मीरजापुर-जिलाधिकारी विमल कुमार दूबे ने गेहूॅ खरीद में अपेक्षित गति न आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी क्रय केन्द्रो को निर्देशित करते हुए कहा कि गेहूॅ क्रय में लापरवाही किसी स्तर बर्दाश्त नही की जायेगी। अपर जिलाधिकारी विजय बहादुर ने जिलाधिकारी को जानकारी देते हुए बताया कि रवि विपणन सत्र 2017-18 में मूल्य समर्थन योजना अन्तर्गत गेहॅू क्रय हेतु विभिन्न क्रय एजेन्सियों द्वारा जनपद में कुल 64 गेहूॅ क्रय केन्द्रो को खोला गया है। उन्होने सभी क्रय केन्द्रों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी क्रय केन्द्र गेहूॅ खरीद में तेजी लाते हुए लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि यदि किसी केन्द्र पर बोरा, काटा, धनराशि, नमीयापक यत्र, न होने की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
अपर जिलाधिकारी ने जनपद के किसानो के जानकारी के लिए बताया कि सीटी विकास सण्ड के अन्तर्गत पथरहिया खादय विभाग, एफएसएस समोगरा मे पीसीएफ, पीसीएफ मण्डी समिति में पीसीएफ, व ऐग्रों, भारतीय खादय निगम के द्वारा क्रय केन्द्र खोले गये है। इसीप्रकार विकास खण्ड कोन मे मुजेहरा मे खादय विभाग एवं चेकसारी में पीसीएफ के द्वारा विकास खण्ड छानवे गैपुरा खादय विभाग, कोलेपुर व गौरा में पीसीएफ, गोपालपुर में कर्मचारी कल्याण निगम के द्वारा खोले गये है। मझवाॅ विकास खण्ड के कछवाॅ सिनेमा हाल के पास खादय विभाग, एसएसएस कछवाॅ में पीसीएफ के द्वारा केन्द्र खोले गये है पहाड़ी विकास खण्ड के पड़री टौंगा रोड़, तथा एसएसएस भरपुरा में पीसीएफ के द्वारा केन्द्र खोले गये है। विकास खण्ड लालगंज के खादय विभाग द्वारा लालगंज इण्टर कालेज के आगे पीसीएफ के द्वारा चरकी, रामपुर, खोमरमैना,तथा पगार, एग्रो द्वारा उसका दुबार,शिवाय उप0स0स0 के द्वारा बलिया खुर्द के द्वारा खोले गये है। इसीप्रकार हलिया विकास खण्ड मवईकला में खादय विभाग, गगरा खुटहा,एवं एसएसएस बबुराकला पीसीएफ, बरौधा में एग्रों, तिलाव एडकों तथा हलिया ,देवरी हलिया में शिवाय उप0स0स0 के द्वारा सरहरा में कृष्णा उप0स0स0 के द्वारा केन्द्र खोले गये है। पटेहरा विकास खण्ड के मड़िहान कलवारी खुर्द मे खादय विभाग तथा पीसीएफ के द्वारा पीसीएफ पचोखरा(भावा), एफ0एस0एस जमुई बाजार, शांसस पचोखरा खुर्द, शिवाय उप0स0स0 के द्वारा पथरौर तथा जागृति उप स0स0 के द्वारा मड़िहान व ओबराडीह, एडको द्वारा फुलियार में गेहूॅ क्रय केन्द्र खोले गये है। विकास खण्ड राजगढ़ में खादय विभाग द्वारा राजगढ़ तथा पीसीएफ के द्वारा क्षे0स0स0 सोनपुर, एफएसएस ददराहिनौता, एफएसएस धौहा तथा शांसस तेदुआकला तथा कर्मचारी कल्याण निगम के द्वारा ददरी पहाड़ी व सेमरी,कर्मचारी कल्याण निगम के द्वारा सेमरी, भारतीय खादय का मडिहान, शिवाय0उप0स0स0 के द्वारा डिढिया व गुरूदेव नगर,कृष्णा उप0स0स0 का इमिलियाचैरासी तथा एडको द्वारा सोनवर्षा में क्रय केन्द्र खोले गये है। विकास खण्ड नरायनपुर में खादय विभाग द्वारा चुनार तथा पीसीएफ के द्वारा पीसीएफ चुनार, एफ0एसएस कैलहट,एफ0एसएस कोलहा, एफ0एसएस घाटमपुर तथा एफ0एसएस अदलहाट क्रय केन्द्र खोले गये है। इसीप्रकार जमालपुर विकास खण्ड के पीसीएफ के द्वारा एफएसएस चैकिया, एफ0एसएस ओडी, एफ0एसएस अहरौरा, एफ0एसएस जमालपुर, एफ0एसएस भुईली,शांसस मठना तथा, शांसस बगहा में गेहॅॅू क्रय केन्द्र किसानो के सहुलिय के लिए खोला गया हैं।
अपर जिलाधिकारी ने सभी गेहूॅ विक्रेताओं से कहा है कि वे अपने नजदीकी गेहूॅ क्रय केन्द्रो पर लेजाकर बेच सकते है, इसके लिए सभी प्रकार सहुलियते मुहैया करायी गयी है।
——————————————————————————————————————-आयुक्त ने स्वच्छ भारत मिशन के प्रगति की ली जानकारी
दिनांक 26 अपै्रल, 2017
मीरजापुर- आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल रंजन कुमार की अध्यक्षता में मण्डल को खुले में शौच से मुक्त बनाये जाने के लिए कराये जा रहे कार्यो की जनपदवार प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी विमल कुमार दूबे, मुख्य विकास अधिकारी अमित कुमार सिंह मीरजापुर, सोनभद्र रामाश्रय एवं मुख्य विकास अधिकारी भदोही, यूनीसेफ चीफ इण्डिया श्री निकोलस,यूनीसेफ के मण्डल प्रभारी अमित मेहरोत्रा, उप निदेशक पंचायत ए0के0 शाही तथा जनपद मीरजापुर के विभिन्न ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
आयुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि शौचालय का प्रयोग करने से तथा गन्दगी से दूर रहकर स्वच्छता अपनाने से बच्चों का मानसिक विकास तेजी से बढ़ता है। अतः सभी लोग खुले में शौच न जाकर शौचालय का उपयोग करें। उन्होने कहा कि जो लोग सक्षम है अपने घरों में शौचालय अवश्य बनवाये तथा बी0पी0एल0 परिवार के लोगों को संबंधित विभाग द्वारा नियमानुसार अनुदान मुहैया कराया जायेगा, जिससे वे शौचालय बनवा सके। उन्होने कहा कि भारत तथा प्रदेश सरकार का स्पष्ट मंशा है कि प्रत्येक घर में शौचालय बनवाया जाये तथा पूरे प्रदेश को खुले मे शौच से मुक्त बनाकर स्वच्छ भारत मिशन के परिकल्पना को साकार किया जाये। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी व ग्राम प्रधान इसे सरकारी काम न समझकर व्यक्तिगत रूचि ले तथा गाॅव के लोगों के लोगों को जागरूक करें। उन्होने कहा कि इस कार्य में पंचायत राज विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिनके सहयोग के लिए यूनीसेफ के लोगों ने भी अपना सहयोग प्रदान करने के लिए आगे आये है। आयुक्त ने कहा कि खुले में शौच मुक्त के मुहिम की सुरूआत सबसे पहले हिमाचल प्रदेश से श्री कमलकार ने यह वीणा उठाया था जो आज पूरे प्रदेश में एक मिशन के रूप में सामने आया है।
भारत में यूनीसेफ के चीफ श्री निकोलस ने अपने संबोधन में बताया कि खुले में शौच जाने के कारण देश का पचास हजार करोड़ रूपये का नुकसान होता है, इसके अलावा अनेक बीमारियां भी लोगों के अन्दर पैदा होती है। उन्होने कहा कि खुले में शौच जाने से प्रत्येक 10 बच्चे में 4 बच्चा बौना होता है तथा प्रत्येक 5 बच्चों मे से 1 बच्चा डायरिया रोग से ग्रसित होकर मौत का शिकार हो जाता है। उन्होने बताया कि उनके द्वारा असम, बिहार, तेलागंना तथा आन्ध प्रदेश का भ्रमण किया गया परन्तु उत्तर प्रदेश के भ्रमण के दौरान यह देखकर खुशी हुयी की प्रदेश सरकार तथा जनपद स्तर पर अधिकारी व ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान खुले शौच मुक्त बनाये जाने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे है। उन्होने कहा कि जनपद मीरजापुर के कई गाॅवों का स्थलीय भ्रमण किया गया जिसमें देखने को आया की यहा पर खुले में शौच मुक्त करने के लिए स्कूलों में शौचालय निर्माण के साथ ही साथ हैण्डवास करने की व्यवस्था की जा रही है तथा इसके प्रति लोगों में जागरूकता लायी जा रही है। जनपद के अधिकारियों द्वारा इस मुहिम को शिक्षा से जोड़कर महत्वपूर्ण कदम बढ़या है। उन्होने कहा कि यूनीसेफ इस कार्य के लिए भारत सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य कर रहा है, जितना दबाव इस कार्य के लिए सरकार का अधिकारियों पर है,उसी तरह का दबाव यूनीसेफ के अधिकारियों पर है, जिस किसी भी अधिकारी व ग्राम प्रधान को यूनीसेफ की जहाॅ पर भी पड़े उनका सहयोग ले सकते है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में विकास खण्ड सीखड़ की 35 ग्राम पंचायते पूर्व में ओडीएफ घोषित हो चूकि है तथा 40 ग्राम पंचायत 15 अगस्त 2016 एवं 113 ग्राम पंचायते 26 जनवरी 2017 तथा इसके बाद अबतक 24 ग्राम पंचायते ओडीएफ को घोषित की जा चूकि है, इस प्रकार जनपद में अबतक कुल 212 ग्राम पंचायते एवं 423 ग्राम ओडीएफ हो चूकि है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र व भदोही ने भी विस्तृत जानकारी दी। मण्डलायुक्त ने ओडीएफ घोषित किये गये ग्राम के ग्राम प्रधानो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।