नवरात्र में मातृशक्ति की होती है आराधना-इंजीनियर राजबहादुर सिंह

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कैलहट(मिर्जापुर)
25 मार्च से शुरू होने वाले विक्रम संवत 2077 के नव वर्ष की सभी क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए राजदीप महाविद्यालय कैलहट के प्रबंधक इंजीनियर राजबहादुर सिंह ने कहा कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को वर्ष प्रतिपदा कहा जाता है।विक्रमी संवत को प्रारंभ करने वाले महान राजा विक्रमादित्य अपने नाम से विक्रम संवत चलाए। विक्रमी संवत् दुनिया का सबसे पुराना संवत है।भारतीय संस्कृति में मातृशक्ति का स्थान सबसे ऊंचा है इसीलिए नवरात्र में 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा होती है।वहीं नौ दिनों तक व्रत रखने की भी परम्परा है। व्रत का वैज्ञानिक आधार भी है। व्रत रखने से शरीर की अशुद्धि बाहर निकलती है जिससे लोग स्वस्थ रहते हैं।भारतीय संस्कृति में वर्ष में दो बार नवरात्र ब्रत रखा जाता है।