जब तक आधी आबादी सशक्त नहीं होगी तब तक हमारा देश सशक्त नहीं होगा-अनीता सिंह
“सीखना ही जिंदगी का नाम है“
“जा दूसरों के लिए जीता है वही महान इंसान है“- मा. सदस्या, राज्य महिला आयोग
महिलाओं एवं बच्चों के समग्र विकास से ही खुशहाल भारत बनेगा -जिला प्रोबेशन अधिकारी
मीरजापुर 04 अगस्त 2021/ आज दिनांक 04.08.2021 को जिला पंचायत सभागार, मीरजापुर में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या अनीता सिंह द्वारा कोविड-19 के मृत हुए लोगो के आश्रित 04 बच्चो को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनान्तर्गत स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। इसके साथ सदस्या द्वारा महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सदस्या द्वारा बच्चो के शिक्षा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। सदस्या द्वारा सभी विभागों से कोविड-19 से मरने वाले परिवारां को चिन्हित करते हुए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनान्तर्गत आवेदन पत्र भरवाये जाने हेतु निर्देश दिया गया । सदस्या ने बताया कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जब तक आधी आबादी सशक्त नहीं होगी तब तक हमारा देश सशक्त नहीं होगा। जनसुनवाई के माध्यम से हमारी पीड़ित बहने खुलकर अपना पक्ष या बात रखती है जिसका निस्तारण किया जाता है। हर बहू भी किसी की बेटी होती है जिस दिन यह भाव सभी को हो जाएगा उसी दिन बेटियों को लेकर कोई चिंतित या दुखी नहीं होगा ।बेटियों को सशक्त करने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं। “सीखना ही जिंदगी का नाम है “निश्चित ही हम सभी एक दूसरे से आजीवन सीखते ही रहते हैं जो दूसरों के लिए जीता या चिंता करता है वही महान इंसान है। मोदी एवं योगी सरकार पितृवत व्यवहार करते हुये कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के द्वारा उनके भरण पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समग्र विकास पर ध्यान देते हैं। शक्ति त्रिपाठी जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के कारण मृत हुए लोगो के बच्चो को चिन्हित करते हुए उन्हे योजनान्तर्गत लाभ प्रदान किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाती है। इसके अतिरिक्त कोविड-19 के कारण असहाय हुई महिलाओं को भी सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किये जाने जनपद के सभी विकास खण्डो में कैम्प कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
सदस्या के समक्ष महिला उत्पीड़न यथा घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, जमीनी विवाद, 23 मामले आये, जिसमें से 08 मामलो को तत्काल निस्तारित किया गया। इसके साथ ही महिलाओं को योजनाओं का लाभ प्रदान किये जाने हेतु पति की मृत्युपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धा पेंशन योजना, विकलांग पेंशन योजना, बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा संचालित योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, कोविड टीकाकरण , सैनिटाइजेशन, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के कैम्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी, एस0पी0 सिटी संजय कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, संरक्षण अधिकारी डॉ0 रमेश कुमार, महिला कल्याण अधिकारी डॉ मंजू यादव, केन्द्र प्रबन्धक पूजा मौर्या, जिला समन्वयक दिव्या जायसवाल, शालिनी देवी, निधि मद्धेशिया परामर्शदाता, विष्णुकान्त तिवारी, आशीष पाण्डेय, देवेन्द्र नारायण शर्मा, नगीना सिंह सामाजिक कार्यकर्ता व अन्य लोग उपस्थित रहें।
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