मिर्जापुर चुनार
प्रियंका गांधी को जिस गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है उसमें रात 10 बजे तक बिजली भी नही थी । मिर्जापुर का प्रशासन प्रियंका गांधी से बताया भी था कि यहां पर बिजली नही होने की वजह से ए सी नही है इसलिए आप वाराणसी चले जाइये।लेकिन प्रियंका गांधी ने मनाकर ढिया था कि उन्हें ए सी नही चाहिए। वे कर्तकर्ताओं के साथ रह लेंगी ।
इसलिए प्रियंका गांधी बीती रात या तो जगते हुए बिना ए सी के बिताई हैं या तो कार्यकर्ताओ के साथ रही।
*कार्यकर्ताओं के साथ देर रात तक बैठी रही प्रियंका*
अपने नेता को अपने जिले में धरना देते देख जिले के कांग्रेसी भी उनके समर्थन में पूरी रात बैठे रहे पार्टी की तरफ से कार्यकर्ताओं के लिए मंगाई गई पुडी सब्जी को प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर खाया प्रियंका गांधी ने देर रात तक कार्यकर्ताओं से बातें करती रही संगठन के विषय पर कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करते देखी गई
देर रात कांग्रेस के लोंगो ने अपनी खर्चे से जनरेटर मंगाया तब जाकर लाईट का इंतजाम हो पाया।
*देर तक बंद रहा प्रियंका का कमरा*
प्रियंका गांधी के कमरे का दरवाजा सुबह देर तक बंद रहा,शायद वे देर रात तक जागने के कारण देर तक सो रही थी।
उनके कमरे के बाहर पुलिस के लोग रात भर पहरा देते रहे। कार्यकर्ता फर्श पर दरी बिछा कर किसी तरह रात काटे है और हुकार भर रहे हैं कि अंतिम दिन तक लड़ाई जारी रहेगी और प्रियंका जी बिना मीले वापस नही जाएंगी।
*सुबह होते ही मनाने में जुटा प्रशासनिक अमला*
पूरा प्रशासनिक अमला सुबह होते ही प्रियंका गांधी को पुनः मनाने में जुटा रहा पर प्रियंका गांधी ने भी अपनी तरफ से यह शर्त रख दी है कि या तो मुझे पीड़ितों के पास ले जाया जाए या पीड़ितों को मुझ से मिलवा दिया जाए
*50 किलोमीटर चल कर खुद ही आए परिजन प्रियंका से मिलने*
सुबह होते ही पीड़ित खुद दूसरे जनपद से चलकर 50 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रियंका गांधी से मिलने के लिए पहुंच रहे हैं इसके बावजूद प्रशासन पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलने नहीं दे रहा है प्रियंका गांधी सुबह गेस्ट हाउस के बाहर नीम के पेड़ के नीचे पुनः धरने पर बैठी हुई हैं प्रियंका गांधी का दोबारा धरने पर बैठा देख जिला प्रशासन ने पीड़ितों को मिलाने के लिए मेन गेट का दरवाजा खोल दिया
मृतक के परिजन प्रियंका गांधी से गले लग कर रोना शुरू कर दिया और अपनी व्यथा कहीं मृतकों से मिलने के बाद प्रियंका भी अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई
सभी परिजनों को अपने साथ ले जाकर अंदर गेस्ट हाउस के बंद कमरे में चली गई
*प्रियंका ने मृतकों के परिजनों की लिए कांग्रेस का खजाना*
बाद में परिजनों के साथ में मीडिया को दिए बयान में प्रत्येक मृतक के आश्रितों को दस लाख रुपए का अनुदान कांग्रेस पार्टी की तरफ से देने का एलान किया
व घायलों के विषय में उचित
उचित मुआवजा तय कर देने की बात कही