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नए वर्ष को नए अंदाज में राजकुमार उपाध्याय उर्फ राजू गुरु ने मनाया

मिर्जापुर मे जँहा तमाम लोगों ने नए वर्ष के अवसर पर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया एक दूसरे को पुष्पगुच्छ देकर पार्टी अटेंड कर व माल्यार्पण करने के साथ-साथ तमाम मनोरंजन के कार्यक्रमों में शरीक होकर नए वर्ष के जश्न में लोग शरीक हुए तो वही जनपद मिर्जापुर के मंझवा सेक्टर नंबर 2 के जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी ने नए वर्ष को नए अंदाज में मनाया। मंझवा सेक्टर नंबर 2 जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी राजकुमार उपाध्याय उर्फ राजू गुरु ने नए वर्ष के उपलक्ष में अपने क्षेत्र वासियों के घर जा जाकर उनकी समस्याओं को सुना और यथासंभव निवारण का प्रयास भी किया। मंझवा सेक्टर नंबर 2 के कई इलाकों में जब राजकुमार उपाध्याय उर्फ राजू गुरु का काफिला पहुंचा तो ग्रामीणों ने उनको गले मिलते हुए नए वर्ष की शुभकामना दी और ग्रामीणों ने उनसे आवास न मिलने की शिकायत भी की । कुछ ग्रामीणों ने बेहतर रास्ता की समस्या को साझा किया ,कुछ महिलायें तो अपने दर्द बयां करते वक्त अपने आंसू को नहीं रोक पाई और उनके आंखों से आंसू भी झलकता दिखाई दिया। ऐसे में थोड़ी देर के लिए राजकुमार उपाध्याय भी भावुक हो गए,लेकिन रोती हुई महिला की समस्याओं को अति गंभीरता से लेते हुए उन्होंने पीड़ित महिला को आश्वस्त किया । जब भी उनको मौका मिलेगा उनकी समस्या का निवारण किया जाएगा। सर्वप्रथम नए वर्ष के प्रथम दिन राजकुमार उपाध्याय उर्फ राजू गुरु हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन करने के पश्चात अपने क्षेत्र में प्रत्येक नागरिकों के घर-घर जाकर नए वर्ष की शुभकामना क्षेत्र वासियों को दी और साथ ही साथ उनकी समस्याओं को अपनी डायरी में नोट किया और अपने सहयोगीयों को यथासंभव त्वरित रूप से निस्तारण करने का भी प्राथमिकता के आधार पर सहयोगियों को आदेश दिया। मझवा सेक्टर नंबर 2 के नागरिकों के बीच राजकुमार उपाध्याय उर्फ राजू गुरु की लोकप्रियता के बारे में जावेद ,मन्नान, सुरेश, विकास जैन आदि लोगों ने कहां की चुकी प्रधान के रूप में राजू गुरु द्वारा क्षेत्र में किए गए कार्य से इलाके की जनता खुश है सैकड़ों की संख्या में लोगों को खेत की भूमि उपलब्ध कराने के साथ-साथ पट्टे की भी भूमि आवंटन जैसे तमाम कार्यक्रमों के अलावा गरीब कन्याओं की शादी कराने के साथ-साथ ऐसे गरीबों की मदद करना जो आर्थिक रूप से अत्यंत पिछड़े हो , निर्बल हो असहाय हो और यदि जब इस तरीके का समाजसेवी क्षेत्र में किसी के घर या दरवाजे पर पहुंचते हैं तो लोग उनकी अगुवाई के लिए घंटों प्रतीक्षा भी करते हैं और गले लगा कर पैर छूकर भी आशीर्वाद लेने से नहीं चूकना चाहते।

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