviewer, Ammyy, Seescreen, BeAnywhere, LogMein, RealVNC और Skyfexetc जैसे ऐप को इन्स्टॉल करने को कहे तो यह कतई न करें. यह सारे ऐप धोखाधड़ी के मामलों से जुड़े हो सकते हैं। जो कि ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सऐप के माध्यम से लिंक के रूप में आप के मोबाइल पर भेजे जा सकते है।
अगर आपको ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सऐप से कोई अननोन लिंक मिलते हैं तो आप सावाधान रहें, कभी भी थर्ड पार्टी या अननोन सोर्स के एप्लीकेशन इन्स्टॉल नहीं करें, इससे आप धोखे में पड़ सकते हैं और अपना पैसा गंवा सकते हैं।
इस बात को गांठ बांध कर रख लें कि कभी भी आप अपना एटीएम पिन नंबर, ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड, CVV को मोबाइल फोन, ईमेल या किसी भी अन्य माध्यम से किसी को न बताये न दिखाये,अपने श्रम की कमायी को जालसाजों से बचाये।