सनबीम मीरजापुर का 10वाँ वार्षिकोत्सव “ग्लोरियस जर्नी ऑफ विकसित भारत”
दिनांक 10 नवम्बर 2024, दिन रविवार को सनबीम स्कूल, हुरुआ आमघाट मीरजापुर के छात्र-छात्राओं द्वारा विद्यालय का दसवाँ वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस विशेष अवसर पर छात्र-छात्राओं के अभिनय, नृत्य एवं गायन ने दर्शको का मन मोह लिया। इस वर्ष के वार्षिकोत्सव की अवधारणा “ग्लोरियस जर्नी ऑफ विकसित भारत” रखी गयी थी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रिय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री अनुप्रिया पटेल एवं उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल थे, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डी० एच० के० एडुसर्व समूह के मुख्य कार्यकारी निदेशक हर्ष मधोक, विद्यालय के निदेशक सी०ए० सुरेश आहुजा, अमन आहुजा एवं श्वेता आहुजा ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस वार्षिकोत्सव में कुल 14 विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिनमें गंगा अवतरण, गुरु शिष्य परंपरा को दर्शाते हुए एकलव्य का नृत्य, झांसी की रानी, एवं छोटे बच्चों का मनमोहक रेट्रो टू मेट्रो शमिल थे इन प्रस्तुतियों ने भारत के समृद्ध इतिहास की एक जीवंत झलक पेश की, जिसे देखकर अभिभावक मंत्रमुग्ध हो गए।
अभिभावकों ने बताया कि इस कार्यक्रम ने उन्हें भारत के इतिहास को एक चलचित्र की तरह देखने का अनुभव प्रदान किया। छात्रों और अध्यापकों के बीच बेहतरीन तालमेल से कार्यक्रम बिना किसी रुकावट के सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। कार्यक्रम के समापन के बाद अनुप्रिया पटेल केंद्रीय मंत्री ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि सनबीम स्कूल हुरूआ आम घाट के द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। आज से ही बच्चों के अंदर भारतीय संस्कृति के साथ अनुशासन के बीज बोए जा रहे हैं आज के यही छात्र जब 25 साल के हो जाएंगे तो विकसित भारत के संकल्प के परिकल्पना को यही छात्र पूरा करेंगे। मोदी जी के विजन के अनुरूप विद्यालय प्रशासन नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को शिक्षित कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपने संबोधन में बच्चों के कार्यक्रम व शिक्षकों के मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि आज चारों तरफ विकसित भारत की चर्चा हो रही है,आजादी के 75 सालों में आज हम केवल विकासशील इंडिया है लेकिन आगामी पच्चीस सालों में हम विकसित इंडिया बनाना चाहेंगे। जिसके लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार प्रयास भी कर रही है। उन्होंने कहा कि देश का कोई लक्ष्य वह महायज्ञ होता है जिसमें देश के हर नागरिक की भावना व ऊर्जा भरी हो तब तक उसकी सिद्धि नहीं हो सकती है या भावना जब तक 140 करोड़ लोगों के मन में पैदा नहीं हो जाता तब तक विकसित भारत का सपना पूरा नहीं हो सकता और विकसित भारत का सपना यही बच्चे लोग पूरा करेंगे लेकिन इसके लिए बच्चों के अंदर पॉजिटिव भावना होनी चाहिए। हमें बच्चों को सिर्फ एकेडमी में टॉपर नहीं बनाना है बल्कि इनके अंदर एक संतुलित व्यक्तित्व का विकास हो, ये जरूरी है क्योंकि संतुलित व्यक्तित्व का निर्माण ही विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सकता है।
कार्यक्रम का संचालन आयुषी पटेल, अमृता श्रीवास्तव, शाश्वत दूबे, स्तुति मिश्रा, मानवी राजपूत और पारूल स्नेह द्वारा किया गया। अन्त में ने इस सफल आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं बच्चों के साथ अभिभावकगण भी उपस्थित रहें।