
मंत्री बनने के बाद पहली बार मिर्जापुर में रमाशंकर पटेल के आगमन के वक्त भारी तादाद में उनके समर्थक और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जगह-जगह स्वागत के लिए बाहें फैलाए खड़े थे ।लेकिन जैसे ही पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन की सूचना मिली तत्काल रमाशंकर सिंह पटेल ऊर्जा मंत्री ने अपने शुभचिंतकों को माल्यार्पण और नारे जैसी चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया ।अपने बेहतर आदर्श के रूप में पहले से ही जाने जाते रहे हैं रमाशंकर सिंह पटेल आज अपने उत्कर्ष और आदर्श राजनीति का परिचय देते हुए मिर्जापुर क्षेत्र में प्रवेश किया। समर्थकों ने बताया की गोहलन पुर गांव से ग्राम प्रधानी के माध्यम से गांव की सेवा की शुरुआत की थी जो आज उत्तर प्रदेश के राजनीतिक चेहरों में जाने-माने चेहरे के रूप में शामिल होना रमाशंकर पटेल के मिलनसार सहृदय और सरल स्वभाव का नतीजा बताया ।उसी के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ मिर्जापुर का भी नाम रोशन करने वाले रमाशंकर सिंह पटेल से जनपद वासियों की अपेक्षाएं और भी बढ़ गई हैं । रमाशंकर सिंह पटेल भले ही विद्युत विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हो लेकिन जनपद की हर समस्याओं के समाधान के लिए लोगों के जुबान पर रमाशंकर सिंह पटेल का ही नाम आने लगा है।