मड़िहान थाना क्षेत्र के बेला जंगल में रविवार की दोपहर मीरजापुर- सोनभद्र मार्ग पर रोडवेज व प्राइवेट बस की आमने-सामने की टक्कर में दो दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह व सीओ आपरेशन रमाकांत सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए और थाने की दोनों गाड़ियों तथा एम्बुलेंस से सभी घायलों को लादकर मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया गया।जिनमें से दो प्रियांशु (17) बरकछा व आशीष (5) कूड़ी राजगढ़ की हालत नाजुक होने के कारण मंडलीय चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।रविवार की दोपहर मीरजापुर की ओर से रोडवेज बस घोरावल सोनभद्र के लिए जा रही थी वहीं सोनभद्र की ओर से एक प्राइवेट बस मीरजापुर के लिए जा रही थी कि बेला जंगल के पास पहुंचते ही एक सफारी गाड़ी को बचाने के चक्कर में प्राइवेट बस ने रोडवेज बस में सीधी टक्कर मार दी। हालांकि रोडवेज के चालक द्वारा बचाने का पूरा प्रयास किया गया। बचने के चक्कर में रोडवेज बस जंगल के एक पेड़ से ही जा टकराई जिसमें सवार 22 लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार पांडेय घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लेने के बाद सभी घायलों का हाल जानने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस को सभी पर बराबर निगरानी रखने तथा डाक्टर से उचित इलाज के लिए कहा।हालांकि इसके पहले सीओ द्वारा अस्पताल पहुंचकर सभी को भर्ती कराकर लोगों के परिजनों को घटना की सूचना दी गई। सीएचसी की पूरी टीम ने मिलकर सभी का इलाज किया इसमें डाक्टर कौशल कुमार, डा. कैलाश नाथ, डा. अश्विनी सहाय, फार्मासिस्ट वाचस्पति, स्टाफ नर्स नीरा सिंह, शकुंतला आदि लोग उपस्थित रहे। घायलों में मीरा देवी (28), मनोरमा(34), पड़ाव रामनगर वाराणसी, आशीष(5), अंशिका(4), रीता (36) कुड़ी राजगढ़, प्रेमा (65), बिरोहिया, दाढ़ीराम, गीता (41), चेतगंज खम्हरिया बसंती (45), फुलरी देवी (65)जमुई, अनिल कुमार (37) रैकरा, धनपत्ती चेतगंज खम्हरिया (70) अर्जुन (21)अमदहा कलवारी, अरूण कुमार (22) तिलाव लालगंज, मीरा (28) जशोवर, मुकेश कुमार (16) वीरपुर, प्रियांशु (17) बरकछा, गीता (22) बसही, मनोज कुमार (42) विशुनपुर राजगढ़, अनिकेत (17) करमा सोनभद्र, ज्योति (35) हलिया, रिषभ सिंह (18) हलिया, शहिदू निशा (60) सोनभद्र शामिल हैं।
पुलिस की तत्परता से बची जान
बेला जंगल में दो बसों में टक्कर के बाद जंगल में सभी घायल गंभीर होकर पीड़ा से कराह रहे थे वहां भी कोई मदद करने वाला नहीं था। एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही थाने के प्रभारी निरीक्षक 5 सब इंस्पेक्टर 2 महिला कांस्टेबल व सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंच गए। सभी दर्द और प्यास तड़प रहे थे कि तत्काल सभी को पुलिस की गाड़ी में ही बैठा कर अस्पताल पहुंच गए और भर्ती कराया गया।