
एपेक्स वेलकेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड हॉस्पिटल, समसपुर, चुनार के बीएएमएस द्वितीय वर्ष 2021 बैच के छात्रों ने डीन प्रो. डॉ. सुनील मिस्त्री के निर्देशन में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की शैक्षणिक इकाइयों का भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को आयुर्वेदिक चिकित्सा, औषधि निर्माण और औषधीय पौधों के नाम रूप ज्ञान एवं संरक्षण से संबंधित गहन जानकारी प्रदान करना था। एपेक्स आयुर्वेद कॉलेज के द्रव्यगुण विभाग के विशेषज्ञ डॉ. सुधांशु प्रताप सिंह एवं रसशास्त्र एवं भैषज्य कल्पना विभाग के विशेषज्ञ डॉ. विनोद तिवारी, डॉ. सुनील सिंह ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए भ्रमण के दौरान टीम ने हिमाचल प्रदेश के पपरोला स्थित राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद कॉलेज एवं उतराखंड स्थित पतंजलि भारतीय आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान हरिद्वार का दौरा किया। यहां उन्होंने आयुर्वेदिक फार्मास्युटिकल इकाई और औषधीय उद्यान का गहन अवलोकन किया। राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद कॉलेज के विशेषज्ञों ने छात्रों को औषधीय पौधों के वर्गीकरण, उनके उपयोग और संरक्षण के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। छात्रों ने फार्मास्युटिकल इकाइयों में आयुर्वेदिक औषधियों के
निर्माण, भंडारण और गुणवत्ता परीक्षण की प्रक्रियाओं को करीब से समझा। इसी क्रम में छात्रों ने उतराखंड के ऋषिकेश में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रयोगशाला अमृतकल्प 2.0 में सम्मिलित हुए जिसमे विशेषज्ञों ने क्षारसूत्र, अग्निकर्म, रकतमोक्षण पर छात्रों को विस्तृत जानकारी प्रदान किया। छात्रों ने कहा कि इस भ्रमण ने उन्हें न केवल उनके पाठ्यक्रम को व्यावहारिक रूप से समझने में मदद की बल्कि आयुर्वेद के क्षेत्र में उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाया। यह भ्रमण उनके लिए अत्यधिक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रही। इस दौरे के लिए आवश्यक अनुमोदन और संपर्क प्रक्रिया को कुशलता से संपन्न किया गया। एपेक्स कॉलेज के डीन प्रो. डॉ. सुनील मिस्त्री ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण छात्रों को उनके पेशेवर जीवन में नए आयाम प्रदान करते हैं और उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा के आधुनिक और पारंपरिक पहलुओं को बेहतर ढंग से समझने का अवसर देते हैं।
एपेक्स कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. पी.के. सिंह एवं ऐकडेमिक हेड प्रो डॉ यशवंत चौहान ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के दौरे से छात्रों की शिक्षा को प्रासंगिक और व्यावहारिक बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आयुर्वेदिक विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों के ज्ञान को और समृद्ध करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।