बैंकों के विलय के विरोध में बैंक कर्मचारी उतरे सड़क पर -मिर्जापुर

67

9453821310-आज दिनांक 1,09, 2019 को इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन मिर्जापुर जनपद इकाई की त्री वार्षिक आमसभा मिर्जापुर के डंकीनगंज शाखा में संपन्न हुआ ।सभा की अध्यक्षता धनंजय प्रसाद राय ने किया ।सभा में मुख्य अतिथि आरबी चौबे प्रांतीय अध्यक्ष इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने अपने संबोधन में बैंकिंग उद्योग में हो रहे उथल पुथल की चर्चा करते हुए बताया कि बैंकों में निरंतर बढ़ रहे एनपीए के कारण बैंकों की लाभ घट रही है ,परंतु भारत सरकार कड़ाई से वसूली न कर बड़े उद्योगपतियों को मदद पहुंचा रही है ,और इस कारण सुस्त अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने के उद्देश्य से सरकारी क्षेत्र के 10 बैंकों को आपस में विलय कर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा 30 अगस्त 2019 को भारत सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा किया गया जिसका बैंकिंग उद्योग की सबसे बड़ी यूनियन ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन के आव्हान पर सभी नगर गांव कस्बे में बैंक कर्मियों ने अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए और काली पट्टी बांधकर इलाहाबाद बैंक डंकीनगंज शाखा के सामने विरोध प्रदर्शन किया । प्रदर्शन से पूर्व आमसभा में इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन मिर्जापुर यूनिट के पदाधिकारियों तथा प्रांतीय परिषद के सदस्यों का सर्वसम्मति से निर्वाचन किया गया ।जिसमें जगदीश उपाध्याय अध्यक्ष, सुरेश पांडे मंत्री ,श्रीकांत शर्मा कोषाध्यक्ष के अतिरिक्त अन्य पदाधिकारियों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ ।सभा को प्रमोद द्विवेदी शीतला प्रसाद द्विवेदी प्रदीप द्विवेदी ने भी संबोधित किया। सुरेश पांडे मंत्री द्वारा सबको धन्यवाद दिया गया। पत्रकारों ने बात करते हुए बतौर मुख्य अतिथि आरबी चौबे से जब पूछा कि सरकार का कहना है कि किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा तो ऐसे में कर्मचारी क्यों आंदोलित है ?इसके जवाब में आरबी चौबे ने कहां की सरकार बैंक कर्मचारियों का तनखा तक ठीक से नहीं दे पा रही है ऐसे में बैंक कर्मचारियों के सामने बड़ी चिंता भविष्य को लेकर भी है। कहां की बैंक का अस्तित्व मिटाने पर तुली सरकार को यह सोचना चाहिए कि जिस बैंक की पहचान गंगा जमुनी तहजीब पर टिका हो इलाहाबाद जैसे शहर में अपनी शुरुआत करके सर्वाधिक प्राचीन बैंक को इंडियन बैंक में विलय करने की नीति से बैंक इंप्लाइज काफी खफा है।