मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 49वें इंडिया कारपेट एक्सपो का शुभारंभ 10.30 बजे किया

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भदोही को बताया वैश्विक पहचान वाला उद्योग केंद्र,
कहा— चुनौतियों के बीच हैं अपार संभावनाएं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को भदोही के कारपेट एक्सपो मार्ट में आयोजित 49वें इंडिया कारपेट एक्सपो एवं भदोही में लग रहे चौथे अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले का विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “हस्तशिल्प उद्योग भारत की आर्थिक ताकत है। भारत को वैश्विक शक्ति बनाना इस उद्योग के बिना संभव नहीं। आजादी के बाद ग्लोबल भागीदारी में कमी आई थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक उपस्थिति लगातार बढ़ी है।”

मुख्यमंत्री ने भदोही को “छोटा नहीं, बल्कि बहुत बड़ा उद्योग केंद्र” बताते हुए कालीन मेले के सफल आयोजन पर सभी उद्यमियों और आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “वैश्विक स्तर पर कुछ चुनौतियां अवश्य हैं, पर इन चुनौतियों के बीच नई संभावनाएं भी हैं। हमें निर्यात क्षेत्र को इनके लिए तैयार करना होगा और सरकार इस दिशा में हर संभव सहयोग दे रही है।”

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में 96 लाख लघु उद्योग पंजीकृत हैं, जिनसे लगभग दो करोड़ परिवार और करीब 10 करोड़ लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि “सरकार व्यापारियों और उद्यमियों के साथ मजबूती से खड़ी है। टैरिफ से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है, जो उद्योग को राहत देने के लिए ठोस सुझाव देगी।”

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कालीन उद्यमियों और बुनकरों से संवाद भी किया। इस अवसर पर प्रमुख कालीन निर्यातक रवि पाटोदिया, पीयूष बरनवाल, अनिल सिंह, सूर्यमणि तिवारी, हाजी हबीब, आदर्श पूर्णिमा और अन्य उद्योग प्रतिनिधियों ने अपनी बातें मुख्यमंत्री के समक्ष रखी ।

स्वागत भाषण में भदोही सांसद माननीय डॉ विनोद बिंद ने मुख्यमत्री के आगमन को लेकर आभार जताते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश खुशहाली के राह पर है और इसमें उद्योगों का तेजी से विकास हो रहा है। कालीन उद्योग के प्रति मुख्यमंत्री कालीन उद्योग को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए गंभीर हैं और वो लगातार उद्योग से संबंधित जानकारी लेते रहते हैं।

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (CEPC) के अध्यक्ष कुलदीप राज वाटल ने कहा कि मुख्यमंत्री का आगमन कालीन उद्योग के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उद्योग को वैश्विक बाजार में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में “जब तक उद्योग नए बाजार विकसित नहीं कर लेता, तब तक राहत उपायों से उद्योग को बड़ी सहूलियत मिलेगी।”

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देश-विदेश के खरीदार, निर्यातक और उद्यमी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में लगाई गई कालीनों और हस्तनिर्मित उत्पादों का अवलोकन भी किया और भदोही के कारीगरों की सराहना की।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकाश आयुक्त हस्तशिल्प अमृत राज, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, औराई विधायक दीनानाथ भास्कर, ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा, भाजपा जिला प्रभारी नागेंद्र रघुवंशी मुख्यमंत्री के साथ मंचासीन रहे।

इंडिया कारपेट एक्सपो मेला में भारत सरकार की वस्त्र मंत्रालय की टेक्सटाइल सचिव नीलम शमी राव ने दीप प्रज्वलन कर फेयर डायरेक्टरी का विमोचन 3.00 बजे किया गया तथा प्रदर्शनियो का भ्रमण किया | इस अवसर पर विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) अमृत राज भी उपस्थित थी ।

उद्घाटन समारोह के पश्चात संवाददाताओं से बातचीत में नीलम शमी राव ने बताया कि यह मेला डीसी हैंडीक्राफ्ट के सहयोग से आयोजित किया गया है और भदोही में पिछले चार वर्षों के प्रयासों के बाद यह मंच पूरी तरह सफल सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां नए-नए उत्पाद और नवीन धागों पर विशेष कार्य हुआ है, जो मिर्जापुर, भदोही सहित पूरे देश को लाभान्वित करेगा । इस वर्ष मेले में कम से कम पांच विदेशी आयातकों की उपस्थिति सुनिश्चित है। अमेरिका से बड़ी संख्या में आयातक यहां खरीदारी हेतु पहुंचे हैं, जो स्पष्ट करता है कि भारतीय कारीगरी और गुणवत्ता पर अंतरराष्ट्रीय बाजार का भरोसा मजबूत है। दोनों देशों के बीच इस क्षेत्र में सहयोग बातचीत चल रही है।वस्त्र मंत्रालय के लिए कालीन उद्योग अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह मुख्य रूप से रोजगार का एक सशक्त स्रोत है और इसमें उल्लेखनीय विकास की संभावनाएं हैं। मंत्रालय हस्तनिर्मित और मशीन निर्मित कालीनों के लिए उपयुक्त HSN कोड निर्धारण पर कार्य कर रहा है, ताकि उद्योग की मांगों को न्यायोचित रूप से पूरा किया जा सके।कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने विश्वास जताया कि यह मेला भारतीय कालीन उद्योग को वैश्विक मंच पर और मजबूती देगा ।

कालीन मेले में 155 एग्जीबिटर शामिल हुए हैं । विश्व के 67 देशों के 442 आयातकों ने अपना पंजीकरण कराया है। जिसमें चुनिंदा 200 आयातकों को परिषद द्वारा सुविधा पैकेज भी दिया जायेगा । पहले दिन शनिवार को मेले में 128 आयातक और 121 कालीन आयातकों के प्रतिनिधि ने शिरकत की ।

एक्सपो की सफलता के लिए कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल, मेला समिति संयोजक वासिफ अंसारी तथा प्रशासनिक समिति के सदस्य अनिल कुमार सिंह, असलम महबूब, पियूष बरनवाल इम्तियाज़ अहमद, राजा शर्मा, हुसैन जफर हुसैनी, महावीर प्रताप शर्मा, बोध राज मल्होत्रा, दीपक खन्ना, मेराज यासीन जान, रवि

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पाटोदिया, संजय गुप्ता, शौकत खान, शेख आशिक अहमद, सूर्यमणि तिवारी, रोहित गुप्ता ने मेले की सफलता के लिए लगातार विशेष सहयोग दे रहे हैं, जिससे उद्योग को ऊंचाइयों पर पहुचाया जा सके | कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक डा स्मिता नागर कोटी ने कहा कि एक्सपो वैश्विक बाजार में भागीदारी बढ़ाने का बड़ा माध्यम है जिसका उपयोग निर्यातकों द्वारा किया जा रहा है ।