9453821310-जिलाधिकारी ने किया जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण 9 डॉक्टर, 30 पैरामेडिकल स्टाफ, व 27 अन्य स्टाफ मिले अनुपस्थित| अनुपस्थित चिकित्सकों व स्टाफ का वेतन रोकने का निर्देश, सीनियर स्टाफ नर्स को प्रतिकूल प्रविष्टि।
मिर्जापुर 4 जून 2018 को जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने प्रातः ८;४१ पर नगर मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा व तहसीलदार सदर विकास पांडे के साथ जिला अस्पताल पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के पहुंचने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुपस्थित मिले| इस दौरान उपस्थित रजिस्टर देखने पर पाया गया कि मौके पर 9 चिकित्सक 30 पैरामेडिकल स्टाफ तथा 27 अन्य स्टाफ कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए | कुछ चिकित्सकों के नाम के आगे रजिस्टर में सी० एल० व् इ० एल० लिखा गया था परंतु मौके पर कोई अवकाश आवेदन पत्र नहीं मिला | जिलाधिकारी ने कहा कि अवकाश प्रार्थना पत्र की प्रति उपलब्ध कराई जाए | जिलाधिकारी ने अनुपस्थित सभी चिकित्सकों व अन्य कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया | चिल्ड्रंस वार्ड में निरीक्षण के बाद छोटे-छोटे बच्चे जो दो या 3 दिन से भर्ती हैं उनका नाम सीनियर नर्स द्वारा अभी तक खाना के लिए दर्ज ना करने पर मालती देवी सीनियर नर्स को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश देते हुए चेतावनी दी गई है कि आगे इस प्रकार शिकायत प्राप्त होने पर निलंबन का की कार्यवाही की जाएगी | निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित डॉक्टरों में डॉ विकास प्रताप सिंह ,डॉक्टर नंदलाल, डॉ एस के दास, डॉ देवर्षि पाठक, डॉक्टर ए के गुप्ता, डॉक्टर संदीप कुमार सिंह ,डॉ राजेंद्र प्रसाद मेहरा ,डॉ राहुल सिंह, अनुपस्थित पाए गए |इसी प्रकार यदुनाथ यादव ,पीयूष कुमार, रखपत्तू, अजीत कुमार, रविचंद्र विश्वकर्मा, प्रकाश पांडे, शिव शंकर यादव, अशोक कुमार पांडे ,नंदलाल यादव, राम सजीवन मौर्य, मनोज कुमार, दिनेश गुप्ता, रोहित दुबे, आशुतोष दुबे, सीमा देवी, रामकुमार गुप्ता, विनोद मिश्रा, माला सिंह, नीतू राय, राजेश कुमार, शालिनी सिंह, सुनीता, सुनीता राज ,छोटू यादव, मनोज कुमार मिश्रा, सरोज ,अनिल कुमार ,रविंद्र कुमार, राम आशीष सहित अन्य पैरामेडिकल स्टाफ अनुपस्थित पाए गए | निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी इमरजेंसी वार्ड में जाकर मरीजों से मिलकर तथा दवाइयो आदि के बारे में पूछताछ की। तदुपरांत नमूना संग्रह स्थल में जाकर रजिस्टर को देखा जहां बताया कि अब तक ब्लड टेस्ट के 40 युरियन, 10 यूरिया, के 30 तथा सी०बी ० सी ० के 37 नमुने लिए गए हैं |आईसीयू में निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन पाया गया ६बेड रखा गया है बताया गया है कि लगभग 1 सप्ताह के बाद चालू होगा | तीसरी मंजिल पर एक गलियारे तथा कक्ष में देखा गया कि भारी मात्रा में कबाड़ तथा 28 खराब पंखे रखे गए हैं | जिलाधिकारी ने कबाड़ को हटाने व पंखों को ठीक कराने का निर्देश दिया | महिला वार्ड में निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीज से बात करके जानकारी मिली कि पेरा विरांड जेड को बाहर से मंगवाया गया है | उर्मिला देवी निवासी वारसलीगंज को रेफर कर दिया गया है परंतु जिलाधिकारी के फटकार के बाद पुनः परीक्षण प्रारंभ कर दिया गया| इसी प्रकार महिला वार्ड में मरीज से बात करके दवाइयों के बारे में जानकारी ली। बर्न वार्ड में नंबर 1 में 4 बेड पर चादर नहीं बिछाया गया था | भर्ती मरीज से दवाइयों के बारे में जानकारी ली गई ऐ 0सी0 नहीं चल रहा था जबकि 1 वार्ड में ऐ 0सी 0आवश्यक है| जिलाधिकारी ने तत्काल ठीक कराने का निर्देश दिया | दूसरे वार्ड में भी तीन बेड पर चादर नहीं बिछाया गया था एक मरीज ने बताया कि शुक्रवार से भर्ती है परंतु डॉक्टर विकास सिंह देखने नहीं आए तथा दवा बाहर से लिखा गया है| इसी प्रकार महिला वार्ड में मरीजों से वार्ता के दौरान बताया गया कि जिंकोविट सिरप आयरन बाहर से मेडिकल स्टोर से लिखा गया है व एक मरीज का इंजेक्शन भी बाहर से मंगाया गया है |ऑपरेशन थिएटर के निरीक्षण में बेडशीट पुराना गंदा बिछाया गया था जिस पर ऑपरेशन के लिए मरीज को लिटाया गया था जिलाधिकारी ने तत्काल बदलवाने का निर्देश दिया | महिला वार्ड तथा पुरुष वार्डों में शौचालयों की गंदगी दूर से ही बदबू आ रही थी जिसे साफ करने का निर्देश दिया गया ।जिलाधिकारी इसके बाद ओपीडी को देखने आए तो डॉ0 पी ०एस० सिंह बिना ड्रेस व् बिना नेम प्लेट लगाए आ गए जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए फटकार लगाई गई| उनके द्वारा बताया गया अभी तक 11 मरीज देखे गए हैं उसी कक्ष में डॉक्टर राम फलार द्वारा मात्र 2 मरीज देखे गए | दूसरे ओपीडी में डॉक्टर सौरभ गुप्ता द्वारा 16 तथा शेरखान के द्वारा 35 मरीज देखा गया था |इसी प्रकार कई ओपीडी का निरीक्षण किया गया | निरीक्षण के दौरान शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ के द्वारा बच्चों का वजन भी लिया गया | निरीक्षण के दौरान सबसे ऊपर की मंजिल पर स्थित दवा स्टोर को भी देखा गया जहां पर फार्मासिस्ट द्वारा स्टार रजिस्टर को दिखाया गया परंतु इशू रजिस्टर के बारे में बताया गया कि नहीं बनाया गया है | जिलाधिकारी द्वारा कुछ दवाइयों का मिलान कराने के बाद नगर मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा तथा तहसीलदार विकास पांडे को निर्देशित किया कि स्वयं उपस्थित रहकर सभी दवाइयों का मिलान स्टार रजिस्टर से करा कर अवगत कराएं | इसके बाद जिलाधिकारी ने पीछे स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया जहां पर गंदगी व छह कुर्सियां पड़ी मिली | रैन बसेरा में कोई रुका नहीं था पीने के लिए पानी ,शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं थी | पोषण पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण किया गया | जिसमें पिंकी उम्र 3 साल का वजन कराया गया तो काफी कमजोर रही | जिलाधिकारी ने समुचित इलाज के निर्देश दिए | इस प्रकार अन्य मरीजों से भी वार्ता कर इलाज के निर्देश दिए गए अस्पताल के पीछे सीढ़ियों के पास काफी मात्रा में कूड़ा व गंदगी रखा था जिसे हटाने व सफाई के निर्देश दिए गए | डायरिया व निमोनिया उपचार केंद्र का भी निरीक्षण किया गया | कुछ मरीजों ने बताया कि 2 दिन से भर्ती हैं परंतु अभी तक खाना और नाश्ता नहीं मिल रहा है | इस प्रकार कई मरीजों के शिकायत पर जिलाधिकारी सीनियर नर्स मालती देवी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया तथा आगाह किया कि आगे से शिकायत मिलने पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी जिलाधिकारी ने सभी चिकित्सकों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी चिकित्सक व स्टाफ समय से अस्पताल में आये ,आगे भी निरीक्षण किया जाएगा अनुपस्थिति व लापरवाही पाए जाने पर सीधे निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने किया जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण-MIRZAPUR
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