
अकादमी पुरस्कार 2022-24 हेतु नामांकन आमंत्रित
कलाओं का सम्मान, कलाकारों का उत्थान, उत्तर प्रदेश अकादमी पुरस्कार हेतु आवेदन शुरू
मीरजापुर 31 मई 2025- उत्तर प्रदेश सरकार की सांस्कृतिक नीति के अंतर्गत पारंपरिक कलाओं के संरक्षण और प्रतिभाशाली कलाकारों को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ ने वर्ष 2022, 2023 एवं 2024 के लिए अकादमी पुरस्कारों हेतु नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। यह पुरस्कार उन कलाकारों को दिए जाएंगे जो संगीत, नृत्य, रंगमंच, लेखन, समीक्षा, कला उन्नयन या छायांकन जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान दे रहे हैं।
नामांकन उन्हीं कलाकारों से आमंत्रित हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में जन्म लिया हो और पिछले दस वर्षों से निरंतर कला के क्षेत्र में सक्रिय हों। इसके अतिरिक्त, वे कलाकार भी पात्र माने जाएंगे जिनका जन्म भले ही उत्तर प्रदेश के बाहर हुआ हो, परंतु वे कम से कम एक दशक से उत्तर प्रदेश में निवास कर यहां की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध कर रहे हों। यह अवसर न केवल उनके योगदान को मान्यता प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें प्रदेश स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगा।
पुरस्कारों के अंतर्गत गायन, वादन, नृत्य, रंगमंच, लेखन, समीक्षा, कला उन्नयन तथा छायांकन जैसी विधाओं को सम्मिलित किया गया है। गायन में शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, सुगम संगीत और लोक संगीत की सभी शैलियाँ शामिल हैं। वादन की श्रेणियों में अवनद्ध वाद्य जैसे तबला और ढोलक, तंत्री वाद्य जैसे सितार और सारंगी, सुषिर वाद्य जैसे बांसुरी, और विविध लोक वाद्य सम्मिलित हैं। नृत्य के अंतर्गत शास्त्रीय नृत्य जैसे कथक, लोक नृत्य तथा नृत्य संरचना का निर्देशन भी मान्य है।
रंगमंच विधा में पारंपरिक, लोकनाट्य और आधुनिक रंगकला के अंतर्गत अभिनय, तकनीकी योगदान जैसे प्रकाश एवं मंच सज्जा, तथा निर्देशन को भी स्थान दिया गया है। इसके अतिरिक्त, संगीत, नृत्य और रंगमंच पर आधारित लेखन तथा समीक्षा कार्य को भी सम्मानित किया जाएगा। कला उन्नयन की श्रेणी में ऐसे व्यक्तियों या संस्थाओं को शामिल किया गया है जिन्होंने लोककलाओं को संरक्षित और विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं छायांकन के अंतर्गत ऐसे प्रयासों को पहचाना जाएगा जिनके माध्यम से पारंपरिक कलाओं को कैमरे की नजर से जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया हो।
जनपद मीरजापुर के जिले के कलाकारों के लिए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। यदि आप उपरोक्त किसी भी कला क्षेत्र में सक्रिय हैं, और उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ा रहे हैं, तो आप अपना नामांकन भेज सकते हैं। यह पुरस्कार केवल सम्मान नहीं, बल्कि प्रदेश स्तर पर आपकी कला यात्रा को एक नई उड़ान देने का माध्यम है। इससे आपको आगामी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी, शासकीय सहयोग, प्रशिक्षण अवसरों और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकती है।
जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय ने जनपद के इच्छुक कलाकारों से अनुरोध किया है कि वे अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग कार्यालय, रामबाग में 10 जून 2025 तक जमा कर सकते है। आवेदन हेतु निर्धारित प्रारूप भी सूचना विभाग कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
यह अवसर उन सभी कलाकारों के लिए एक नई पहचान पाने का माध्यम है जो वर्षों से अपनी कला साधना में लीन हैं, लेकिन उन्हें अभी तक राज्य स्तर पर उचित मंच नहीं मिला। यह पुरस्कार न केवल कलाकार के व्यक्तिगत सफर को रोशन करेगा, बल्कि मीरजापुर जैसे जिले की सांस्कृतिक उपलब्धियों को भी राज्य व राष्ट्रीय पटल पर प्रतिष्ठा दिलाएगा।
मीरजापुर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कार्यरत प्रत्येक कलाकार से निवेदन है कि वह इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाते हुए समय से आवेदन प्रस्तुत करे और उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक गरिमा को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में अपना योगदान दे।