जागरूक बनकर योजनाओं का लाभ लें किसान बन्ंधु -सुचिश्मिता मौर्य
मीरजापुर, 12 सितम्बर, 2019- जिला उद्यान विभाग द्वारा आज बी0एस0यू0 बरकछा के सभागार में राष्ट््रीय औषधीय पौध मिशन पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला एवं जल शक्ति अभ्यिान मेला का आयोयजन किया गया., जिसमें जनपद के काफी संख्या में प्रगतिशील कृषकों ने भाग लियां। इस दौरान मुख्य अतिथि विधायक मझंवा ने किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि भारत कृषि प्रधान देशं हैं और यहां की मुख्य जीविका कृषि ही हैं.। उनहोंने कहा कि समय के अनुसार कृषि क्षेत्र में काफी बदलाव आया हैं. और तकनीकी व वैज्ञानिक विधि खेती का युग भी आने से किसानों को काफी लाभ भी हुआ ंहै। उन्होंने कहा कि आज परम्परिक खेती के अलावा खेती के साथ पशु पालन, कुक्कुट पालन, औषधीय खेती आदि भी करने का जरूरत हैं। कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार किसानों के उन्नयन व उनकी आमदनी को दुगना करने के लिये प्रयत्यनशील हैं। हमारे जनपद में भी काफी संख्या किसानों के द्वारा खेती की विधि को बदलते परिवेश को देखते हुये कई अन्य खेती यथा केला, मिर्चा, व औषधीय खेती पर जो दिया गया हैं. और उस दिशा में काफी लाभ भी मिला हैं. । उनहोंने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों के लिये खाद, बीज, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी भी उपलब्ध करया जा रहा हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसान योजनाओं की जानकारी कर जागरूक बनें और उसका लाभ लें। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अनुराग पटेल ने कहा कि परम्परागत खेती के साथ आषधीय खेती से अधिक लाभ मिल सकता हैं. इसलिये कृषक भाई औषधीय खेती यथा-सतावर, केला, सर्पग्न्धा आदि की खेती पर बल दें। उनहोंने कहा कि अपने क्षेत्र की जमीन को देखते हुये फसल बोयंें ताकि कम पानी में अधिक उत्पादन लिया जा सके। जिलाधिकारी ने जलन संचय-जीवन संचय पर बल देते हुये खेत तालाब बनाने पर बल दिया.। इस अवसर पर विधायक व जिलाधिकारी के द्वारा कृषकों को सतावर, केला, सर्पगन्धा का पौध का भी वितरण्ध किया गयां.। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिकों व प्रगतिशील कृषकों के द्वारा अपने अनुभवों के बारें में जानकारी दी गयी.। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर भारत, जिला उद्यान अधिकारी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
परम्पारागत खेती के साथ करें औषधी खेती -अनुराग पटेल
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