जिलाधिकारी अनुराग पटेल के निर्णय के बाद जिला उद्योग केंद्र मिर्ज़ापुर के उपायुक्त वीके चौधरी ने भी ग्राम प्रधान बिहसड़ा कला के पप्पू जैस्वाल उर्फ़ बलराम जैस्वाल के साथ नदी की सफाई में फावड़ा चलाते नजर आये | |छानवे विकास खण्ड के ग्राम में प्रातः लगभग 9 पहुॅच कर दिनांक 05 जून, 2019 को कर्णावती नदी के जीर्णाद्धार के कार्यस्थल का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान कई स्थानों पर नदी के तटबंघ पर पटाव होने से कुछ लोगों के द्वारा किये गये कब्जा को लेखपाल के पैमाईश कराकर हटवाया गया। जिला उद्योग केंद्र मिर्ज़ापुर के उपायुक्त वीके चौधरी ने मौके पर उपस्थित ग्राम प्रधान व सेकेटरी को निर्देशित किया कि नदी की सफाई पूरे मनोयोग से करे | उपायुक्त वीके चौधरी ने ने कहा कि कर्णावती नदी की मान्यता धार्मिक नदी के रूप में है, जो वर्तमान में सूख गयी है इसके जीर्णाद्धार से जहां लोगों के धार्मिक भावना से जुडेगी वहीं नदी में पानी के आने से आस-पास के जल स्तर भी उपर आयेगा,। उनहोंने नदी तालाब, पोखर आदि जल संचयन का मुख्य साधन है। इसी लिये हमारे पूर्वजों के द्वारा तालाब, पोखर, कूआं आदि का निर्माण कराया जाता रहा है। आज तालाब पोखर, नदी बन्धियां आदि के पट जाने से जल संचयन नहीं हो पा रहा है और इसका परिणाम है जमीन के अन्दर का जल स्तर सूख रहा है और आगे चलकर पानी का गहरा संकट हो सकता है। जल संचयन के दृष्टिकोण से सूखे व मृतप्राय नदियों, तालाबोें, व पोखरो को पुर्नजीवित किया जाये इसी क्रम में जिलाधिकारी अनुराग पटेल के निर्णय के बाद सबसे पहले कर्णावती को लिया गया है।
विदित हो की 05 जून को प्रातः 07 बजे जिस गांव से कर्णावती नदी निकली है अपने-अपने गांव के नदी पर पहूॅच कर अधिकारियों के साथ श्रमदान करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया था जिसके अनुपालन में सुबह से ही अधिकारियों में सक्रियता देखने को मिला |