राष्ट्रीय लोक अदालत में 9457 चिन्हित मामलों का निस्तारण हुआ और 5.81 लाख रूपया जूमार्ना वसूल और 48 मोटर दुर्घटनाग्रस्त मुकदमें निस्तारित हुए और मृतको/घायलो के परिवार को 4.39 करोड का चेक बीमा कम्पनियों से प्रतिकर के रूप में दिलाया गया।
मीरजापुर–माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर मंे राष्ट्रीय लोक अदालत, तथा प्री-लिटिगेशन लोक अदालत भारतीय स्टेट बैक, बैंक आफॅ बडौदा, बैंक आफॅ इण्डिया, आर्यवर्त बैंक, इलाहाबाद बैंक , पंजाब नेशनल बैंक , पंजाब एण्ड सिन्ध बैकं, सेन्ट्रल बैंक के पण्डाल लगाकर कुल 37 अदालतो का गठन कर किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुरेन्द्र कुमार सिंह एंव सभी न्यायिक अधिकारीगण द्वारा संयुक्त रूप से माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर किये।
जनपद न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार सिंह ने 18 मोटर दुर्घटना प्रतिकर मामलो को निस्तारण किए और मृतक व घायलो के परिजनो को एक करोड 01 लाख 25 हजार का चेक दिलाकर राहत प्रदान किए और 04 मुकदमें आर्बीट्रेशन कि निस्तारण किए और 51.88 लाख रूपया अवमुक्त किए।
प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश श्री भगवती प्रसाद सक्सेना ने 05 मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद और 03 अन्य मुकदमें निस्तारित किए और मृतको व घायलों के परिजनों को 19.10 लाख प्रतिकर चेक दिलाए ।
विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट संजय हरि शुक्ला ने 04 धारा-340 के मुकदमों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किये ।
अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश पाक्सो ज्ञानेन्द्र राव ने 06 मोटर दुघर्टना प्रतिकर वादों का निस्तारण किए और मृतको एवं घायलों के परिजनों को 39.00 लाख रूपया प्रतिकर दिलाए।
पंचम अपर जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार यादव ने 05 मोटर दुर्घटना प्रतिकर, 04 अन्य वादों निस्तारण किए और 21.50 लाख रूपया प्रतिकर दिलाए।
षटम अपर जनपद न्यायाधीश अच्छे लाल सरोज ने 01 मोटर दुर्घटना प्रतिकर, वाद का निस्तारण किए और आठ लाख रूपया प्रतिकर दिलाए।
प्रधान न्यायाधीश प्रीति श्रीवास्तव ने 2 पारिवाक मामलों मेंपति-पत्नी को साथ-2 भेज कर निस्तारण की
अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एफ.टी.सी. जितेन्द्र मिश्रा ने 08 मोटर दुर्घटना प्रति और अन्य 01 वादो का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किये और 33 लाख मृतको और घायलो के पारिवार वालो को प्रतिकर चेक दिला कर राहत प्रदान किये।
अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश एफ.टी.सी. यज्ञनेश चन्द्र पाण्डेय ने 04 मोटर दुर्घटना प्रतिकर मामलेे तथा 01 अन्य मामलें का निस्तारण किए और मृतको और घायलो के पारिवार वालो को 25.40 लाख रूपये का प्रतिकर चेक दिला कर राहत प्रदान किये।
स्थायी लोक अदालत चेयरमैन चिन्तामणि शुक्ला द्वारा 15 मुकदमों का निस्तारण सुलह-समझौता के आधार पर किए।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इन्द्र जीत सिंह ने 1575 मुकदमों का निस्तारण किए और 4.10 लाख जूर्माना वसूल कर राजकोष में जमा कराए।
सिविल जज (सी.डि.) लवली जायसवाल ने 12 सक्सेसन वाद तथा 02 ओ.एस. वाद निस्तारित किए और 36.00 लाख रूपये उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किए।
प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नेहा गंगवार ने 418 मुकदमों का निस्तारण की और 1.34 लाख जूर्माना वसूल की।
सिविल जज (सी.डि.) एफटीसी प्रतिभा ने 217 मुकदमों का निस्तारण की और 36.9 हजार रूपया जूर्माना वसूल की।
पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री अमित कुमार यादव ने 544 प्री-लिटिगेशन बैंक ऋण मामलों का निस्तारण सुलह-समझौता के आधार पर करायी और 6.60 करोड़ नगद की वसूली की।
सिविल जज (जू0डि0) मोना सिंह ने 04 दीवानी वाद का निस्तारण सुलह-समझौता के आधार पर किए।
सिविल जज (जू0डि0) चुनार अभिनव जैन ने 01 दीवानी वाद का निस्तारण सुलह-समझौता के आधार पर किए।
प्रथम अपर सिविल जज(जू0डि0) सुमित पराशर ने 2 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किए और 5 हजार रूपया जूर्माना वसूल किए।
द्वितीय अपर सिविल जज(जू0डि0) राहुल ने 01 दीवानी वाद निस्तारित किए ।
विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट बलराम पाण्डेय ने 04 लघु आपराधिक वादों का निसतारण किए और 1250 रूपया जूर्माना वसूल कर राजकोष में जमा कराए।
राजस्व वाद के नगर मजिस्ट्रेट एवं उपजिलाधिकारियों व तहसीलदार/नायब तहसीलदारों के न्यायालयो द्वारा 6863 वादो का निस्तारण किया गया। नगरपालिका परिषद द्वारा 5613 मामलों का निस्तारण किए और चकबन्दी विभाग द्वारा 27 मामलों का निस्तारण किया गया। तथा बीएसएनएल द्वारा टेलीफोन के 04 बिल मामलों का निस्तारित किए और 32 हजार रूपया टेलीफोन बिल का बकाया वसूल किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में, व0लि0 दीपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता बद्री विशाल एवं समस्त न्यायिक कर्मचारीगण उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।