
मिर्जापुर शहर में बढ़ता अतिक्रमण बना समस्या का कारण, बिजली के खंभों और चापाकलों की आड़ में तेजी से बन रहे पक्के निर्माण
मिर्जापुर।
शहर के प्रमुख इलाकों में अतिक्रमण की समस्या दिनोंदिन विकराल रूप लेती जा रही है। लोगों द्वारा बिजली के खंभों, चापाकलों, पेड़ों और पुराने मकानों की आड़ में नए भवन खड़े किए जा रहे हैं। वहीं, पहले से तंग सड़कों पर अवैध निर्माणों ने आवागमन को और भी मुश्किल बना दिया है। हालत यह है कि लोग चार पहिया वाहन लेकर शहर में प्रवेश करने से पहले कई बार सोचते हैं।
जानकारी के अनुसार, शहर कोतवाली, कटरा और देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई मुख्य मार्गों पर खुलेआम अतिक्रमण जारी है। बिजली के सरकारी खंभों की आड़ में लोग अपने मकान को पांच फीट तक आगे बढ़ाकर बना रहे हैं। इतना ही नहीं, निर्माण के बाद सड़क पर पटिया और पत्थर रखकर रास्ता और संकरा कर दिया जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के तारों को खुद हटाकर या नीचे दबाकर लोग मकान आगे तक बढ़ा देते हैं। इस सबके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं।
नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए और सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि आवागमन सुचारू हो सके। लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो शहर की प्रमुख सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाएगा।
स्थानीय व्यापारियों ने भी जताई चिंता
व्यापारिक संगठनों ने कहा कि अतिक्रमण के कारण ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पाते, जिससे कारोबार पर असर पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से अपेक्षा जताई कि सड़कें चौड़ी हों और सार्वजनिक मार्गों से कब्जे हटाए जाएं ताकि शहर का सौंदर्य और यातायात दोनों सुधर सकें।















