मिर्जापुर कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र के सबरी मोहल्ले में जो घटना हुई वह दिल दहला देने वह पैरों के नीचे जमीन खिसका देने के लिए पर्याप्त है |दलित परिवार के साथ कुछ कानून के जानकार ने ऐसा दाव पेच खेला जिससे एक गरीब दलित परिवार का न सिर्फ जमीन जाने का खतरा है बल्कि जमीर बचा पाना असंभव सा प्रतीत हो रहा है |मामला बाबाजी के मडई के नाम से प्रसिद्ध घर को दिनांक ८/०४/२०१७/ दिन में लगभग 1:00 बजे भूमाफियाओं के इशारे पर मिर्जापुर प्रशासन के सहयोग से दलित परिवार के घर को उजाड़ा जा रहा था |मौके पर उपस्थित लोग हाथ पर हाथ धरे यह सोचने पर विवश हो गए कि ऐसी कौनसी सरकार आ गई कि बिना कुछ न्यायालय के आदेश के बावजूद भूमाफिया को कब्जा दिलाने के उद्देश्य से खड़ी दोपहर अधिकारियों ने खड़े होकर खड़ी मडई को जमींदोज करवा दिया |इस घटना से क्षेत्र के लोगों की कानून पर आस्था व विश्वास कब तक टिका रहेगा इस बात की शंका आसपास के लोगों ने जाहिर की है| 32 बिस्सा जमीन को हड़पने की मंशा पूरा करा दिया ऐसा प्रतीत होता है लोगो को | जब समूचे उत्तर प्रदेश की फिजा में इस बात की चर्चा है कि अच्छे दिन की शुरुआत होने जा रहे है लेकिन इस दलित परिवार के लिए इससे ज्यादा बुरा वक्त समूचे जीवन काल में नहीं हुआ था |यदि दलित परिवार की माने तो इस जमीन का विवाद न्यायालय में विचाराधीन है और भूमि माफिया अपने जमीन की पैमाइश कराने के नाम पर पुलिस व अधिकारियों की जमघट कराया उसके बाद अपने लोगों से बाबा की मड़ाई को जमीदोज भी करा दिया जो छेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है| इसके पूर्व मैं भी दिनांक 26 अगस्त 2016को दलित परिवार के द्वारा बोई गई खड़ी फसल को जलाने की घटना प्रकाश में आया था पीड़ित परिवार ने बताया की अक्सर विपक्षी जमीन को कब्जा करने की धमकी देते आए हैं और आज उन्होंने कार्य को अंजाम दे दिया |जबकि जमीन का मामला मुकदमा सिविल जज के यहां और ADM के यहां विचाराधीन है ,जिसकी अगली तिथि 14 /7/ 2017 है| दलित परिवार की माने तो SDM को दिग्भ्रमित करके जमीन नपवाने का आदेश करा लिया और जब उसी की आड़ में दलित की जमीन कब्जा करने का साजिश रच दिया |जब इस विषय में सीओ सिटी से बातचीत किया गया तो बताया की हम लोग जमीन की पैमाइश करने गए थे किसी भी प्रकार का कब्ज़ा दिलाना और किसी के घर को तोड़ने की घटना नहीं हुई लेकिन मौके पर दलित परिवार अपने गृहस्थी का सामान लेकर खुले मैदान के नीचे देखा गया साथ ही साथ घर को तोड़ते हुए पूरा का पूरा वीडियो बाजार में वायरल हो रहा है| इस पर किसी भी अधिकारी ने टीका टिप्पणी करने से इनकार कर दिया मामला संवेदनशील है |न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन के पश्चात ऐसी घटना, जंगलराज होने का प्रमाण देती है |वह सारे वादे मोदी सरकार के योगी सरकार के एक तरफ पुलिस की आड़ में जिला प्रशासन की आड़ में किसके आदेश से दलित परिवार को घर से बेघर किया गया इसका जवाब देने की हिम्मत ना तो किसी नेता में दिखाई दे रहा हैऔर न ही अधिकारी में दिखाई दे रहा है |आने वाला समय कितना भयावह होगा परिवार के लिए| संवेदनशील व्यक्ति के रूह काँप जा रही है ऐसी घटना को सुन व देख कर | करोड़ों के जमीन के इस वारे-न्यारे में लाखों के हिस्सा बटने की चर्चा सर्वत्र सुनी वह देखी जा रही कौन लगाएगा इस चर्चा पर विराम कहां से उठा चर्चा कौन जिम्मेदार है ऐसे माहौल के निर्माण का| क्या संदेश जाएगा इस तरीके की घटना से तमाम क्षेत्रवासी यह सवाल हर कोई दूसरे से पूछता नज़र आ रहा है|इस अवैध कब्जा के सम्बन्ध में जब दलित परिवार द्वारा आरोपित आरोपीयो से पूछा गया तो उनका कहना था की आप हमसे न पूछे आप को जो लिखना हो छापना हो करिये आप अधिकारीयो से पूछिए हमको तंग मत करिये |
दलित का घर तोड़ा गया और कहते है अच्छा दिन आ गया |
आज ही डाउनलोड करें
विशेष समाचार सामग्री के लिए
Downloads
10,000+
Ratings
4.4 / 5