
राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 28135 मुकदमें निस्तारित और सम्बन्धित न्यायालयों ने 8.28 लाख रूपया जुमार्ना वसूल किया और मृतकों व घायलों को 4.59 करोड़ रूपये प्रतिकर एवार्ड पारित मीरजापुर- राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, सर्वोच्च न्यायालय एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यकम का शुभारम्भ प्रशासनिक न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल
पाल, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना वाहन दावा अधिकरण मीरजापुर
राम प्यारे, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन एवं सभी न्यायिक अधिकारीगण संयुक्त रूप से माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किये। माननीय जनपद न्यायाधीश श्री अनमोन पाल ने सभी
न्यायिक अधिकारीगण एवं बैंक अधिकारीगण के साथ बैठक किए और राष्ट्रीय लोक अदालतें को सफल बनाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा मुकदमों को निस्तारण करने एवं
वादकारियों को व्यापक सहुलियत प्रदान करने का निर्देश दिए। निस्तारित मुकदमों का विवरण
जनपद न्यायाधीश अनमोन पाल ने कुल 02 आर्बिट्रेशन तथा मिसलिनियस मामलों का निस्तारण किए और रू० आर्बिट्रेशन अवार्ड पारित किए।
1.38 लाख प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश न्यायालय राजेन्द्र श्रीवास्तव प्रसाद ने 25 पारिवारिक मामलों में सुलह-समझौत कराते हुए पति-पत्नी को साथ-साथ रहने के लिए राजीखुशी घर भेजे साथ ही प्री-लिटिगेशन बैवाहिक मामलें 3 निस्तारित किए और पति-पत्नी को साथ-साथ रहने के लिए राजीखुशी घर भेजे। पीठासीन अधिकारी मोटर अधिकरण श्री राम प्यारे ने 64 मोटर दुघर्टना प्रतिकर मामलों का निस्तारण किए और 4 करोड़ 58 लाख, 19 हजार 999 रूपये प्रतिकर के रूप में मृतको एवं घायलों के परिजनों को दिलाये गये। स्थायी लोक अदालत चेयरमैन श्री बृजेश नरायण मिश्र ने कुल 11 मुकदमों का निस्तारण किए। प्रथम अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश बलजोर सिंह ने 1 मिसलिनियस वादों का निस्तारण की और जुमार्ना वसूल की। विशेष न्यायाधीश पॉक्सो, सन्तोष कुमार त्रिपाठी ने 04 मिसलिनियस मुकदमों का निस्तारण किए और 4000 रूपया जुर्माना वसूल किए। तृतीय अपर जिला जज चन्द्र शेखर
मिश्र ने 3 मुकदमों का निस्तारण किए और 1000 रूपया जुर्माना वसूल
किए। विशेष न्यायाधीश एस.सी.एस.टी. एक्ट वायु नन्दन मिश्र ने 29 आर्बिट्रेशन और 2 मिसनिनियस मुकदमों का
निस्तारण किए और 1000 रूपया जुर्माना वसूल किए। विशेष न्यायाधीश ई.सी.एक्ट, चन्द्र गुप्त यादव ने 2 मिसलिनियस तथा विद्युत के 24 वादों का निस्तारण किए
और 4000 रूपया जुमार्ना वसूल किए। अपर जिला जज/सचिव डीएलएसए लाल बाबू यादव ने 503 बैंक ऋण प्री-लिटिगेशन के मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर कराये और 5.74 करोड पर बकायेदारों से समझौता कराकर ऋणवसूली कराये। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रत्नम श्रीवास्तव ने कुल 2063 मुकदमों का निस्तारण किए और 8 लाख 19 हजार 295/-जुर्माना वसूल किए। सिविल जज (सी.डि.) आनन्द कुमार उपाध्याय ने कुल 14 सिविल व सक्सेशन वादों का निस्तारण की और 1
करोड 59 लाख 58 हजार 111 रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किए। सिविल जज (जू०डि०) सुश्री अनिमा मिश्रा ने 08 दीवानी वाद व सक्सेशन वाद को निस्तारित की और 36 लाख 83 हजार 279 रूपये का सक्सेशन प्रमाण पत्र जारी की। सिविल जज (सी०डि०)-2 अंजूम शैफी ने 207 मुकदमों का निस्तारण की और 2050 रूपया जुर्माना वसूल की। अपर सिविल जज (जूडि.) शिवानी चौधरी ने 239 मुकदमों का निस्तारण की और 2390 रूपया जुर्माना वसूल की।, सुश्री प्रियंबदा लाल ने 210 मुकदमों का निस्तारण की और 2100 /- जुर्माना वसूल की। सुश्री रुचि भाटी ने 93 मुकदमों का निस्तारण की। श्रीमती जीनत परवीन ने 257 मुकदमो का निस्तारण की और 2570/- जुर्माना वसूल की, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गोपाल दत्त दूबे ने 3 मुकदमों का निस्तारण किए और 10000 रूपया जुर्माना वसूल किए। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट- द्वितीय न्यायालय से 3 मुकमदों का निस्तारण किय और 700 रूपया
जुर्माना वसूल किए।
अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) / नोडल अधिकारी रा.लो.अ. श्री शिव प्रताप शुक्ला के प्रयास से नगर मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारियों व तहसीलदार / नायब तहसीलदारों के न्यायालयो, चकबन्दी न्यायालयों द्वारा निस्तारित राजस्व बाद कुल 21729 मामलों का निस्तारण किया गया। ई-चालान यातायात के 2220 चालानो का निस्तारण हुआ और 10 लाख 80 हजार 600/- रूपया ऑनलाईन जुर्माना वसूल हुए।
राष्ट्रीय लोक अदालत, में अपर सिविल जज (जू०डि० ) व०सहा० श्री दीपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता बढ़ी विशाल, रंजीत कुमार डाटा आपरेट, पी०एल०वी० श्री जय प्रकाश, ओम प्रकाश, प्रदीप श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार, आकाश प्रिय, पंकज कुमार, अमरेन्द्र सिंह, पुलस्त द्विवेदी एवं समस्त न्यायिक कर्मचारीगण उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए। भारतीय स्टेट बैंक, इण्डियन बैंक, आर्यव्रत बैंक, बैंक आफै बडौदा, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, ने बैंक पण्डाल लगाकर मामलों का निस्तारण किए।