मिर्जापुर के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के पंडितपुर, पठान पट्टी निवासी मदन मिश्रा की हत्या की वजह रहस्यमयी होती जा रही है। हलाकि लालगंज पुलिस ने प्रेस वार्ता के दौरान मदन कुमार मिश्रा के हत्यारे को मय चाकू, डंडे के साथ गिरफ्तार कर के मीडिया के समक्ष पेश किया था व हत्या के कारण के बारे में आशनाई की बात कही थी ।मगर जब मृतक के परिजनों ने हत्या के कारण की बात सुनी तो उनके पैरों तले जमीन खिसका नजर आया और उन्होंने हत्या के कारण की वजह पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया। दरअसल यदि हत्या के पीछे का मुख्य वजह आशनाई ही है तो पुलिस ने क्यों नहीं उस महिला को मीडिया के सामने पेश किया ?उस महिला के साथ और किसके संबंध हैं ?संबंध है भी या नहीं ?इसको बताना क्यों मुनासिब नहीं समझा ?इस प्रेस वार्ता के दौरान बेहतर होता कि मीडिया के समक्ष उस महिला को भी पेश किया जाता जिसकी वजह से मदन मिश्रा की जान गई व भागीरथी को पुलिस ने जेल भेजा। साथ ही साथ मदन मिश्रा की हत्या में और कितने लोग शामिल थे? क्या उनको भी सहअभियुक्त बनाया गया? मृतक मदन मिश्रा के मोबाइल की बरामदगी क्यों नहीं हो सकी? यह तमाम प्रश्न मृतक परिजनों के अंदर रह-रहकर उबाल मार रहे हैं ।मृतक के पुत्र विजय मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में सिर्फ और सिर्फ भागीरथी ही हो यह बात आसानी से गले के नीचे नहीं उतर रही है ।विजय मिश्रा ने मांग किया कि इस समस्त घटनाक्रम पर पुनः गहन समीक्षा के साथ बड़ी एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए। ज्ञात हो कि इस घटना का पुलिस ने 304 के तहत दिनांक 30/4 /2018 को मुकदमा दर्ज किया था जिसमें दो संदिग्ध नामजद कमलेश व लल्लू यादव को अभियुक्त बनाया गया था। परंतु पुलिस ने दिनांक 7/5/ 2018 को भागीरथी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करके हत्या की घटना का पर्दाफाश करने का दावा किया था।
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