मिर्जापुर, होटल कोणार्क ग्रैंड के महाप्रबंधक ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिक्योरिटी एजेंसी संचालक द्वारा प्रतिष्ठित होटल कोणार्क ग्रैंड को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
जनपद मिर्जापुर की शान और प्रतिष्ठा के मामले में पूर्वांचल में अपनी साख रखने वाले होटल कोणार्क ग्रैंड होटल के बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट वायरल किए गए । सिक्योरिटी एजेंसी संचालक व होटल के ग्राहक के द्वारा सोशल मीडिया पर होटल के बारे में खराब सर्विस जिसमें होटल मैनेजमेंट के द्वारा दुर्व्यवहार निम्न गुणवत्ता के भोजन सामग्री के मामले का जिक्र किया गया है। इस मामले में सोमवार होटल के खिलाफ चल रहे सोशल मीडिया पर खबरों की जानकारी जब होटल प्रबंधक से लिया गया तो प्रबंधक के तरफ से अपनी सफाई में कहा गया कि जिस सिक्योरिटी संचालक के द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है की होटल के द्वारा दी जा रही भोजन सामग्री की गुणवत्ता निम्न स्तर की है तो सपरिवार आरोपी क्यों होटल के द्वारा परोसे गए खाना खा लिया? अगर भोजन इतना ही खराब था ,तो खाना छोड़ देता ।होटल के द्वारा कहा गया कि आरोपी के द्वारा परोसे गए ना सिर्फ संपूर्ण भोजन का सदुपयोग किया गया खाया गया बल्कि और भी सामग्रियों का लजीज व्यंजनों का स्वाद लेते हुए भोजन ग्रहण किया उसके बाद पार्सल भी पैक करा कर ले जाया गया ।जब पैसे देने की बारी आई तब भोजन की गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह लगाकर बदनाम करने की साजिश करी जा रही । होटल की तरफ से बताया गया कि सोशल मीडिया में साजिश के तहत होटल के खिलाफ अमर्यादित और अभद्रता पूर्वक टिप्पणी कराई जा रही है जिसकी शिकायत स्थानीय स्तर पर पुलिस को भी दे दी गई है। होटल के महा प्रबंधक अनंत कुमार शाह ने कहा कि लगाए गए आरोपों के सत्यापन के लिए इस मामले में कई बार सिक्योरिटी एजेंसी संचालक से वार्ता भी किया गया पता लगाए जाने की पूरी कोशिश की जा रही है कि आखिर होटल के अतिथि को किस कर्मचारी से या किस दिए गए ऑर्डर के आइटम से नाराजगी है। होटल प्रबंधक की तरफ से कहा गया कि सिर्फ होटल को बदनाम करने की नियत से सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का दुरुपयोग किया जा रहा है । अनंत कुमार साह ने कहा कि जिस ग्राहक के द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं दर्शल उनके द्वारा कई दिनों से होटल में सिक्योरिटी व अन्य सुरक्षाकर्मियों को उनके मुताबिक ना लगाए जाने का दुष्परिणाम उनको झेलना पड़ रहा है। होटल महाप्रबंधक ने कहा कि हमारे होटल धर्म के मुताबिक आए हुए समस्त अतिथियों का स्वागत करना उनका दायित्व है। उनके द्वारा यदि कोई आपत्ति जाहिर की जाती है तो उसका भी निस्तारण हमारे स्तर से किया जाता है। होटल का हर संभव प्रयास होता है कि आरोप चाहे छोटा से छोटा हो या बड़ा से बड़ा हो किसी भी स्तर का आरोप हो आरोपों पर कार्यवाही करके ग्राहक रूपी अतिथियों के समस्या का निराकरण किया जाता है । लेकिन जिस तरीके से व्यक्तिगत रूप से निम्न स्तर की टीका टिप्पणी सोशल मीडिया पर की जा रही है वह आपत्तिजनक है ।शर्मनाक भी है और बिना प्रमाण के किसी पर लांछन लगाना आईटी एक्ट का उल्लंघन है । जरूरत पड़ने पर होटल की तरफ से मानहानि का दावा के भी विकल्प के रास्ते को बंद नहीं किया गया है। इस मामले में होटल की तरफ से स्थानीय पुलिस को संपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी उपलब्ध करा दी गई है साथ में उपरोक्त घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज भी सुरक्षित रखी गई है।
तो वहीं इस संपूर्ण प्रकरण में सिक्योरिटी संचालक और उक्त होटल के ग्राहक ने बताया कि होटल की तरफ से जो भी बिल दिया गया है उसका वह पेमेंट करना चाहते हैं बशर्ते उसमें से जो सामग्री खाने योग्य नहीं थी उसका पैसा होटल को नहीं लेना चाहिए। ग्राहक ने बताया कि कई बार वह उस होटल के लजीज व्यंजन का स्वाद ले चुके हैं बीते 16 तारीख को जब वह अपनी पत्नी के साथ रेस्टोरेंट में डिनर के लिए गए थे तब वहां के खाने का स्वाद उनके मुताबिक नहीं था, जिसकी शिकायत उन्होंने मौजूद अधिकारियों से की थी। ग्राहक ने बताया कि सिक्योरिटी का काम वह करते हैं और उनका काम है कि विभिन्न होटलों में जाकर वह अपनी व्यवसायिक बात रखते हैं। ग्राहक ने बताया कि उनकी शादी भी उसी होटल से हुई थी।फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम में होटल की तरफ से निरंतर अपने ग्राहकों की संतुष्टि के लिए अनवरत हर संभव प्रयास करते रहने की बात कही है, तो वही होटल के द्वारा निरंतर कई विशिष्ट पुरस्कारों से सम्मानित और प्रमाणित होते रहने की कड़ी में स्वच्छता मिशन में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के मामले में भी जनपद मिर्जापुर के कई विशिष्ट जनों के द्वारा होटल सम्मानित हो चुका है। कई राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के भी सम्मान पत्रों से होटल को पूर्व में भी नवाजा गया है ।होटल अपने मेहमानों की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहता है इसका भी निरंतर भरोसा दिलाता रहता है। महाप्रबंधक ने कहा कि आगे भी उनकी कोशिश होगी कि मेहमान बार-बार आते रहे उपरोक्त विवादित मामले में स्पष्ट रूप से कहा कि ग्राहक से पहले संतुष्टि चाहिए होता है पैसा नहीं।