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40 अधिकारियों से स्पष्टीकरण/कठोर चेतवानी के साथ 04 का वेतन रोकने का निर्देश- सी0डी0ओ0 से स्पष्टीकरण-MIRZAPUR

मुख्यमंत्री हेल्प लाइन व आई0जी0आर0एस0 में लम्बित व डिफाल्टर पर जिलाधिकारी के तेवर बिगडे

आइजीआरएस के 985 डिफाल्टर व 1116 लम्बित प्रार्थना पत्रों को तीन दिन में निस्तारण के निर्देश
मीरजापुर, 21 अगस्त, 2019- जिलाधिकारी अनुराग पटेल के बार-बार जन शिकायातों के समय से निस्तारण के निर्देश के बाद भी अधिकारियों के कार्यशैली में बदलाव न आने पर जिलाधिकारी के आज लापरवाह अधिकारियों के प्रति तेवर कडा देखने का मिला। आज कलेक्ट््रेट सभागार में जिलाधिकारी के द्वारा आइजीआरएस एव व मुख्यमंत्री के हेल्प लाइन से प्राप्त जन शिकायतों के निस्तारण के प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रार्थना पत्रों के डिफाल्टर व लम्बित होने पर जिलाधिकारी के द्वारा 40 अधिकारियों को कठोर चेतावनी देते हुये स्पष्टीकरण की मांग की गयी तथा 04 अधिकारियों का वेजन रोकने का निर्देश अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व यू0पी0 सिंह को दिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी को अपर जिलाधिकारी ने बताया कि आइजीआरएस पोर्टल पर सभी अधिकारियों को मिलाकर कुल 985 प्रार्थना पत्र डिफाल्टर व 1116 प्रार्थना पत्र लम्बित की श्रेणी में हैं। जिस पर जिलाधिकारी के द्वारा कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये विभागवार समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान सबसे ज्यादा ग्राम्य विकास, पंचायती राज विभाग तथा राजस्व विभाग की प्रगति सबसे खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी से भी स्पष्टीकरण की मांग करते हुये कहा कि सभी खण्ड विकास अधिकारी व ए0डी0आ0पंचायत/एडीओ विकास की समीक्षा कर स्वयं निस्तारण काना सुनिश्चित करें। मा0 मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पोटल पर जिलाधिकारी के द्वारा समीक्षा के दौरान पाया गया कि डूडा विभाग के पास 344 प्रार्थना पत्र लम्बित है तथा परियोजना अधिकारी बैठक में अनुपस्थित भी रही तिसके कारण उन्हें कठोर चेतावनी देते हुये स्पष्टीकरण की मांग की गयी तथा कहा गया कि इसकी प्रति निदेशक डूडा उ0प्र0 को भी भेजा जाये। इसी प्रकार जिा पूर्ति अधिकारी विभाग में कुल मिलाकर डिफाल्टर की श्रेणी में 91 तथा 444 प्रार्थना पत्र लम्बित पाये गय, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कठोर चेतवानी व स्पष्टीकरण की मांग करते हुये तीन दिन में निस्तारण का निर्देश दिया गया। खण्ड विकास अधिकारी छानवे, हलिया, लालगंज, मढंवा, सिटी, नरायनपुर, पहाडी, राजगढ, सीखढ, को कठोर चेतावनी स खण्ड विकास अधिकारी पडरी का वेतन भी रोकने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में परियोजना निदेशक, डी0सी0 मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी छानवे, लालगंज, नरायनपुर, उप जिलाधिकारी सदर, चुनार तथा तहसीलदार सदर, चुनार, लालगंज, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी लालगंज, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ पडरी, नरायनपुर, सहायक पूर्ति निरीक्षक, से स्पष्टीकरण व कठोर चेतावनी की मांग की गयी। पुलिस विभाग तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी लालगंज के प्रगति पर सन्तोष व्यक्त किया गया परन्तु क्षेत्राधिकारी सदर, लालगंज, चुनार व इस्पेक्टर सिटी व पडरी से स्पष्टीकरण व कठोर चेतावनी दी गयी। चकबन्दी की प्रगति पर सन्तोषजनक पाया गया। अ धिशासी अभियन्ता सिंचाई, ए0आर0टी0ओ0, लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड, सिंचाई जल संसाधन विभाग, से स्पष्अीकरण व कठोर चेतावनी की मांग की गयी। इसी प्रकार आई0जी0आर0एस0 की समीक्षा के दौरान भी खण्ड विकास अधिकारियों की कम प्रगति पर स्प्ष्टीकरण तथा प्रचार्य डायड तथा अधिशासी अभियन्ता जल निगम के अनुपस्थित रहने तथा निस्तारण की प्रगति कम होने पर वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। विदयुत विभाग में अधिषासी अभियन्ता प्रथम व द्धितीय तथा सहायक अभियन्ता लालगंज, मडिहान, चुनार से स्पष्टीकरण की मांग की गयी। इसीि प्रकार उपायुक्त जिला उद्योग केन्द्र को कठोर चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को चेतावनी देते हुूये कहा कि सभी विभाग अपने-अपने विभाग की समीक्षा स्वयं करेंगें तथा उसका निस्तारण करायेगें अन्यथा जिला स्तर पर समीक्षा के दौरान निस्तारण न होने पर जिला स्तरीय अधिकारी को जिम्मेदार मानते हुये उनके विरूद्ध कडी कार्यवाह की जायेगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पिंयका निरंजन, अपर जिलाधिकारी यू0पी0 सिंह, सभीउपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी व सभी जनपदीय अधिकारीउपस्थित रहे।

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