वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर 94 53 82 1310
मिर्जापुर के सीओ लालगंज भानु प्रकाश ने जब राहत सामग्री जंगल जंगल पहुंचाना शुरू किया तो, वह जंगल की ही रास्ते मध्य प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंच गए और मध्यप्रदेश तक की सीमा के लोगों ने जब उनकी गाड़ी को देखा तो तमाम आदिवासियों ने उनकी गाड़ियों को घेर लिया और राहत सामग्री की मांग करने लगे। ऐसे में उत्तर प्रदेश जिला मिर्जापुर के क्षेत्राधिकारी ने सीमाओं के बंधन को तोड़ कर गैर प्रदेश के भी लोगों की मदद की। मानवीय दृष्टिकोण से सभी की मदद करने के आशय से उन्होंने सामरिक सीमाओं के बंधन का ख्याल तोड़ दिया ।उनका कहना था कि जब पीड़ित और लाचार और भूखा आदमी मेरे सामने आ जाए तो सीमाएं मायने नहीं रखती। नक्सल क्षेत्र में इन दिनों क्षेत्राधिकारी नक्सली के द्वारा रात दिन एक कर लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है जो एक मिसाल कायम कर रहा है और नक्सली क्षेत्र में पुलिस की छवि को बेहतर बनाने का भी काम कर रहा है। क्योंकि दोनों राज्यों की सीमाएं इस तरीके से है कि कब यूपी की सीमा खत्म हो जाए और मध्य प्रदेश की सीमा लग जाए इसका सटीक आकलन कर पाना मुश्किल होता है। दोनों राज्यों के गांव एक जैसा प्रतीत होता है। सीमाओं पर किसी प्रकार का चिन्ह या बैरियर ना होने की दशा में सीमाओं का अंतर कर पाना अत्यधिक मुश्किल है।
मिर्जापुर के ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के लोग भी मिर्जापुर पुलिस से ले रहे हैं मदद
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