भभौरा की सबसे बड़ी समस्या ग्राम समाज की जमीन पर अतिक्रमण
-जिलाधिकारी का आगमन आज, ग्रामीण करेंगे खलिहान, के साथ तालाब के आसपास की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने की मांग
शेरवां : जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल का जमालपुर ब्लॉक के भभौरा गांव में शुक्रवार को आगमन होगा। उनके सामने ग्रामीण ग्राम पंचायत की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त कराने के साथ ही तालाब के सुंदरीकरण की भी मांग रखेंगे।
भभौरा गांव में खलिहान की जमीन में कुछ लोग मवेशी बांध रहे हैं तो कुछ कच्चा पक्का निर्माण भी करा लिए हैं। शिव मंदिर के पास पीपल के ऐतिहासिक वृक्ष के नीचे भी खूंटा गाड़ कर मवेशी बांधे जाते हैं। जब लोग इनको मना करते हैं तो मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
यही स्थिति तालाब के दक्षिण ओर की ग्राम पंचायत की जमीन की भी है। पहले इसी को खेल मैदान बनाया गया था, लेकिन आज मवेशी, गोबर और उपलों के चलते उसमें जाना मुश्किल है।
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खाली हो खलिहान की जमीन तो बन सकता है सामुदायिक भवन
आज के समय मे शादी विवाह तथा अन्य सार्वजनिक।कार्य के लिये गांव में कहीं भी जमीन नहीं बची है। सांसद व विधायक दोनों सामुदायिक भवन के लिए अपनी।निधि देने को तैयार हैं, लेकिन जमीन के अभाव में काम सभी लाचार हैं। खलिहान की जमीन अतिक्रमण से मुक्त हो जाए तो।एक सामुदायिक भवन का निर्माण हो।
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सांसद द्वारा प्रस्तावित मिनी स्टेडियम कहाँ बनेगा
मिर्ज़ापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने जिले की सभी पंचायतों में मिनी स्टेडियम के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने की अनुशंसा जिला प्रशासन को की है। भभौरा गांव में इसका निर्माण कहाँ होगा, यह यक्ष प्रश्न है। क्योंकि पहले तालाब के दक्षिणी किनारे पर ग्राम पंचायत की जिस जमीन को खेल का मैदान बनाया गया था, उसे भी आसपास रहने वालों ने नरक बना दिया है। मवेशी बांधने के साथ ही, गोबर रखने व उपले पाथने का काम किया जा रहा है। यही स्थिति तालाब के चारो तरफ है।
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पूर्व जिलाधिकारी ने दिया था तालाब का सुंदरीकरण कराने का निर्देश
इसके पहले तत्कालीन जिलाधिकारी अनुराग पटेल करीब दो साल पहले भभौरा आये थे। उनके समक्ष भी अतिक्रमण की समस्या उठाई गई थी। उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिया था की5 सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के साथ ही तालाब के सुंदरीकरण का प्रस्ताव भेजें। लेकिन यह काम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सका।
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मौजूदा जिलाधिकारी से है उम्मीद
भभौरा निवासी अपना दल (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने कहा कि इस गांव का सौभाग्य है कि जिलाधिकारी आ रहे हैं, लेकिन उनके आने का मकसद तभी सफल होगा, जब पंचायत की जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए। क्योंकि जब तक पंचायत की जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त नहीं कराया जाएगा, इस गांव में नारकीय स्थिति बनी रहेगी। जिलाधिकारी से मांग है कि इसे अति प्राथमिकता पर लें।