िर्ज़ापुर- विंध्याचल में इस बार शारदीय नवरात्र में दर्शनार्थियों की कम भीड़ यंहा के छोटे व्यापारियों पर गहरा असर डालना शुरू कर दिया है ।प्रायः ऐसा देखा जाता रहा है की शारदीय नवरात्र में विंध्याचल में दर्शनार्थियों का अटूट लाइन दर्शन हेतु लगा रहता था ।परन्तु इस बार कम भीड़ आने की वजह तीर्थ पुरोहित ने बताया की स्थानीय स्तर पर मन्दिर व्यवस्था में चल रहा अन्तर्द्वन्द व् प्रशासनिक व्यवस्था के वजह को मुख्य कारण माना जा रहा है ।नवरात्र मेला के शुरुआत से ही पण्डा समाज व पुलिस के बीच जो विवाद की शुरुआत हुई वो अभी तक जारी है । प्रतिदिन छोटे छोटे विवाद जन्म ले रहे प्रतिदिन जिलाप्रशासन और पण्डा समाज आपस मे बैठक कर शांति का मार्ग भी तय करते है पर मन्दिर परिसर में आपसी तालमेल के अभाव के कारण दोनों पक्ष एक दूसरे पर असहयोग का आरोप लगाते भी देखे जा रहे है । इसका असर इस नवरात्र में आने वाले दरसगनार्थियों पर भी दिखाई दे रहा है , इस शारदीय नवरात्र में आम दिनों जैसी ही भीड़ हो रही है । प्रतिदिन मन्दिर विवाद की खबरे मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से दूर दूर तक प्रचारित हो रही है , शायद यही कारण है कि माँ के दरबार मे इस नवरात्र में अपेक्षा से आधी भी भीड़ नही हो पाई है । नवरात्र में जहाँ प्रतिदिन लाखों दर्शनार्थियों का आना होता था वह संख्या इस नवरात्रि में हज़ारों में सिमट कर रह गई है । अगर दोनों संस्थाओं में जल्दी ही तालमेल स्थापित नही होता तो मन्दिर व्यवस्था के साथ साथ यहाँ के आमलोगों व आँगन्तुओं पर भी बुरा असर पड़ेगा । इस मुद्दे पर बुधवार को पण्डा समाज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से रूबरू कराने के बारे में विचार कर रहा है । इस संदर्भ में पण्डा समाज ने आज मन्दिर के ऊपर स्थित पण्डा समाज के कार्यालय में नए पुराने सभी सदस्यों व पदधिकारों से सम्मिलित होने की अपील की हैहालांकि जानकार भीड़ की कमी के पीछे नोटबंदी की घटना से इंकार नहीं करते कारन है की जनपद के किसी भी मंदिर में पहले जैसा भीड़ देखने को नहीं मिल रहा है |
मंदिर में पहले जैसा भीड़ देखने को नहीं मिल रहा है-MIRZAPUR
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