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फर्जी मुक़दमे में फ़साये जाने पर दूसरे एजेंसी से जांच कराने की मांग



फर्जी मुक़दमे में फ़साये जाने पर दूसरे एजेंसी से जांच कराने की मांग
मिर्ज़ापुर।फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने के परिपेक्ष में यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के विंध्याचल मण्डल मिर्जापुर कार्यालय पर रविवार को एक आपात बैठक आहूत की गई। जिसमें ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के मंडल प्रभारी शैलेश कुमार दुबे को भदोही जिले के औराई थाने में फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने के संबंध में घोर निंदा किया गया साथ ही यह निर्णय लिया गया कि एक प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन के माध्यम से मंडल के डीआईजी, कमिश्नर, और जोन के आईजी व प्रदेश के डीजीपी व मुख्यमंत्री को भी अवगत कराएगा, साथ में इसकी जांच किसी दूसरे एजेंसी से कराए जाने की मांग करेगा। सुनवाई ना होने पर धरना प्रदर्शन व चक्का जाम भी किया जाएगा। बैठक में पत्रकारों से बात करते हुए मंडल प्रभारी शैलेश कुमार दुबे ने बताया कि वह 1989 से ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी रहे हैं और उन्होंने ओवरलोडिंग गाड़ियों के खिलाफ व सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया है। जिससे ट्रांसपोर्ट माफिया ओवरलोडिंग नहीं कर पा रहे थे। इसी वजह से उनको फर्जी मुकदमे में फसाया गया।उन्होंने कहा कि इस मुकदमा से पूर्व मेरे खिलाफ एक भी आरोप नही था न ही मेरा कोई आपराधिक इतिहास ही हैं। मैं 40 ट्रकों का मालिक व मेरा पुत्र डॉक्टर है। मैं एक समानित परिवार से सम्बंध रखता हूँ। मैं 500 सौ रुपये की वसूली क्यों करूँगा। मुझे साजिश के तहत एवं मान सम्मान व छवि धूमिल करने हेतु फसाया गया है। बताते चलें कि 14 सितम्बर 2021 को भदोही जिले के औराई थाने में फर्जी आरटीओ बन कर ट्रको से वसूली के तहत पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बैठक में मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के मंडल प्रभारी शैलेश कुमार दुबे को भी आरोपी बनाया गया था। शैलेश कुमार दुबे ने पूरी प्रक्रिया पर बड़ा सवाल उठाते हुए जिला प्रशासन भदोही से सवाल दागा की अगर पुलिस की नजर में घूस लेने वाला अपराधी है तो घूस देने वाला अपराधिक क्यों नहीं है क्या घूस दे कर अपराध को बढ़ावा देने की छूट दी जा सकती है। शैलेश कुमार दुबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब एक बेगुनाह को आरोपी बनाकर जेल में भेज दिया जाता है और घूस देने वाले को पकड़ा ही नहीं जाता तो ऐसे दोहरे चरित्र और मापदंड से प्रशासन की कार्रवाई निष्पक्ष कैसे हो सकती है हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सारी घटना को अवगत कराएंगे और उन्हें भरोसा है कि उनके साथ जरूर न्याय किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में जो ट्रेलर अंडर लोड चल रही है इसका कुल वजन मालवा गाड़ी सहित 55 टन होता है उस गाड़ी को गंगा पुल शास्त्री ब्रिज से नहीं जाने दिया जा रहा है। जबकि 12, 14,16 चक्का ओवर लोड, सफेद गिट्टी बस्सी, बालू माल गाड़ी सहित 80 टन लाद कर धड़ल्ले से शास्त्री पुल से जा रही है। जिसको ट्रांसपोर्ट माफिया आराम से प्रतिदिन भेज रहे हैं ।इस पर कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। पत्रकार वार्ता के दौरान शैलेश दुबे कई बार भावुक भी हो गए। मानवाधिकार के उल्लंघन का शिकायती पत्र भी उन्होंने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार को प्रेषित किया।

बैठक में जसपाल सिंह,छोटू मेहरोत्रा, संजय जयसवाल मुकेश जयसवाल, अशोक दुबे, महेंद्र यादव, सुनील श्रीवास्तव, विंध्यवासिनी सिंह पटेल, महेश कुमार मालवीय, अशोक दुबे, सोनू सिंह, मिंटू सिंह, पप्पू यादव आदि उपस्थित थे।

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