थानेदार ने कहा हम सो रहे थे भाजपा नेता इस पर भड़के

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विंध्याचल थाना क्षेत्र में रहने वाले भाजपा नेता अभय मिश्रा ने अपने कार्यकर्ता के विषय में थानेदार को फ़ोन किया ।अभय मिश्रा का आरोप है कि कई बार थानेदार को फोन लगाया गया लेकिन थानेदार का फोन नहीं उठा इससे उनकी छवि और उनकी पार्टी की छवि धूमिल हो रही है ।इस बात से नाराज होकर जब वह विंध्याचल थाने पर पहुंचे और सारी बात ऑन रिकॉर्ड करने लगे तो रिकॉर्डिंग में बात करना थानाध्यक्ष को नागवार गुजरा और वह कुर्सी छोड़कर चलते बने ।इस पर वहा पहले से गुस्साए मौजूद बीजेपी के कार्यकर्ता ने उनसे बात करने की अपील की जिस पर थानेदार ने कहा कि पहले कैमरा बंद करिए तब बातचीत होगा ।इसी बात को लेकर मामला तूल पकड़ता गया और थाना अध्यक्ष कुर्सी छोड़कर बाहर निकल गए ।मौके पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आक्रोशित होकर जमीन पर बैठकर धरने की घोषणा कर दी ।धरने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बैठने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और आधी रात के बाद जिले के बड़े और कद्दावर नेताओं का विंध्याचल थाना पर पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया। इतने में तमाम लोगों के हाथ पांव फूलने लगे स्थिति बनने के बजाय और बिगड़ने लगी दबाव तनाव का माहौल चारों तरफ व्याप्त हो गया। तत्काल एसपी सिटी मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की बात गंभीरता से सुनते हुए ठोस आश्वासन दिया , बीजेपी के नेताओं ने मानते हुए धरना समाप्त किया ।देखना दिलचस्प होगा इस तरीके की घटना घटित होने के बाद क्या कार्रवाई होती है ।सत्ता पक्ष के लोग अपने ही पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ जाए इसका व्यापक असर आगामी विधानसभा चुनाव में डाल सकता है। फिलहाल बिना पुलिस के राजनीति नहीं और राजनीति में पुलिस की भूमिका पहले से ही विख्यात है ,सर्वविदित है ।समस्त घटनाओं के बिंदु केंद्र में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी और थानेदार के बीच के नोकझोंक और वाद-विवाद का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। बातचीत के दौरान बीजेपी के नेता अभय मिश्रा ने कहा कि विंध्याचल थाना क्षेत्र में हीरोइन बिक रहा है साथ में अवैध जुए अड्डों का भी संचालन हो रहा है। साथ मैं वायरल हो रहा है वीडियो में अभय मिश्रा के द्वारा थानेदार से प्रश्न पूछा जा रहा है कि अगर कार्यकर्ता असंतुष्ट होगा तो हमारे विधायक दुबारा कैसे जीतेंगे। फिलहाल बीजेपी के किस कार्यकर्ता का कौन सा ऐसा काम था इस बात की जानकारी होना बाकी है दूसरी तरफ ऐसी कौन सी स्थिति थी कि थानाध्यक्ष के द्वारा पहली बार दूसरी बार और तीसरी बार में फोन नहीं उठा इन सब पहलुओं की जांच एसपी सिटी के माध्यम से होना है हालांकि थानाध्यक्ष ने वार्ता शुरू होने के शुरुआत में ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि वह सो रहे थे इस वजह से फोन नहीं उठा और जैसे ही उनकी नींद खुली उन्होंने तत्काल फोन पलट कर अभय मिश्रा को किया।