समाचारकर्णावती नदी के बहुरे दिन- जल्द ही आयेगा पानी- जिलाधिकारी अनुराग पटेल

कर्णावती नदी के बहुरे दिन- जल्द ही आयेगा पानी- जिलाधिकारी अनुराग पटेल

जिलाधिकारी ने ग्राम सभा भटेवरा व कोलाही में जाकर कर्णावती नदी का किया निरीक्षण

लेखपालों से कराया गया सीमांकन- भटेवरा व कोलाही डी0एम0 करेगें श्रमदान

मीरजापुर, 04 जुलाई, 2019- जिलाधिकारी अनुराग पटेल आज छानवे विकास खण्ड के ग्राम भटेवरा व कोलाही में प्रातः लगभग 9 पहुॅच कर कल दिनांक 05 जून, 2019 से प्रारम्भ होने वाले कर्णावती नदी के जीर्णाद्धार के कार्यस्थल का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाािकारी सबसे पहले ग्राम भटेवरा में जाकर गांव के नदी के एक छोर से बलापुर तक लगभग डेढ किलोमीटर तक नदी में पैदल चलकर निरीक्षण किया गया।इसी प्रकार ग्राम पंचायत कोलाही में भी जिलाधिकारी द्वारा नदी में भ्रमण कर निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई स्थानों पर नदी के तटबंघ पर पटाव होने से कुछ लोगों के द्वारा किये गये कटजा का लेखपाल के पैमाईश कराकर हटवाया गया। नदी में भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी देखा कि किस-किस स्थानों पर पत्थर या बडा टीला होने के कारण जे0सी0बी0 की आवश्यकता पडेगी तथा किन-किन स्थानों पर मनरेगा के द्वारा कार्य कराया जाना है। जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित ग्राम प्रधान व सेकेटरी को निर्देशित किया कि जहां-जहां मनरेगा से कार्य कराया जाना है उसकी स्टाीमेट दो दिन के अन्दर तैयार कर उपायुक्त मनरेगा को प्रेषित कर दिया जाये। इसके अलावा जहां पर जे0सी0बी0 के क्षरा कार्य कराया जायेगा वहाॅं पर माइन्स एशोसिएशन के द्वारा निशुल्क जे0सी0बी0 उपलब्ध कराया जायेगा ग्राम प्रधान कार्य करायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि कर्णावती नदी की मान्यता धार्मिक नदी के रूप में है, जो वर्तमान में सूख गयी है इसके जीर्णाद्धार से जहां लोगों के धार्मिक भावना से जुडेगी वहीं नदी में पानी के आने से आस-पास के जल स्तर भी उपर आयेगा,। उनहोंने नदी तालाब, पोखर आदि जल संचयन का मुख्य साधन है। इसी लिये हमारे पूर्वजों के द्वारा तालाब, पोखर, कूआं आदि का निर्माण कराया जाता रहा है। आज तालाब पोखर, नदी बन्धियां आदि के पट जाने से जल संचयन नहीं हो पा रहा है और इसका परिणाम है जमीन के अन्दर का जल स्तर सूख रहा है और आगे चलकर पानी का गहरा संकट हो सकता है। जल संचयन के दृष्टिकोण से सूखे व मृतप्राय नदियों, तालाबोें, व पोखरो को पुर्नजीवित किया जाये इसी क्रम में सबसे पहले कर्णावती को लिया गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि कल दिनांक 05 जून को प्रातः 07 बजे से छानवे विकास खण्ड के 19 गांवों से बहने वाली कर्णावती नदी पर अधिकारियों के द्वारा श्रमदान किया जायेगा तथा इसके बाद मनरेगा के द्वारा पूरे नदी के तलहटी की सफाई व तटबंधों को बनाने का कार्य किया जाये और फिर से कर्णावती नदी को जलमय बनाया जायेगा। जिलाधिकारी ने सभी ग्रामीणों से से अपील की िकवे 05 जून को प्रातः 07 बजे जिस गांव से कर्णावती नदी निकली है अपने-अपने गांव के नदी पर पहूॅच कर अधिकारियों के साथ श्रमदान करें ताकि इस नदी अविल्म्ब कार्य पूरा कर जीवित किया जा सके।

कर्णावती नदी पर 5 जून को श्रमदान करने करने के लिये जिला स्तरीय अधिकारियों को ग्रामवार नोडल अधिकारी भी बनाया गया है जो अपने से सम्बंधित नामित गांव में जायेगे और ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर शुभारम्भ करेगें। श्रमदान के लिये ग्रामपंचायत भटेवरा व ग्राम कोलाही में स्वयं जिलाधिकारी नोडल अधिकारी होगें उनके साथ उप जिलाधिकारी सदर, बी0एस0एस0 राष्टर््ीय जलागम व बी0एस0ए0 डी0पी0ए0पी तथा सहायक अभियन्ता नलकूप व जिला विद्यालय निरीक्षक, करेगें श्रमदान इसी प्रकार ग्राम गोनौरा में उप निदेशक कृषि, धैराहरा में अधिशासी अभियन्ता मीरजापुर नहरप्रखण्ड, भाउसिंह का पुरा में जिला विकास अधिकारी, गाजीपुर में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अरंगी सरपती में जिला पंचायत राज अधिकारी, देवरी में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत तथा अकोढी में जिला उद्यान अधिकारी नोडल अधिकारी रहेगें। सभी अधिकारी अपने से सम्बंधित ग्राम पंचायतों में कर्णावती नदी के तीर्णाद्धार के लिये श्रमदान करेगें। जिलाधिकारीे ने सम्बंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों से कहा िकवे फावडा व छौवा की व्यवस्था करेगें और प्रत्येक गांव में स्वयं उपस्थित रहेगें। यह भी कहा कि गांव में मुनादी भी कराये ताकि ग्रामीण आकर अपना सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर, गौरव श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह, ग्राम प्रधान व सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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