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मुख्यमंत्री को धमकी देने वाले युवक के खिलाफ होनी चाहिए कड़ी कार्रवाई- अभिषेक दुबे

वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर 94 53 82 1310,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी की घटना समूचे प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष में इस घटना की घोर निंदा की गई ।तो वही मिर्जापुर में प्रधानमंत्री जन कल्याण प्रचार प्रसार योजना के नगर अध्यक्ष अभिषेक दुबे ने सरकार से मांग किया है कि ऐसे व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और इस बात का पता लगा लगाया जाए कि इतनी घटिया सोच की वजह क्या है। कट्टरवादीता और जहर भरने व उगलने का काम वह कौन लोग करते, करवाते हैं इनके पीछे कौन लोग हैं जो युवाओं को गुमराह कर रहे हैं ।इसकी भी सघनता से जांच होनी चाहिए। अभिषेक दुबे ने कहा कि करोड़ों करोड़ के दिलों में रहने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे उत्तर प्रदेश को अपना परिवार माना है । समूचे प्रदेश के प्रति सच्ची श्रद्धा लगन तब लोगों ने देखा जब खुद योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन के पश्चात भी उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए निरंतर काम किया।प्रदेश में रहने वाला हर परिवार हर बंदा को वह अपने परिवार का सदस्य मानते हैं ,और परिवार के समस्त सदस्यों की बेहतरी के लिए निरंतर काम करते रहते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण जैसे विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के श्रमिकों के लिए जो इंतजामात कर दिए पूरे भारत के प्रदेश के मुखिया ने उससे सबक सीखा। भारत के किसी भी कोने में उत्तर प्रदेश का व्यक्ति चाहे श्रमिक ही क्यों ना रहा हो यदि अपने प्रदेश उत्तर प्रदेश आना चाहता था तो उसके लिए बेहतर प्रबंधन इंतजाम किया। जिसमें गाड़ियां भोजन और रुकने का स्थान मुहैया कराया। भारत में सबसे ज्यादा केंद्र सरकार से रेल के माध्यम से श्रमिकों को उत्तर प्रदेश लाने का भी श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है।उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, मजदूरों की किसानों की व्यापारियों की व आम जनमानस के उत्तम स्वास्थ्य की पल-पल की रिपोर्टिंग लेने वाले योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ।हालांकि युवक पुलिस की हिरासत में आ चुका है ।त्वरित कार्रवाई पर संगठन के लोगों ने प्रशासन की तारीफ भी की है। युवक के बारे में और उसके समूचे दोस्त यार मित्र परिवार के भी बारे में सूक्ष्मता से जांच सरकार को करानी चाहिए।श्रमिकों को कहीं भी दिक्कत ना हो इसके लिए जब उन्होंने इस बात की घोषणा की कि पूरे उत्तर प्रदेश में कहीं सड़कों पर श्रमिक पैदल नहीं चलेंगे तो उनके कहने भर की देरी थी और पूरे प्रदेश के जिलों के जिला प्रशासन ने जहां भी प्रवासी मजदूर पैदल चलते दिखाई दिए तत्काल उनको गाड़ी मुहैया कराई गई जो अत्यंत सराहनीय कदम रहा है।

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