समाचारक्या भ्र्ष्टाचार बनेगा चुनावी मुद्दा - प्रहलाद पासी

क्या भ्र्ष्टाचार बनेगा चुनावी मुद्दा – प्रहलाद पासी

9453821310-मिर्जापुर में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मतदान की तिथि 19 मई मुकर्रर की गई है ।जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है वैसे-वैसे मतदाताओं का मुद्दा भी सामने आ रहा है ।उसी क्रम में जनपद मिर्जापुर के ग्राम सेमरी थाना कछवां विधानसभा मंझवा में दो महत्वपूर्ण मुद्दे जनता के द्वारा उठाए जा रहे हैं ।क्षेत्र में चर्चा के मुताबिक सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा जांच अधिकारी बनाए गए तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी व बाणसागर के अवर अभियंता के द्वारा जांच की निष्पक्षता प्रभावित करने का आरोप ग्रामीणों द्वारा उठाया जा रहा है । वर्ष 2005–2006 में भूमिहीन दिखाकर आराजी नंबर 708 रकबा 11 बिस्सा 8 धूर सरकारी जमीन पर कब्जा कराए जाने का मामला इस चुनावी मौसम में तूल पकड़ते दिखाई दे रहा है। इस तरीके से क्षेत्र में ग्राम सभा में कराए गए धोबहिया तालाब के सुंदरीकरण के नाम पर पांच लाख रुपये के गबन का जांच, पिच रोड , हैंड पंप, सोलर लाइट, रीबोर, इंदिरा आवास ,शौचालय, जॉब कार्ड ,अंत्योदय राशन कार्ड की जांच में शिथिलता के अलावां अन्य भ्रस्टाचार के खिलाफ लोगों के हक अधिकार पे हनन को बर्दाश्त ना करने वाले प्रहलाद पासी मतदाताओं को भ्रष्टाचार को चुनावी मुद्दा बनाकर मतदाताओं को जागरूक करते दिखाई दे रहे हैं।हालांकि प्रहलाद पासी के द्वारा शिकायत किए जाने के पश्चात जिलाधिकारी मिर्जापुर के द्वारा पत्र संख्या ७४७९(१८-१९) दिनांक ७-१-२०१९ को कारन बताओ नोटिस भी जारी की गयी थी जिसमे जांच टीम के द्वारा कई प्रकार की अनियमितताएं पकड़ी गई थी जिसमें प्रधानमंत्री आवास स्वीकृति के पश्चात आवास पूर्ण होने के पश्चात भी दरवाजा नहीं लगा, गया पाया गया था एक ही व्यक्ति को दो-दो आवास आवंटित और प्रस्तावित करने के मामले में दोषी भी पाए गए थे। इसी प्रकार संगीता देवी पत्नी कैलाश के नाम से प्रधानमंत्री आवास आवंटित था तथा उनके परिवार में पूर्व में निर्बल वर्ग आवास आवंटित किया गया था इस प्रकार प्रधान के द्वारा एक ही परिवार में दो आवास आवंटित प्रस्तावित करने के भी दोषी पाए गए थे तमाम आरोपों के सही पाए जाने के पश्चात भी जो बड़े आरोप थे जिसमे जमीन घोटाला जैसे आरोप कि जांच ठीक ढंग से नहीं कि जाने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है| ग्रामीणों का आरोप है की इसी तरीके से क्षेत्र में हथकरघा उद्योग के द्वारा संचालित कलस्टर योजना भी भ्रष्टाचार के कलंक से नहीं बच पाई। लोगों ने आरोप लगाया कि कलस्टर योजना घोर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है कुछ ऐसे लोगो के नाम से इस योजना में रेशम ,काती आदि सामग्री निकल लिया गया दिखाया गया है जबकि इनका आरोप है की हम लोगो को पता तक नहीं है इस तरीके की बदरबाट योजना का हमारे नाम को लोगो ने इस्तेमाल कर फर्जी काम किया है जिसकी निष्पक्ष जांच की भी मांग करते दिखाई दिए |फिलहाल पुरे गाँव में भ्रस्टाचार का मुद्दा इस बार लोगो के जुबान पर है ,देखना होगा कि इस बार भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने वाला यह ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का दुख दर्द समस्या सुनने कौन नेता समय से पहुंचकर उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन और वादा करता है।

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